कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने महिला कर्मचारियों को सेल्फ डिफेंस टेक्निक्स का प्रशिक्षण दिया

नई दिल्ली, 4 अप्रैल 2022:कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल के साथ साझेदारी में अपनी सभी महिला कर्मचारियों के लिए पांच दिवसीय सेल्फ डिफेंस वर्कशॉप का आयोजन किया। महिला प्रतिभागियों को सेल्फ डिफेंस टेक्निक्स, मानसिक दक्षता और आसपास होने वाले संभावित खतरे से बचने और जागरूक होने के लिए प्रशिक्षित किया। स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल के पेशेवर प्रशिक्षकों की टीम ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, राज्यों में तैनात आतंकवाद विरोधी दस्तों, दिल्ली पुलिस प्रशिक्षकों और रक्षा संगठनों में महिला सैनिकों के लिए युद्ध प्रशिक्षण भी आयोजित किया था। 28 मार्च, 2022 को शुरू हुए वर्कशॉप में मंत्रालय की 50 से अधिक महिला कर्मचारियों ने भाग लिया। इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियों से निपटने के लिए आत्मविश्वास पैदा करना था। प्रशिक्षण मॉड्यूल ने उन्हें संभावित खतरनाक या जानलेवा स्थितियों में मानसिक रूप से मजबूत होना भी सिखाया।

वर्कशाप पूरा होने पर, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सेक्रेटरी श्री राजीव अग्रवाल ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। अगले स्तर के प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को भी निरंतर सहयोग देने का वादा किया गया।

इस पहल की सराहना करते हुए, श्री अग्रवाल ने कहा, “मुझे प्रसन्नता है कि हमारी महिला कर्मचारियों में आत्मविश्वास का स्तर बढ़ा है और वे इस क्षमता को महसूस कर रही हैं कि उन्हें हमेशा विषम परिस्थितियों से लड़ना पड़ता है। हमारी महिलाओं को आत्मरक्षा तकनीकों में प्रशिक्षित करने से न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में भी वृद्धि होगी। यहां हर एक को यह समझना चाहिए कि यह वर्कशॉप एक ऐसी व्यवस्था की शुरुआत है जिसे उन्हें अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करना चाहिए। मुझे वास्तव में बहुत गर्व है कि हमने आगे बढ़ना शुरू कर दिया है और अन्य मंत्रालयों और संगठनों को इस कार्य में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है।

महिला प्रतिभागियों ने कहा कि इस प्रशिक्षण सत्र ने न केवल उनमें आत्मविश्वास जगाया है बल्कि अपने बारे में उनका अपना नजरिया भी बदला है।

सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने और न्यू इंडिया विजन को साकार करने में उनकी पूर्ण भागीदारी हासिल करने के लिए कई पहल की हैं। आज महिलाओं ने आंतरिक दृढ़ता और आत्मविश्वास का परिचय देकर खुद को आत्मनिर्भर बनाया है।

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