फ़िरोज़ खान
शाहबाद।शाहाबाद क्षेत्र के सहरिया जनजाति के किश्रोर व किशोरियां संकल्प सोसाइटी मामोनी में संचालित कम्प्यूटर सेंटर पर आकर कम्प्यूटर सीख रहे है। इन बच्चो के लिए अलग अलग गुरूप बनाकर सिखाया जा रहा है। एक गुरूप मे 10 बच्चे है।इन बच्चो को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी सिखाई जा रही है। कम्प्यूटर सेंटर में इन बच्चो के लिए अत्याधुनिक तकनीक के कम्प्यूटर से सिखाया जा रहा है। सहरिया जनजाति के बच्चे वायरलेस माउस व की बोर्ड का उपयोग कर रहे है। इन बच्चो के लिए सेंटर पर एक बड़ा एलसीडी भी लगा रखा है जिस के माध्यम से इनको कम्प्यूटर सीखने के तरीके बताए जाते है। और उसको बड़े ध्यान पूर्वक यह बच्चे देखकर सीखने का प्रयास कर रहे है। सहरिया जनजाति के बच्चे बड़ी उत्सुकता के साथ कम्प्यूटर सीख रहे है। वही सहरिया जनजाति के 0 से 5 वर्ष तक के बच्चो के लिए संकल्प सोसाइटी द्वारा प्ले स्कूल भी संचालित कर रखा है। जिसमे प्रतिदिन बच्चे प्ले स्कूल के माध्यम शिक्षा ले रहे है। इन बच्चो को खिलौनों,पजल्स,चित्रकला, एल्फाबेट,हिंदी अक्षर ज्ञान के माध्यम से सिखया जा रहा है। यही नही इन बच्चो के साथ आउटडोर एक्टिवि भी करवाई जा जाती है ताकि खेल खेल में बच्चे सीख सके। सहरिया जनजाति की प्रसव वाली महिलाओं के लिए निःशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा भी संचालित की जा रही है। संकल्प द्वारा संचालित एम्बुलेंस से प्रसव वाली महिलाओं को समरानिया व शाहाबाद अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है।एम्बुलेंस के लिए एक नम्बर भी जारी कर रखा है। इसके लिए संकल्प में कंट्रोल रूम बना रखा है जिसका नम्बर है 8824317678 इस नम्बर पर जैसे ही कॉल आती है तुरन्त एम्बुलेंस को रवाना कर दिया जाता है।और यह एम्बुलेंस प्रसव वाली महिला को लेकर अस्पताल तक पहुंचा देती है। संकल्प सोसाइटी के अध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा व सचिव महेश बिंदल ने बताया कि संकल्प समय समय पर शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करता रहता है। संकल्प मूलरूप से सहरिया जनजाति के उत्थान के लिए 1984 से शाहाबाद व किशनगज क्षेत्र के गांवों में कार्य कर रहे है। इससे पूर्व भी गांवों में कम्प्यूटर सेंटर खोलकर उनको 3-3 माह कम्प्यूटर कोर्स करवाया गया था।यह कार्य निरन्तर जारी है। इसके लिए मामोनी में एक कम्प्यूटर लेब तैयार की गई है ताकि सहरिया जनजाति के किशोर व किशोरिया कम्प्यूटर का ज्ञान ले सके। और आगे जाकर कम्प्यूटर शिक्षा इनके जीवन मे काम आ सके।