सोर्सविज़ ने राजस्‍थान में शुरू की सेवाएं: गियर के साथ मिलकर एक्‍सपोर्टर्स के बिज़नेस को देंगे रफ्तार

जयपुर, जून 2022. बंगलुरू स्थित स्‍टार्टअप सोर्सविज़ ने राजस्‍थान में निर्यातकों के बिजनेस को डिजिटल रूप देने के लिए गार्मेंट एक्‍सपोर्टर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्‍थान (गियर) के साथ करार किया है। सोर्सविज़ ने हाल ही में एडब्‍ल्‍यूआई, ब्‍लूम वेंचर्स और एंजल इन्‍वेस्‍टर्स से 3 मिलिनियन डॉलर की पूंजी जुटाई है और अगले चरण की फंडिंग के लिए बातचीत चल रही है। गियर के साथ इस साझेदारी से सोर्सविज़ ने राजस्‍थान में अपनी सेवाओं की आधिकारिक शुरुआत कर दी है। फिलहाल स्‍टार्टअप ने जयपुर और जोधपुर में अपनी सेवाएं शुरू की हैं।
इस साझेदारी से गार्मेंट निर्यातकों को बिक्री पूर्व की अपनी पूरी प्रक्रिया बदलने में मदद मिलेगी और सोर्सविज़ प्‍लेटफॉर्म पर अपने उत्‍पादों के प्रबंधन के साथ ही वर्चुअल स्‍टोरफ्रंट खोलने में मदद मिलेगी। सोर्सविज़ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित रिकमंडेशन इंजिन और स्‍मार्ट फिल्‍टर्स का उपयोग करता है जिसकी मदद से एक्‍सपोर्टर्स दुनियाभर में फैले अपने बायर्स के लिए टार्गेटेड प्रोडक्‍ट कैटलॉग तैयार कर सकते हैं।
इस रणनीतिक साझेदारी पर अपनी प्रतिक्रिया में सोर्सविज़ के सह-संस्‍थापक और सीईओ दिव्‍यांशु ने कहा, ‘राजस्‍थान में अपनी लॉन्चिंग के लिए गियर के साथ साझेदारी को लेकर हम बेहद उत्‍साहित हैं। पिछले कुछ महीनों में हमने तीन देशों के 200 से भी ज्‍यादा निर्यातकों के साथ साझेदारी की है जिससे उनके बिजनेस में 10 फीसदी से भी ज्‍यादा का उछाल आया है और सेल्‍स में दक्षता 50 फीसदी तक बढ़ी है। राजस्‍थान के परिधान निर्यातकों को अपनी सेवाएं देकर हम बेहद खुश हैं। हम भारतीय निर्यातकों के लिए हमारी सेवाओं के जरिए एक ईकोसिस्‍टम तैयार कर रहे हैं जिससे उनको बिक्री बढ़ाने, फैक्‍ट्री के बेहतर प्रबंध, ग्राहक आधार बढ़ाने और कच्‍चे माल की सोर्सिंग को व्‍यवस्थित करने में मदद मिलेगी। यही नहीं, हम अपने अबु धाबी ऑफिस के जरिए कुछ निर्यातकों को यूएई और जीसीसी (गल्‍फ कोऑपरेशन काउंसिल) क्षेत्र में नए ग्राहक खोजन में भी मदद कर रहे हैं। हमने अभी अपने लक्ष्‍य का एक फीसदी ही हासिल किया है, लेकिन गियर के साथ साझेदारी हमें भारतीय निर्यातकों को सशक्‍त बनाने के हमारे लक्ष्‍य में के करीब ले जाएगी।’ उन्‍होंने आगे कहा, ‘राजस्‍थान में सोर्सविज़ की यह महत्‍वपूर्ण लॉन्चिंग है और हम निर्यात कारोबार में बदलाव के इच्‍छुक अन्‍य निर्यातकों को भी अपने साथ जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हम ग्राहकों को लेकर प्रतिबद्ध कंपनी हैं और भारतीय निर्यातकों को वैश्विक स्‍तर पर प्रतिस्‍पर्धा में मदद के लिए हमारे पास सेवाओं की पूरी रेंज है।’
इस साझेदारी के बारे में चर्चा करते हुए गियर के प्रेसिडेंड विमल शाह ने कहा, ‘राजस्‍थान में गारमेंट इंडस्‍ट्री में बदलावों की हमारी कोशिश में सोर्सविज़ के साथ काम करने में हमें खुशी है। इस सहयोग से हमें निर्यातकों के लिए तेजी से उभरती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी, क्‍योंकि सभी निर्यातकों को इनकी सेवाओं के इंडस्‍ट्री के अनुसार अनुकूल फीचर्स मिलेंगे। इससे उनको अपने काम प्रभावी और समयबद्ध तरीके से करने में मदद मिलेगी जो कि इस बिजनेस के लिए बहुत जरूरी है। हम इस बात को लेकर अत्‍यंत आश्‍वस्‍त हैं कि इस साझेदारी से राजस्‍थान के निर्यातकों को निश्चित ही फायदा होगा और उनको अपनी पहुंच देश और दुनिया के अन्‍य हिस्‍सों में बनाने में मदद मिलेगी।’
सोर्सविज़ के जरिए निर्यातक अपना पासवर्ड प्रोटेक्‍टेड वर्चुअल स्‍टोर बना सकते हैं, जिसकी मदद से वे बायर्स मीटिंग या ट्रेडशो में अपने सभी उत्‍पाद लेकर जा सकते हैं। इस सॉफ्टवेयर की मदद से निर्यातक 20 मिनट से भी कम समय में कोटेशन और केटलॉग तैयार कर सकते हैं, अन्‍यथा इस प्रक्रिया में कई बार तो कई दिन लग जाते हैं। इस प्‍लेटफॉर्म की मदद से एक्‍सपोर्टर्स बायर्स को जवाब देने के समय में 90 फीसदी तक की कमी ला सकते हैं और 4 घंटे से भी कम समय में जवाब दे सकते हैं।
सोर्सविज़ प्‍लेटफॉर्म एक विश्‍वस्‍तरीय एनालिटिक्‍स इंजिन पर संचालित है जिसकी मदद से निर्यातक अपने केटलॉग्‍स पर बायर्स की व्‍यस्‍तता देख सकते हैं। इसके केटलॉग्‍स एनालिटिक्‍स इंजिन की मदद से एक्‍सपोर्टर्स अपने डिजिटल अभियानों की प्रभावकता का पता कर सकते हैं। अपनी सेवाओं के सैट में सोर्सविज़ निर्यातकों के लिए एक सर्च इंजिन ऑप्टिमाइज्‍ड वेबसाइट भी देता है, जिसकी मदद से वे अपनी डिजिटल मौजूदगी को बढ़ा सकते हैं।
सोर्सविज़ का ट्रेड फेयर सॉल्‍यूशन व्‍यापार प्रदर्शनियों के दौरान विजिटिंग कार्ड्स जमा करने और नोट्स लिखने की परेशानियों को दूर करता है। एक्‍सपोर्टर्स अपने एक्‍सक्‍लूसिव प्रोडक्‍ट्स के लिए ब्रांडेड क्‍यूआर कोड जनरेट कर सकते हैं, और तुरंत विवरण चाहने के लिए स्‍कैन कर सकते हैं। इसकी मदद से निर्यातक खरीदारों की संपर्क संबंधी सूचनाएं कैप्‍चर करने में मदद मिलती है और एक क्लिक से उनको केटलॉग्‍स भेज सकते हैं।
कई निर्यातकों को किसी नए सिस्‍टम पर शिफ्ट करना चुनौतीपूर्ण लग सकता है, ऐसे निर्यातकों की नए प्‍लेफॉर्म पर मौजूदगी को आसान बनाने के लिए सोर्सविज़ ऑनबोर्डिंग सर्विसेज मुहैया कराता है जो निर्यातकों के डिजिटल रूप में कामकाज को परेशानी मुक्‍त बनाने में मदद करता है। किसी भी सॉफ्टवेयर एज ए सर्विस (सास) प्‍लेटफॉर्म पर ऑनबोर्ड करने में आमतौर पर 6 से 12 महीने का समय लगता है, जबकि सोर्सविज़ ने इस समय को कुछ सप्‍ताह तक सीमित कर दिया है
अगले तीन महीनों में सोर्सविज़ अपने प्रोडक्‍ट पोर्टफोलियो में नए इनोवेटिव प्रोडक्‍ट्स और सर्विसेज शामिल करने जा रहा है जो सेल्‍स को प्रभावी बनाने, कामकाज को सरल बनाने और सेल्‍स के नए चैनल जोड़ने में मददगार हैं। इनकी मदद से निर्यातक अपना पूरा ध्‍यान विश्‍वस्‍तरीय उत्‍पादों के निर्माण पर दे पाएंगे और बिजनेस तेजी से बढ़ेगा। सोर्सविज़ के मुख्‍य कार्यालय गुरुग्राम और बंगलुरू में हैं, जबकि सेल्‍स टीम निर्यात हब माने जाने वाले देश के प्रमुख शहरों मे स्थित है जिनमें जयपुर, जोधपुर, मुरादाबाद, पानीपत, आगरा, फिरोज़ाबाद, दिल्‍ली-एनसीआ, तिरुपुर, करुर, भदोही, मुंबई प्रमुख रूप से शामिल हैं। सोर्सविज़ देश के बाहर अपना पहला ऑफिस अबु धाबी में आने वाले महीनों में शुरू करने वाला है।

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