फैशन के साथ ‘सस्टेनेबिलिटी’ को बढ़ावा देने के लिए गूँज के साथ पार्टनर बना लाइफस्टाइल

बेंगलुरू, 6 जुलाई 2022: भारत के प्रमुख फैशन डेस्टिनेशन, लाइफस्टाइल ने सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए सीएसआर प्रोग्राम के हिस्से के रूप में गूँज के साथ कोलेबरेट किया है। इस पहल के रूप में, देश भर में 60 लाइफस्टाइल स्टोर्स में डोनेशन बॉक्स लगाए गए हैं, ताकि कम इस्तेमाल किए गए गारमेंट्स के रिसायकल को सक्षम बनाया जा सके और इसे वंचितों के विकास की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम का शुभारंभ आज बेंगलुरू के लाइफस्टाइल ओएसिस मॉल स्टोर में गूँज और लाइफस्टाइल के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों द्वारा डोनेशन बॉक्स के अनावरण के साथ किया गया।
इस पहल के साथ, लाइफस्टाइल का उद्देश्य लोगों के व्यवहार में बदलाव को प्रेरित करना और फैशन को लोगों तथा पर्यावरण दोनों की बेहतरी के लिए एक शक्ति के रूप में स्थापित करना है। इस पहल के दौरान एकत्रित किए गए कपड़ों को या तो गूँज द्वारा रिसायकल किया जाएगा या रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं में तब्दील किया जाएगा, जिससे लैंडफिल में जाने वाले फैशन की मात्रा कम हो जाएगी और इस तरह सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा मिल सकेगा।
गूँज एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइज़ेशन है, जिसने भारत के शहरी से लेकर गाँव तक के समुदायों का एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया है। यह ग्रामीण बुनियादी ढाँचे, पानी, पर्यावरण, आजीविका, शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा राहत और पुनर्वास में महत्वपूर्ण अंतर को खत्म करने के लिए मटेरियल को एक उपकरण के रूप में प्रसारित करता है। ऑर्गेनाइज़ेशन जरूरतमंद लोगों के लिए सहानुभूति और गरिमा को बरकरार रखता है।
इस अवसर पर रोहिणी हल्दिया, असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, मार्केटिंग, लाइफस्टाइल ने कहा, “हमें गूंज के साथ अपने एसोसिएशन की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है, जो पूरे भारत में वंचितों की गरिमा को बढ़ाने की दिशा में सार्थक प्रयास कर रहा है। लाइफस्टाइल का मानना है कि समाज की प्रगति एक सामूहिक जिम्मेदारी है और इसका उद्देश्य कम इस्तेमाल किए गए फैशन के रिसाइक्लिंग को सुविधाजनक बनाना है।”
अंशु गुप्ता, मैगसेसे अवॉर्डी, फाउंडर, गूंज ने इस पहल के बारे में कहा, “लाइफस्टाइल के साथ यह अभियान कई कारणों से महत्वपूर्ण है। एक ओर, यह पूरे रिटेल सेक्टर के लिए एक बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे प्रत्येक ऑर्गेनाइज़ेशन अपना काम बेहतरी से कर सकता है, दूसरी महत्वपूर्ण बात, जो इसे और भी विशेष बनती है, वह यह है कि यह प्रत्येक ग्राहक को दूसरों के लिए कुछ करने का मौका देता है। इस प्रक्रिया में भारी मात्रा में कपड़ों को लैंडफिल में जाने से रोका जाएगा, साथ ही वे दुनिया में गरिमा और विकास को गति देने में एक नई भूमिका निभाएँगे। यह पहल निश्चित तौर पर सफलता हासिल करेगी।”
कंट्रीब्यूशन बॉक्स को बेंगलुरू, मैंगलोर, मैसूर, चेन्नई, कोयंबटूर, हैदराबाद, नई दिल्ली, गुड़गाँव, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, चंडीगढ़, मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, नागपुर, कोलकाता, भुवनेश्वर, इंदौर, गुवाहाटी आदि सहित प्रमुख शहरों में स्थापित किया जाएगा।

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