नयी दिल्ली, 9 सितंबर, 2022- कंप्यूटर साइंस केंद्रित नयी पीढ़ी की सितारे युनिवर्सिटी ने आज घोषणा की कि उसके प्रथम अकादमिक बैच 2022-23 में प्रवेश के लिए आवेदन खुल गए हैं। प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए मांग आपूर्ति अंतर पाटने की दिशा में सितारे युनिवर्सिटी का मानना है कि प्रत्येक पात्र विद्यार्थी को कंप्यूटर साइंस में डिग्री की पढ़ाई का मौका मिलना चाहिए, भले ही उसकी सामाजिक आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। यह युनिवर्सिटी कंप्यूटर साइंस में चार वर्षीय बैचलर इंजीनियरिंग में प्रवेश प्राप्त करने वाले वंचित तबके के सभी पात्र विद्यार्थियों को 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति उपलब्ध कराएगी। इस युनिवर्सिटी की योजना पांच विशेष क्षेत्रों- एआई, सिस्टम्स, ह्यूमन कंप्यूटर इंटरऐक्शन, डेटा साइंस और कंप्यूटर सिक्युरिटी में भविष्य के लिए प्रतिभाएं तैयार करने की है।
प्रवेश के लिए आवेदन शुरू करने की घोषणा करते हुए सितारे फाउंडेशन के सह संस्थापक और सितारे युनिवर्सिटी के सह संस्थापक अमित सिंघल ने कहा, “सितारे युनिवर्सिटी के पीछे हमारा विजन भारत के वंचित तबके से आने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को उद्योग का अग्रणी कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रम का अध्ययन करने का मौका देकर उन्हें सशक्त बनाना है। ये पाठ्यक्रम वैश्विक मानकों के स्तर का है। मेरा शुरू से ही विश्वास रहा है कि केवल शिक्षा के जरिये ही हम किसी भी व्यक्ति की संभावनाओं का पूर्ण दोहन कर सकते हैं। सितारे युनिवर्सिटी में हमारी इच्छा वंचित तबके के बच्चों को उद्योग से जुड़ा माहौल और ज्ञान हासिल करने में मदद करने की है।”
शुरूआती चरण में विद्यार्थियों का नामांकन कंप्यूटर साइंस में चार वर्षीय बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग में किया जाएगा जिसके लिए भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ साझीदारी की गई है। इस फैकल्टी में उद्योग जगत के दिग्गज जैसे विशाल सिक्का, पूर्व सीईओ इन्फोसिस और संस्थापक एवं सीईओ वियानाय सिस्टम्स, विजय शेखर शर्मा, वन97 के संस्थापक और सीईओ, डॉक्टर बेन गोम्स, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गूगल, किरण पानेसर, कोहेसिटी में इंजीनियरिंग विभाग की निदेशक, डॉक्टर कृष्ण भारत, गूगल के दिग्गज वैज्ञानिक, अजीत सिंह, सह संस्थापक और कार्यकारी चेयरमैन थॉटस्पॉट शामिल हैं।
इन विद्यार्थियों का चयन जेईई मेन्स में उनके प्रदर्शन और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा जिसमें उनकी पृष्ठिभूमि की भी जांच की जाएगी।
एनएमआईएमएस मुंबई में टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट के पूर्व एसोसिएट डीन डॉक्टर अनुज अग्रवाल को प्रवेश एवं विद्यार्थी मामलों का संस्थापक डीन नियुक्त किया गया है और आईआईटी कानपुर एवं आईआईटी दिल्ली के पूर्व फैकल्टी सदस्य डॉक्टर बृजेश एशपुनियानी को इस युनिवर्सिटी में एप्लायड मैथमैटिक्स का प्रोफेसर नियुक्त किया गया है।
इस युनिवर्सिटी का व्यापक अकादमिक कार्यक्रम, भारत और अमेरिका के सिलीकाॅन वैली में उद्योग की इंटर्नशिप और रोजगार के अवसरों के साथ मिला हुआ होगा।
पात्र विद्यार्थी https://sitare.org/apply पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सितारे युनिवर्सिटी का लक्ष्य स्वयं को मध्य प्रदेश प्राइवेट युनिवर्सिटी एक्ट के तहत एक पूर्णकालिक निजी युनिवर्सिटी के तौर पर स्थापित करना है। आने वाले वर्षों में मध्य प्रदेश सरकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से सभी मंजूरियां ले ली जाएंगी। इस युनिवर्सिटी की स्थापना प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और कंप्यूटर सिक्युरिटी आदि में उत्कृष्ट अनुसंधान और नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए की गई है।