12वें भारतीय छात्र संसद का दूसरा दिन: देशभर के हजारों युवाओं ने किया राजनीतिक सहभागिता पर मंथन

पुणे, सितंबर 2022: भारतीय छात्र संसद के12वें संस्करण के दूसरे दिन की शुरूआत बेहद भव्य रही। कार्यक्रम के दूसरे दिन वक्ताओं ने विभिन्न सत्रों में अपने विचार रखे। कार्यक्रम में लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार ने मुख्य अतिथि के तौर पर सिरकत की। पूर्व लोक सभा अध्यक्ष व पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने बतौर अवॉर्ड सिलेक्शन कमेटी के तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रहे। इसके साथ ही कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, पूर्व आइपीएस अधिकारी व भाजपा नेत्री भारती घोष, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक राशिद किदवई, उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, आम आदमी पार्टी वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह, वरिष्ठ पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता, एड फिल्ममेकर श्री प्रह्लाद कक्कड़ की मौजूदगी रही। कार्यक्रम में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी निदेशक एवं भारतीय छात्र संसद के संस्थापक श्रीराहुल कराडकी भी गरियामयी उपस्थिति रही। यह कार्यक्रम भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन और एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्मेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।

भारतीय छात्र संसद के दूसरे दिन कुल 4 सत्र आयोगित हुए जिसमें वंशवाद-राजनीतिक दलों का अनकहा सच,लोकतंत्र और कॉर्पोरेटशाही- शक्ति रेखाा कहां?, भारत बनाम पश्चिम-भारतीय सिनेमा के बदलते रुझान आदि विषयों पर चर्चा हुई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुएएमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी निदेशक एवं भारतीय छात्र संसद के संस्थापक राहुल कराडने बताया कि“सुशासन के लिए संसदीय प्रक्रियाओं से प्रशिक्षित युवाओं को स्थानीय निकाय से लेकर संसद मौजूदगी बढ़ानी होगी। भारतीय छात्र संसद के इस कार्यक्रम में युवाओं की उपस्थिति और सहयोग देखकर कहा जा सकता है कि आगामी समय में राजनीति में युवाओं की अच्छी भागेदारी रहेगी”।

कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए मुख्य अतिथिलोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमारने कहा कि“देश को महान बनाने के लिए युवाओं को अपना भरपूर योगदान देना होगा। उन्होनें बताया कि जब मैं लोकसभा की स्पीकर थी तब सांसद सवाल तो पूछते थे लेकिन जब उनके सवाल के उत्तर का नंबर आता था तो वह सत्र में मौजूद नहीं होते थे, ऐसी स्थिति लोकतंत्र के लिए सही नहीं होती है”।

कार्यक्रम मेंपूर्व लोक सभा अध्यक्ष व पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिलने कहा कि “लोकतंत्र को मजबूती देने के लिए शिक्षा जरूरी है। जब पढ़े-लिखे युवा राजनीति में आगे आएंगे तो देश मजबूती की तरफ बढ़ेगा। साथ ही लोकतंत्र को मजबूत करना है तो महिलाओं को आगे लाना होगा साथ ही हमें विश्वशांति की कल्पना को आगे बढ़ाना होगा।”

विधानसभा की बेहतर कार्यवाही के लिएराजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को आदर्श विधानसभा अध्यक्ष अवार्डप्रदान किया गया। इस अवसर पर उन्होनें बताया कि“हमें गर्व होना चाहिए कि हम सबसे बड़े लोकतंत्र को मजबूत बनाने में भागेदारी कर रहे हैं”।

“वंशवाद- राजनीतिक दलों का अनकहा सच”विषय पर बोलते हुएउत्तर प्रदेश सरकार के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्नाने कहा कि कॉर्पोरेट जगत का अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान रहता है। सरकार को कॉर्पोरेट जगत के लिए बेहतर योजनाएं बनानी चाहिए लिए काफी अच्छी योजनाएं बनानी चाहिए लेकिन जब कॉर्पोरेट जगत की वजह से सरकारी फैसले बदलने लगते है तो यह लोकतंत्र के लिए बहुत नकारात्मक चीज होती है। लोकतंत्र जनता के लिए होना चाहिए”

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढाने कहा कि“जब परिवारवाद राजनीति में आ जाता है तो राष्ट्रहित सर्वोपरि नहीं रह जाता। आज देश कीपॉलिटिकल पार्टियां, पॉलिटिकल बिजनेस करने में उतर गई हैं। कई युवा राजनीति में इसलिए नहीं आ पाते क्योंकि उनके पास कोई लोकप्रिय नाम नहीं होता। श्री चड्ढा ने बताया कि लोकसभा में आज भी30 प्रतिशत सदस्य राजनीतिक परिवारों से संबंध रखने वाले हैं। हमारे देश की राजनीति में वंशवाद दीमक की तरह फैल रहा है।”महाभारत का उदाहरण देते हुए श्री चड्ढा ने बताया कि“वंशवाद और पुत्रमोह को धितराष्ट्र नहीं छोड़ पाए जिसकी वजह से इतना बड़ा युद्ध हो गया।”

कार्यक्रम मेंआम आदमी के नेता और सांसद संजय सिंह-ने कहा कि“देश की विडंबना है कि युवा राजनीति में आने से कतराते हैं। हमें भारतीय संविधान को प्रस्तावना को जीना चाहिए। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि“युवाओं को राजनीति से दूर नहीं भागना चाहिए। अच्छे लोगों ने राजनीति करना छोड़ दिया इसलिए बुरे लोगों ने राजनीति पर कब्जा कर लिया। बदलाव लाने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। और राजनीति को स्वच्छ बनाना चाहिए”। श्री संजय सिंह ने कहा कि“विविधता ही भारत की एकता है। नफरत की राजनीति से देश आगे नहीं बढ़ सकता”।

कार्यक्रम मेंहरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ताने बताया कि यदि कॉर्पोरेटशाही सरकार की नीतियों और कदमों पर प्रभाव डालता है तो यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। इससे देश की गति रुक जाएगी”। उन्होंने बताया कि देश की नीतियां कॉर्पोरेट जगह से प्रभावित नहीं होनी चाहिए”।

उत्तर प्रदेश के मछलीशहर विधानसभा से विधायक श्रीमती रागिनी सोनकर और मध्य प्रदेश की धार विधानसभा से विधायक हीरा लाल अलावा को आदर्श युवा विधायक अवार्डसे सम्मानित किया गया। इस मौके पर विधायक श्रीमती सोनकर ने बताया कि दशकों से राजनीति बदल रही है और इसमें युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है लेकिन अब समतामूलक समाज के निर्माण में युवाओं की ऐसी भूमिका होनी चाहिए जिससे हमारे देश की आवाज विश्व के कोने-कोने पर जाए और इस बदलाव की शुरूआत हमें खुद से करनी होगी। कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि युवाओं के योगदान से हमें ऐसा देश बनाना है जिसमें गरीब भूखा न सोए, गरीब-अमीर की खाई मिट सके, महिलाएं सुरक्षित रहें और इसके लिए युवाओं को संषर्ष करना होगा।

भारतीय छात्र संसद के 12वें संस्करण का आयोजन महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्रालय के साथ खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय तथा मानवाधिकार के लिए यूनेस्को चेयर के सहयोग से किया जा रहा है। तीन दिवसीय भारतीय छात्र संसद के दौरान विभिन्न सत्रों में देश के अलग-अलग शैक्षिण संस्थानों से आए हजारों छात्र-छात्राएं समाज व राजनीति से जुड़े विभिन्न सार्वजनिक मुद्दों पर व्यापक चिंतन एवं विमर्श कर रहे हैं। इस दौरान राजनीति, समाजसेवा, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, संस्कृति समेत अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ अपने अनुभव युवाओं के साथ साझा कर रहे हैं। कार्यक्रम को कई सामाजिक तथा शैक्षिणक संस्थाओं द्वारा प्रोत्साहित किया गया है। मौजूदा भारतीय छात्र संसद का उद्घाटनदिनांक15 सितंबर2022 को पुणे स्थिति एमआईटी-वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के स्वामी विवेकानंद सभा मंडप में हुआ इस कार्यक्रम का समापन17 सितंबर को दोपहर 3:00 बजे होगा।

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