महिला सुरक्षा पर केंद्र व राज्य सरकारों को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए महिला सुरक्षा और रेप के सभी मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में करने को लेकर केंद्र एवं सभी राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही कोर्ट महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर

चार्जशीटेड सांसदों व विधायकों को सदन से निलंबित किए जाने की मांग वाली जनहित याचिका पर कल सुनवाई करेगा।

उधर, दिल्ली गैंगरेप कांड की सुनवाई के लिए बुधवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट का उद्घाटन किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अल्तमस कबीर साकेत कोर्ट में इसका उद्घाटन करेंगे और गुरुवार से मामले की रोज सुनवाई शुरू हो जाएगी। ऐसा पहली बार हो रहा है जब दिल्ली में एक साथ पांच फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जा रहा है।

इस बीच, खबर है कि दिल्ली पुलिस ने गैंगरेप के आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इसमें आरोपियों पर रेप, हत्या, डकैती, सबूत मिटाने का प्रयास, वारदात के बाद घटनास्थल से फरार होने, गलत तरीके से सड़क पर बस चलाने आदि के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के लिए सरकारी वकील फांसी की मांग करेंगे।

चार्जशीट के मुताबिक 16 दिसंबर को वारदात के दिन चार आरोपी यात्रियों की तरह पहले से बस में बैठे हुए थे जिससे पीड़िता और उसके दोस्त को लगा कि बस में यात्री मौजूद हैं। दोनों के बस में सवार होने के बाद आरोपियों ने लड़की के दोस्त से पूछा इतनी रात लड़की को कहां ले जा रहा है और फिर झगड़ा शुरू कर दिया। लड़की से जोर-जबरदस्ती शुरू होता देख उसके दोस्त ने विरोध किया और एक आरोपी को मारा भी। इसके बाद आरोपियों ने उसे आयरन रॉड से मारा। लड़की ने विरोध किया तो उसे भी पीटा। इसके बाद आरोपी लड़की को बस में पीछे ले गए जहां उसके साथ रेप किया गया। इस दौरान लड़की ने बचने के लिए तीन आरोपी ड्राइवर राम सिंह, विनय और अक्षय ठाकुर को दांतों से काटा भी। तीनों आरोपियों के शरीर पर कटे के निशान के नमूने को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। मुख्य आरोपी राम सिंह ने वारदात के बाद सबूत मिटाने के लिए बस को धोया था और पीड़िता और उसके दोस्त के कपड़े भी जला दिए थे। दो लोगों ने उसे ऐसा करते देखा था, ये दोनों अब पुलिस के गवाह हैं।

इसके साथ ही पुलिस ने साकेत मॉल से उस दिन शाम साढ़े पांच से साढ़े आठ बजे के बीच सीसीटीवी फुटेज भी हासिल कर लिया है। इस दौरान दोनों पीड़ित मॉल में मौजूद थे। पुलिस को मोबाइल सर्विलांस से कई अहम सबूत मिले हैं। कॉल डिटेल्स से पता चला है कि पीड़िता और उसके दोस्त का मोबाइल लूटने के बाद आरोपियों ने एक मोबाइल पर दो कॉल रिसीव की जिससे साफ हो गया है कि वे सभी एक साथ थे।

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