पिछले वर्ष 16 दिसंबर की रात को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार दिवंगत युवती और उसके दोस्त की आपबीती पर सियासत गरमा गई है। दुष्कर्म पीड़िता के दोस्त और वारदात के एकमात्र चश्मदीद गवाह अवींद्र पांडे की जुबानी जी न्यूज पर प्रसारित पूरे घटनाक्रम के सिलसिलेवार ब्यौरे को भाजपा ने मुद्दा बना लिया है। अवींद्र के बयान के मद्देनजर उसने दिल्ली पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग की है। पार्टी ने चश्मदीद गवाह के साक्षात्कार प्रसारित करने को लेकर समाचार चैनल के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की है और इसे प्रेस की आजादी पर हमला बताया है। इंडिया अगेंस्ट करप्शन की नेता व पूर्व आइपीएस किरण बेदी तथा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने भी दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है।
भाजपा महासचिव रविशंकर प्रसाद ने पीड़िता और उसके दोस्त अवींद्र को अस्पताल ले जाने में देरी पर दिल्ली पुलिस को लताड़ लगाई है। उनका कहना था कि घटना के बाद बस से सड़क पर फेंक दिए गए पीड़िता और उसका दोस्त कड़ाके की ठंड में बगैर कपड़े के घंटों पड़े रहे और पुलिस की तीन पीसीआर वैन के अधिकारी क्षेत्राधिकार को लेकर 25 मिनट तक बहसबाजी करते रहे। प्रसाद के अनुसार दिल्ली पुलिस का यह रवैया स्वीकार्य नहीं है। भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष स्मृति ईरानी ने तो दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार को हटाने की मांग तक कर दी है। जबकि भाजपा से निलंबित सांसद रामजेठमलानी ने पीड़िता को अस्पताल पहुंचाने में देरी के मामले की जांच न कराने के लिए पुलिस आयुक्त की निंदा की है। अवींद्र के कथन का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि घायल आदमी की बात पर हमें ज्यादा भरोसा है, पुलिस पूरी तरह से अविश्वसनीय है।
मशहूर वकील जेठमलानी के अनुसार, सामूहिक दुष्कर्म की घटना के दौरान घायल अवींद्र भला झूठ क्यों बोलेगा। उसकी बात शत-प्रतिशत सही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने जी न्यूज के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। उन्होंने कहा कि जनता को सच जानने का हक है। घटना के मद्देनजर अवींद्र के रहस्योद्घाटन पर दिल्ली पुलिस में वर्षो तक तैनात रहीं पूर्व आइपीएस किरण बेदी का कहना है कि पीसीआर वैन में तैनात पुलिसकर्मी खुद एफआइआर दर्ज कर सकते थे। क्योंकि कानून में यह कहीं नहीं लिखा है कि रिपोर्ट किसी खास थाने में ही दर्ज होगी।
महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। ध्यान रहे कि शुक्रवार को जी न्यूज पर प्रसारित साक्षात्कार में अवींद्र ने पुलिस पर कई संगीन आरोप लगाए।
इस बीच सामूहिक दुष्कर्म पीडि़ता के दोस्त अवींद्र की जुबानी प्रसारित कर दिल्ली पुलिस के निशाने पर फिर आए जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने अदालत की शरण ली है। उन्होंने गुहार लगाई है कि अवींद्र के साक्षात्कार प्रकरण में दिल्ली पुलिस द्वारा उनसे की जाने वाली पूछताछ की वीडियो रिकार्डिग कराई जाए। सामूहिक दुष्कर्म कांड के एकमात्र चश्मदीद गवाह अवींद्र का साक्षात्कार प्रसारित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने समाचार चैनल के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है और चौधरी को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है।
महानगर मजिस्ट्रेट नम्रिता अग्रवाल की अदालत में दायर याचिका में चौधरी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि उनके मुवक्किल सुधीर चौधरी को वसंत विहार थाने में पूछताछ के लिए आने के वास्ते नोटिस प्राप्त हुई। अदालत से आग्रह है कि धारा 161(3) सीआरपीसी के तहत जी न्यूज के संपादक के दर्ज होने वाले बयान की वीडियो रिकार्डिग कराने का आदेश पारित किया जाए। इस पर जज अग्रवाल ने रिकार्डिग संबंधी कोई आदेश दिए बगैर कहा, ‘मैंने आरोपी के वकील की दलील सुन ली है। वसंत विहार थाने के इंचार्ज को कानून के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाता है।’ साक्षात्कार प्रसारित होने के बाद दिल्ली पुलिस ने वसंत विहार थाने में जी न्यूज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 228(ए) के तहत एफआइआर दर्ज किया है।