महिलाओं के नेतृत्व में विकास को बढ़ावा देने के लिए बेंगलुरु में डब्ल्यू20-एमएएचई महिला कुलपति सम्मेलन

बेंगलुरु, मई 2023: मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) 26-27 मई 2023 को बेंगलुरु में “डब्ल्यू20-एमएएचई महिला वाइस चांसलर’ और लीडर्स कॉन्क्लेव” की मेजबानी करने के लिए तैयार है। डब्ल्यू20 लैंगिक समानता पर केंद्रित आधिकारिक जी20 से जुड़ने का समूह है। इसका प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लैंगिक विचारों को जी20 चर्चाओं में मुख्य धारा में शामिल किया जाए और जी20 के नेताओं की घोषणा में उन नीतियों और प्रतिबद्धताओं के रूप में शामिल किया जाए जो लैंगिक न्याय और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दें। मेगा इवेंट में भारत के विभिन्न हिस्सों की 40 से अधिक अग्रणी महिलाएं भाग लेंगी, जो विकास के हाशिये पर मौजूद सभी लोगों के लिए समानता को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक चर्चा में शामिल होंगी।

यह चर्चा पांच विषयों पर समानांतर रूप से होगी। ये हैं – उच्च शिक्षा में महिलाएं, श्रम बल की भागीदारी, कौशल विकास, देखभाल के कार्य और नेतृत्व। इससे संबंधित वर्किंग पेपर प्रकाशित किया गया है, जिसमें प्रत्येक से संबंधित डेटा प्रस्तुत किया गया है। इस तरह, साक्ष्य-आधारित नीतिगत सिफारिशें हुई हैं। प्रत्येक पैनल चर्चा के लिए अग्रणी लोगों का चुनाव सावधानीपूर्वक किया गया है और डब्ल्यू20 को प्रस्तुत की जाने वाले अनुशंसाओं के चार्टर के सामने आने की संभावना है। डब्ल्यू20 के अध्यक्ष और मुख्य समन्वयक के भी इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है।

एमएएचई कैंपस, बेंगलुरु में में 26 मई को लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. एमडी वेंकटेश, वाइस चांसलर, एमएएचई कॉन्क्लेव की शुरुआत करेंगे और डब्ल्यू20 की चेयरपर्सन डॉ . संध्या पुरेचा के साथ स्वागत भाषण होगा। सुश्री भारती घोष, आईपीएस (सेवानिवृत्त), एनईसी की सदस्य महिलाओं के सशक्तिकरण पर बोलेंगी; डॉ. शमिका रवि, सदस्य ईएसी-पीएम, भारत सरकार, नीति आयोग ‘व्हील’ – वूमेन इन हायर एजुकेशन फॉर एनेबलिंग लीडरशिप’ का अनावरण करेंगी और इसके बारे में बतायेंगी; धारित्री पटनायक, मुख्य समन्वयक – डब्ल्यू20 सचिवालय द्वारा ‘डिजिटल परिवर्तन और शैक्षिक संस्थानों की भूमिका’; तथा प्रोफेसर डॉ मधु वीरराघवन, प्रो वाइस चांसलर – एमएएचई बेंगलुरु द्वारा ‘ लैंगिक न्याय और उच्च शिक्षा – एमएएचई का एक नजरिया’ विषय पर बोलेंगी और यह दिन ऐसे सत्रों से भरा रहेगा।

इसके बाद कर्नाटक के महत्वपूर्ण लोक नृत्यों को प्रदर्शित करने वाली एक शाम नामूरा हब्बा होगी । दूसरा दिन सभी 40 प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी के साथ पांच केंद्रित पैनल चर्चाओं के साथ जारी रहेगा।

कॉन्क्लेव की प्रतीक्षा कर रहे, लेफ्टिनेंट जनरल डॉ एमडी वेंकटेश, वाइस चांसलर, एमएएचई ने कहा, “यह समझना महत्वपूर्ण है कि महिलाएँ एक स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जब हम इस क्षमता को उजागर करते हैं, तभी हम एक समाज के रूप में एक बेहतर स्थान प्राप्त कर सकते हैं। कॉन्क्लेव का हिस्सा बनना मेरे लिए खुशी की बात होगी।”

प्रो डॉ मधु वीरराघवन , प्रो वाइस चांसलर- एमएएचई बेंगलुरु ने कहा , ” महिलाओं को देश और दुनिया का भविष्य लिखने के लिए सशक्त बनाने के इस तरह के आयोजन का हिस्सा बनना सम्मान की बात होगी। मैं इसमें शामिल होने वाले लोगों को सुनने और उनके साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं।”

कॉन्क्लेव की संयोजक प्रोफेसर डॉ. नीता ईनामदार ने कहा, “महिलाओं के विकास से महिला-नेतृत्व वाले विकास के बड़े बदलाव के लिए शैक्षणिक चर्चाओं से लेकर सक्रिय जुड़ाव और नीति की वकालत तक बड़े पैमाने पर अभ्यास की आवश्यकता है और हम इसमें सक्रिय भूमिका निभाते हुए खुश हैं।”

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