राजस्थान में रेल नेटवर्क एवं सुविधाओं के विस्तार का आग्रह

श्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय रेल मंत्री श्री पवन कुमार बंसल से राजस्थान में रेल नेटवर्क एवं अन्य सुविधाओं का विस्तार करवाने का आग्रह किया है। साथ ही दिल्ली-मुम्बई रेल फ्रेट कोरीडोर का कार्य तेजगति से आगे बढ़ाये जाने की जरूरत पर भी बल दिया है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को सायं नई दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री श्री पवन कुमार बंसल से रेल भवन में मुलाकात की और राज्य में नई रेल गाड़ियों का संचालन, रेलगाड़ियों का विस्तार, रेलों की आवृति में बढ़ोतरी, नई प्रभावित रेल लाईनों का सर्वेक्षण, गेज परिवर्तन, दोहरी रेल लाइने बिछाने और रेल लाइनों के विद्युतीकरण आदि विषयों पर चर्चा की। साथ ही रेल बजट में की गई घोषणाओं को पूरा करने का भी आग्रह किया और मकराना रेल लाईन का संचालन पुनः शुरू करवाने का अनुरोध किया।
मुलाकात के दौरान श्री गहलोत ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मध्यप्रदेश से अलग पृथक राज्य बनने के बाद क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा प्रदेश हो गया है। रेगिस्तान प्रधान इस प्रदेश की एक हजार कि.मी. से भी अधिक लम्बी सीमाएं पड़ौसी देश पाकिस्तान से सटी हुई है। राजस्थान जैसे विशाल राज्य के चहुमुखी विकास के लिए प्रदेश में रेल नेटवर्क ब्रोडेगेज लाइनों और अन्य रेल सुविधाओं का विचार अत्यन्त जरूरी है।
उन्होनें बताया कि दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक एवं रेल गलियारा का चालीस प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरेगा। अतः इस फ्रेट कोरीडोर का कार्य को तेज गति से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे राजस्थान जैसे प्रदेश को सर्वागीण विकास की दृष्टि से काफी लाभ मिल सकेगा।
कु. शैलजा से भेंट 
इससे पूर्व श्री गहलोत ने केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कु. शैलजा से भेंट की और उनसे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओ.बी.सी.) के छात्रों को छात्रावृत्तियॉ प्रदान करने के लिए अधिक धनराशि दिलवाने का आग्रह किया। साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति कन्या एवं बालक छात्रावासों के लिए भी प्रदेश को वांछित राशि दिलवाने का अनुरोध किया।

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