आगरा। ए.डी.ए. द्वारा दहतोरा ग्रामीणों के उत्पीड़न के खिलाफ भारी आक्रोश व्याप्त है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने कहा कि ए.डी.ए. द्वारा ग्रामीणों का दशकों से उत्पीड़न किया जा रहा है, लगभग चार-पांच सौ मकान अधिग्रहण से पूर्व के बने हुए हैं। उन पर ए.डी.ए. जबरन कार्यवाही करना चाहता है। जबकि ग्रामीणों ने जमीन का मुआवजा नहीं लिया है। ए.डी.ए. के उत्पीड़न के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश है किसी भी कीमत पर ग्रामीण अपने घरों को उजड़ने नहीं देंगें।
संजीव लोधी ने कहा कि जहां भाजपा की सरकार गरीबों को आसियाना दे रही है वहीं ए.डी.ए. द्वारा दशकों पुराने भवनों को तोडकऱ गरीब किसानों को बेघर किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आज गरीब मजदूर किसान ठंड़ में सुबह से धरने पर बैठने पर मजबूर हैं। ग्रामीण अंतिम सांस तक अपने मकानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
प्रमुख रूप से दुलीचंद, डाॅ. सुनील राजपूत, हरिकिशन लोधी, शेरसिंह , गिरिश शर्मा, राजेश लोधी, भीमसेन, मोहनदास, ओमप्रकाश, दीवान सिंह, रामसिंह, राजकुमार, सीताराम, शंभुदयाल, मोहन, राजवती, सरिता देवी, रानी राजपूत, विजय कुमारी, लक्ष्मी, नरौता देवी, असरफी, सविता देवी आदि एवं भारी संख्या में अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।