कोका-कोला इंडिया और रिलायंस रिटेल ने ‘भूल ना जाना, प्‍लास्टिक बॉटल लौटाना’ पीईटी कलेक्शन और रीसाइक्लिंग अभियान के लिए सहयोग किया

मुंबई, जनवरी, 2024 : कोका-कोला इंडिया और भारत के सबसे बड़े रिटेलर, रिलायंस रिटेल ने अपनी सस्टेनेबिलिटी पहल ‘भूल ना जाना, प्‍लास्टिक बॉटल लौटाना’ शुरू करने की घोषणा की है। इस पहल के अंतर्गत रिवर्स वेंडिंग मशीनों (आरवीएम) और कलेक्शन बिन्स के माध्यम से मुंबई में रिलायंस रिटेल स्टोर्स में इस्तेमाल की हुई पीईटी बोतलों के संग्रह पर ध्‍यान दिया जाएगा। चक्रीय अर्थव्यवस्था के लिए यह पायलट प्रोजेक्‍ट सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के अनुरूप है। इसे मुंबई और दिल्ली में स्मार्ट बाज़ार और सहकारी भण्डार की दुकानों सहित 36 रिलायंस रिटेल स्टोर्स में शुरू किया गया है। वर्ष 2025 तक इसे देश में 200 स्टोर्स तक विस्तारित किया जाएगा और पायलट फेज़ में सालाना 5,00,000 पीईटी बोतलों को एकत्र किया जाएगा।
इस पहल का शुभारंभ बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के ठोस कचरा प्रबंधन के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी), काजी इरफ़ान की मौजूदगी में सांताक्रूज़ स्थित रिलायंस रिटेल के स्मार्ट बाज़ार स्‍टोर में किया गया।
स्टोर में लगाए गए आरवीएम और कलेक्शन बिन्स से उपभोक्ताओं को इस्तेमाल की गई पीईटी बोतलों को जमा करने में सुविधा होगी और इसके बदले में उन्हें कोका-कोला इंडिया के उत्पादों पर आकर्षक छूट मिलेगी। डिस्‍पोज़ की गई पीईटी बोतलों को रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) द्वारा एकत्र करने रीसाइकल किया जाएगा, जो पॉलिएस्टर और प्लास्टिक के रीसाइक्लिंग में अग्रणी है। इस पहल से उपभोक्ताओं को उत्तरदायी कचरा प्रबंधन में शामिल करके सुचारू कचरा संग्रह और परम्परागत रैखिक अर्थव्यवस्था से बाहर निकलने में आसानी होगी।
इस पहल की शुरुआत के विषय में दामोदर मल्ल, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर, ग्रॉसरी रिटेल, रिलायंस रिटेल ने कहा कि, “भारतीय परिवारों की आदत रही है कि वे दूध के पाउच, प्लाटिक की बोतलें और यहाँ तक कि अखबार को भी रोजाना कचरे में नहीं फेंकते हैं। हम उनकी सफाई करते हैं, एकत्र करते हैं और रद्दीवालों को दे देते हैं। ये रद्दीवाले आज के समय में अग्रिम पंक्ति के अद्वितीय रीसायकलर्स हैं। स्मार्टबाज़ार एक आधुनिक रिटेलर के रूप में इस आदत को आधुनिक विधियों से लगातार प्रोत्साहित कर रहा है। कोका-कोला इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के सहयोग से हमारे स्टोर के ग्राहकों के साथ हमारी यह प्रायोगिक पहल ऐसी ही एक कोशिश है जिसे हम अपने स्टोर्स के व्यापक नेटवर्क की मदद से आगे बढ़ाना चाहते हैं।”
कोका-कोला इंडिया और साउथवेस्ट एशिया की वाइस प्रेसिडेंट – कस्टमर और कमर्शियल लीडरशिप, मिस ग्रीष्मा सिंह ने कहा कि, “हमें खुशी है कि इस सहयोग और प्लैटफॉर्म के माध्यम से हम जागरूकता पैदा कर सकते हैं और खरीदारों को आकर्षक ऑफर्स के लिए उनकी पीईटी बोतलों को लौटाकर रीसाइकल करने का एक सुविधाजनक और भागीदारी करने वाला तरीका प्रदान कर सकते हैं। इस तरह की साझेदारियों को उपभोक्ता-केन्द्रित विचारों को ध्‍यान में रखकर बनाया जाता है, और हमें विश्‍वास है कि यह साझेदारियां बोतलों के संग्रह, रीसाइक्लिंग और इनके दोबारा उपयोग को बढ़ावा देने में शक्तिशाली भूमिका निभा सकती हैं।”
हेमंत डी. शर्मा, प्रेसिडेंट – ग्रोथ ऐंड स्ट्रेटेजी, पॉलिएस्टर, आरआईएल ने कहा कि, “रिलायंस सस्टेनेबिलिटी और चक्रीयता में सबसे आगे है। यह अपशिष्ट कचरे को मूल्यवान संसाधनों में बदलने में भारत के प्रयासों में अग्रणी है। हर साल 2 बिलियन पीईटी बोतलों को रीसाइकल कर और इसे 5 बिलियन तक बढ़ाने की योजना के साथ आरआईएल मौजूदा ट्रेंड्स शुरू होने के काफी पहले से सस्टेनेबिलिटी को लेकर वचनबद्ध रहा है और इको-फ्रेंडली मैन्युफैक्चरिंग के लिए मानदंड स्थापित करता है। आरआईएल दो दशकों से अधिक समय से इस्तेमाल की गई पीईटी बोतलों की रीसाइक्लिंग की हिमायत कर रहा है जो एक हरे-भरे चक्रीय भविष्य के प्रति इसकी दूरदर्शी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
यह पहल कोका-कोला के कचरा मुक्त विश्व (वर्ल्ड विदाउट वेस्ट) रणनीति के अंतर्गत इसके द्वारा बनाई जाने वाली वस्तुओं के पैकेट्स के 100% संग्रह और रीसाइकल के प्रति वचनबद्धता की दिशा में एक प्रमुख कदम है। ज़ेप्टो के सहयोग में संचालित कोका-कोला इंडिया के ‘रिटर्न ऐंड रीसाइकल’ पहल द्वारा प्राप्त सस्टेनेबिलिटी की गति को बरकारार रखते हुए यह एक सहारे के रूप में काम करेगा। रिटर्न ऐंड रीसाइकल पहल के साथ भारत में 50,0000 परिवार जुड़ चुके हैं और देश में 75 शहरों में स्थापित आरवीएम के माध्यम से 1 टन पीईटी अपशिष्ट एकत्र किया जा चुका है

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