बौद्धिक संपदा कानून पर हुई कॉन्फ्रेंस

एनवायरनमेंट एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी खजुराहो के द्वारा बौद्धिक संपदा कानून पर एक दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन गोदावरी स्वरोजगार केंद्र के सभागार में किया गया। इस कांफ्रेंस में मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल का सहयोग रहा। एनवायरनमेंट एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा आयोजित इस कांफ्रेंस का शुभारंभ अतिथियों एवं विषय विशेषज्ञों के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के द्वारा किया गया ।समिति के अध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार दुबे ने भौतिक बौद्धिक संपदा कानून पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुंदेलखंड की प्राकृतिक पेड़ पौधे एवं जो पारंपरिक ज्ञान है उसको हमें संरक्षित करने की आवश्यकता है इस हेतु बौद्धिक संपदा कानून कारगर साबित होगा। गोदावरी अकैडमी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रबंध निदेशक श्रीमती वंदना दुबे ने क्षेत्रीय पेड़ पौधों से प्राप्त औषधीय को पेटेंट कराने के लिए महाविद्यालय एवं शोधार्थियों को आगे आने की बात कही वही बौद्धिक संपदा कानून विषय विशेषज्ञ डॉ अरविन्द कुमार शासकीय विद्यालय नौगांव श्रीमती शिवानी चौबे सागर ने मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के कार्यों को एवं बौद्धिक संपदा कानून पर विस्तार से बताते हुए कहा कि इससे हमें अपनी औषधीय प्रजाति के पौधों को सुरक्षित कर भारतीय ज्ञान को आगे बढ़ाने में सफलता मिलेगी ।इस अवसर पर गणमान्य नागरिक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन श्रीमती वंदना दुबे ने किया।

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