नई दिल्ली, मई 2024 -महिन्द्रा युनिवर्सिटी ने ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिपपहल का हिस्सा बनने के लिए संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के साथ अपनी रणनीतिक साझीदारी की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा के जरिए जलवायु पर काम करने की जरूरत को समझना और उस दिशा में काम करना है। इस साझीदारी के तहत जलवायु परिवर्तन को मौजूदा शिक्षा तंत्र और पाठ्यक्रम में एकीकृत कर एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाना है। यह भारत और दुनियाभर में अन्य संस्थानों के लिए एक मॉडल के तौर पर काम करेगा।
ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप जलवायु संकट से प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के लिए सीखने वालों को आवश्यक ज्ञान, कौशल और अन्य दृष्टिकोण से युक्त करने के वैश्विक प्रयास में एक मील का पत्थर है। इसका मिशन सभी आयु के सीखने वालों को जलवायु परिवर्तन से पैदा चुनौतियों पर नजर रखने और उन्हें कम करने के लिए आवश्यक टूल्स से लैस करना है।
महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलपति डाक्टर यजुलू मेदुरी के मुताबिक, “शिक्षा परिवर्तन के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक है और जलवायु शिक्षा को हमारे पाठ्यक्रम और सीखने के वातावरण में एकीकृत कर हम क्लाइमेट चैंपियनों की नई पीढ़ी को प्रेरित कर सकते हैं जो सार्थक कार्य को आगे बढ़ाने के लिए समर्थ होंगे। ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप का हिस्सा बनने के लिए यूनेस्को के साथ हमारी साझीदारी, जलवायु परिवर्तन से सीधे मुकाबला करने के लिए जरूरी टूल्स के साथ सीखने वालों को युक्त करने का हमारा समर्पण दर्शाता है।”
महिन्द्रा युनिवर्सिटी में सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी के प्रमुख अनिर्बान घोष ने कहा, “ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप, जलवायु को लेकर सचेत लोगों की एक पीढ़ी तैयार करने के एक अनूठे अवसर की पेशकश करती है। अनूठे शैक्षणिक कार्यक्रमों और समुदाय को शामिल करने की पहल के जरिए हम जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।”
यह साझीदारी चार प्रमुख स्तंभों पर काम करती हैः ग्रीनिंग स्कूल- यह सुनिश्चित करना कि शिक्षा नीतियां जलवायु को लेकर स्मार्ट हों, स्कूल की सुविधाएं जलवायु रोधी हों, निर्णय प्रक्रिया समावेशी हो और स्थानीय समुदायों को शामिल किया जाए। ग्रीनिंग पाठ्यक्रम- प्रासंगिक और उच्च गुणवत्ता का पाठ्यक्रम विकसित किया जाए जो जलवायु परिवर्तन शिक्षा पर केंद्रित हो। ग्रीनिंग टीचर ट्रेनिंग- प्रशिक्षण और पेशेवर विकास के जरिए टिकाऊपन को सहयोग के लिए शिक्षा व्यवस्था और शिक्षकों की क्षमता मजबूत करना। ग्रीनिंग समुदाय- जलवायु परिवर्तन के असर को सहने की क्षमता का निर्माण करने के लिए आजीवन सीखने और युवाओं की अगुवाई में कार्य को प्रोत्साहन देना।
महिन्द्रा युनिवर्सिटी इस ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप प्लेटफार्म में सक्रिय रूप से प्रतिभाग करेगी। इसमें सर्वोत्तम व्यवस्थाओं को साझा करना, अनूठे शैक्षणिक संसाधनों का विकास और एक टिकाऊ भविष्य के लिए भावी पीढ़ियों को तैयार करने के वैश्विक प्रयासों में योगदान करना शामिल है। ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप का सचिवालय पेरिस में है और इसकी मेजबानी यूनेस्को द्वारा का जाती है।