रक्तकोष फ़ाउंडेशन द्वारा 6 वर्षों में करवाया गया रिकॉर्ड 1 लाख 13 हज़ार यूनिट रक्तदान
धोरीमन्ना रक्तकोष फ़ाउंडेशन द्वारा विगत छह वर्षों में 1200 से अधिक रक्तदान शिविर आयोजित करवाकर 1,13,247 यूनिट रक्तदान करवाया गया है जो लन्दन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकोर्ड में दर्ज हुआ है। लन्दन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकोर्ड के यूरोपियन यूनियन हैड डॉ इवान गैसिना और इण्टरनेशनल चेयरमैन (इण्डिया) डॉ. अविनाश डी. सकुण्डे ने रक्तकोष फ़ाउंडेशन को प्रमाण पत्र जारी करते हुए कहा कि ऐसे रिकॉर्ड को देखकर हम एक उज्ज्वल क्षितिज की ओर बढ़ते भारत के उन्मुक्त आकाश की ओर उन्मुख होते है जो संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रेरणादायक है।
रक्तकोष फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अवॉर्ड्स सेक्शन इंचार्ज मनोज सुथार ने बताया कि डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने रक्तकोष फ़ाउंडेशन की स्थापना देशभर के युवाओं को रक्तदान हेतु प्रेरित कर उन्हें आपस में जोड़कर रक्तदान की मुहिम को घर-घर तक पहुंचाने के लिए की थी। वर्तमान में रक्तकोष फ़ाउंडेशन की राजस्थान के 26 ज़िलों और राजस्थान के बाहर के प्रवासियों की मदद से दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बैंगलुरु, हैदराबाद आदि महानगरों में कार्यकारिणी संचालित है।
रक्तकोष फ़ाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम गोपाल ने इस रिकॉर्ड्स और अवार्ड को सभी रक्तदाताओं को समर्पित करते हुए कहा कि रक्तदान एक पुनीत पुनीत कार्य है जिसके लिए रक्तकोष फ़ाउंडेशन सदैव तत्पर है जिसका ही परिणाम है कि अल्पावधि में ही रक्तकोष फ़ाउंडेशन द्वारा रक्तदान के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए गए है
लन्दन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में रक्तकोष फाउंडेशन का नाम दर्ज होने पर राष्ट्रीय महासचिव ताराचंद शर्मा, राष्ट्रीय संयोजक डॉ अनिल मर्मिट, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नीतिशा शर्मा बाड़मेर जिला संयोजक श्रीराम ढाका, जिला अध्यक्ष राजेंद्र लहुआ, जिला सचिव जगदीश प्रसाद गोदारा, जिला उपाध्यक्ष डॉ खेमराज कड़वासरा, जिला प्रवक्ता चंद्रवीर गर्ग सहित समस्त ज़िला और महानगर शाखाओं के पदाधिकारियों ने सभी रक्तदाताओं को बधाई देते हुए रक्तदान की मुहीम को और अधिक गति देने की दृढ़ इच्छाशक्ति ज़ाहिर की है। इसके लिए ज़िला शाखाओं द्वारा किसी भी शुभ दिवस, महापुरुषों की जयंती अथवा त्यौहार-उत्सव के दिन सतत रूप से रक्तदान शिविर आयोजित करवाकर नजदीकी ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त मुहैया करवाया जाएगा।