दोबारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की तैयारी कर रहे नितिन गडकरी पर आयकर विभाग ने समन भेजकर गाज गिरा दी है। विभाग ने गडकरी और उनकी कुछ कंपनियों के खिलाफ कर चोरी की जांच के मामले में उन्हें समन भेजा है।
आयकर विभाग के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि गडकरी को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा गया है, जिससे दस्तावेजों का मिलान कराया जा सके। उन्होंने कहा, ‘गडकरी ने खुद के नागपुर में न होने का हवाला देते हुए दो सप्ताह का समय मांगा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब गडकरी को 21 जनवरी को उपस्थित होने को कहा गया है। हम तथ्यों की सत्यता जांचना चाहते हैं।’
इस बीच, गडकरी के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्हें आयकर विभाग से किसी प्रकार को कोई नोटिस नहीं मिला है, न ही किसी अधिकारी ने उन्हें उपस्थित होने को कहा है। उनके मुताबिक आयकर विभाग ने पूर्ति पावर और शुगर लिमिटेड (पीपीएसएल) के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच चल रही है, लेकिन इस मामले में गडकरी शामिल नहीं हैं। गडकरी कुछ समय पहले पूर्ति ग्रुप से त्यागपत्र दे चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग गडकरी की पीपीएसएल कंपनी में निवेश करने वाली कई कंपनियों की जांच कर रहा है। इस संबंध में जांच इकाई ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) नई दिल्ली को रिपोर्ट भेजी है। सूत्रों की मानें तो विभाग को पीपीएसएल में 30 कंपनियों द्वारा निवेश किए जाने की जानकारी मिली है।