सलुवा में लोगों ने की कुत्तों की पूजा

खड़गपुर : भारतीय संस्कृति और दर्शन हर जीव में ईश्वर का वास देखता है I पशु और पर्यावरण प्रेम इसके मूल में है I विचित्र लगने के बावजूद कुछ त्योहार और रीति रिवाज मनुष्य को निराश्रित और असहाय पशुओं से प्रेम करने की सीख देते हैं I बुधवार को खड़गपुर ग्रामीण के सलुवा में ऐसा ही देखा गया I
बता दें कि सलुवा में ईस्टर्न फ्रंटियर्स राइफल्स का मुख्यालय स्थित है I जहां गोरखा समुदाय के लोगों की बहुतायत है I स्थानीय लोग विजयादशमी और दीपावली हर्षोल्लास से मनाते हैं Iप्रचलित मान्यता के अनुसार बुधवार को यहां कुत्तों को पितृ के रूप में मानकर पूजा अर्चना की गई I
बल के रिटायर्ड जवान और वरिष्ठ नागरिक गोपाल नेवार ने कहा कि आज रीति-रिवाज अनुसार पालतू जानवर कुत्ते की पूजा-अर्चना की जाती है।
इसी परम्परा के अनुसार हम घर के पालतू जानवर कुत्ते की पूजा-अर्चना करके बुजुर्गो की संस्कार का सम्मान करते हुए आने वाले पीढ़ी को मार्गदर्शन कर रहे है। साथ ही हमें उम्मीद भी है कि ,भविष्य में आने पीढ़ी भी दीपावली के त्योहार में बुजुर्गो के बताएं पथ का अनुसरण करेंगे।
एक और वरिष्ठ नागरिक श्याम कुमार राई ने कहा कि शहर में निराश्रित पशुओं की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है I किसी भी रूप में पशुओं से प्रेम का संदेश अनुकरणीय है I खासतौर से नई पीढ़ी को भी इससे सीख लेनी चाहिए I

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