टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक की जीवंत विविधता और विरासत के शानदार उत्सव के साथ ” नम्मा कन्नड़ हब्बा 2024″ मनाया

बैंगलोर, नवंबर 2024 : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने नम्मा कन्नड़ हब्बा 2024 का आयोजन किया। यह कर्नाटक की जीवंत संस्कृति, परंपराओं और विरासत को प्रदर्शित करने वाला एक भव्य समारोह था जो “विविधता” थीम पर आधारित है। इस वर्ष की थीम ने लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने में कंपनी की उल्लेखनीय प्रगति को रेखांकित किया। कंपनी की महिला कर्मचारियों का अनुपात में पिछले वर्ष के 2% की तुलना में बढ़कर 10% हो गया है। इसकी एक खासबात टीकेएम की विशेष सभी महिला (एक्सक्लूसिव ऑल वीमेन) टीम की घोषणा थी जो ग्लोबल टोयोटा एकिडेन मैराथन 2024 में भाग लेने के लिए तैयार है। यह समान अवसरों को बढ़ावा देने और कार्यस्थल में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

समावेशिता के प्रति अपने समर्पण को और मजबूत करते हुए, टीकेएम के प्रबंध निदेशक और सीईओ, तथा टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन, जापान के लिए भारत, मध्य पूर्व, पूर्वी एशिया और ओशिनिया के क्षेत्रीय सीईओ श्री मसाकाजू योशिमुरा ने दिव्यांगों को धीरे-धीरे कार्यबल में शामिल करने की योजना की घोषणा की। यह पहल टीकेएम के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसमें एक ऐसा कार्यस्थल बनाना है, जहां विविधता और समावेशिता नवाचार और विकास को बढ़ावा देती है, जिससे यह वास्तव में प्रगतिशील और समुदाय-केंद्रित संगठन बन जाता है।

यह आयोजन विशिष्ट मुख्य अतिथि – श्रीमुरली की उपस्थिति से सम्मानित हुआ। श्रीमुरली एक जाने-माने कन्नड़ अभिनेता हैं जो फिल्म उद्योग में अपने प्रभावशाली योगदान के लिए मशहूर एक कन्नड़ अभिनेता हैं। उनकी भागीदारी ने इस अवसर पर प्रेरणा और सिनेमाई प्रतिभा का एक अनूठा मिश्रण जोड़ा। गणमान्य व्यक्ति ने स्थानीय समुदाय के साथ अपने बंधन को मनाने और मजबूत करने के लिए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के अटूट समर्पण की सराहना की, जो इस कार्यक्रम की सच्ची सांस्कृतिक भावना को दर्शाता है।

‘नम्मा कन्नड़ हब्बा’ उत्सव में पारंपरिक कला रूप, संगीत, नृत्य और व्यंजन पेश किए गए, जिसमें राज्य की विविधता को दर्शाया गया। इसके अलावा, स्थानीय कारीगरों, महिला उद्यमियों, कलाकारों और सांस्कृतिक राजदूतों को भी भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया, जिससे कर्नाटक की समृद्ध विरासत पर जोर दिया गया।

एक उल्लेखनीय क्षण कर्मचारियों, उनके परिवारों और जापानी प्रवासियों द्वारा एक अंतर सांस्कृतिक संगीत प्रदर्शन था, जो टोयोटा के समावेशी और सहयोगी कार्य वातावरण का प्रतीक था। समारोह में एक आकर्षक कन्नड़ पुस्तक प्रदर्शनी और कर्नाटक के सांस्कृतिक विकास को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें कलाकृतियों और प्रतिष्ठानों ने उपस्थित लोगों को राज्य के समृद्ध इतिहास और परंपराओं की एक गहन यात्रा प्रदान की।

एक नई पहल, “टोयोटा चैतन्य पुरस्कार ” की शुरुआत की गई ताकि स्थानीय समाज को मान्यता दी जा सके और प्रेरित किया जा सके जिसने समाज के प्रति महत्वपूर्ण योगदान किया है। कन्नड़ हब्बा के दौरान, रामनगरा और चन्नपटना तालुकों की नौ प्रतिष्ठित हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार पाने वालों में शामिल थे: कृषि में प्रौद्योगिकी के एकीकरण के लिए निजीप्पनडोड्डी से श्री सुरेन्द्र एन., बाजरे को बढ़ावा देने के लिए अरलुकुप्पेडोड्डी के श्री नंजुंदास्वामी, श्री आर. शशि सिबनहल्ली को डेयरी फार्मिंग और बहु-फसल में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया, कोमनहल्ली के श्री जयकुमार को एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाने के लिए सम्मानित किया गया। तलावडी के श्री चेतन कुमार टीसी को बागवानी के क्षेत्र में उनके काम के लिए सम्मानित किया गया । क्यासापुरा के श्री पार्थ सारथी को लोक कला में उनके योगदान के लिए, बेलेकेरे के श्री केम्पेगौड़ा एएम को रंगभूमि में उनके कार्य के लिए सम्मानित किया गया, यक्षगान के प्रति समर्पण के लिए इजुरू के श्री रेणुका प्रसाद, सामुदायिक विकास, शिक्षा और बाल कल्याण में उनके प्रयासों के लिए बन्नीकुप्पे के श्री चिक्कावीरैया को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वित्त एवं प्रशासन के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री जी शंकर ने कहा, “नम्मा कन्नड़ हब्बा एक उत्सव से कहीं बढ़कर है; यह टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की उस समुदाय के साथ जुड़ने की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है जिसने वर्षों से हमारा गर्मजोशी से स्वागत किया है। टोयोटा चेतना पुरस्कार के माध्यम से स्थानीय नायकों का सम्मान करके और स्थानीय संस्कृति, लोक रूपों, महिला उद्यमियों, कलाकारों और कलाकारों की प्रतिभा को प्रदर्शित करके, हमारा लक्ष्य एक सार्थक और स्थायी प्रभाव पैदा करना है जो कर्नाटक के मूल्यों के साथ प्रतिध्वनित हो। इस वर्ष की थीम ‘विविधता’ हमारे इस विश्वास को और भी पुख्ता करती है कि एक मजबूत, समावेशी भविष्य के निर्माण के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों और पृष्ठभूमियों को अपनाना आवश्यक है। हम इसमें शामिल सभी लोगों की भागीदारी और उत्साह से बेहद अभिभूत हैं और आने वाले वर्षों में कर्नाटक के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास का समर्थन करने के लिए अपने समर्पण में दृढ़ हैं।”

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वरिष्ठ नेतृत्व ने भी इस उत्सव में भाग लिया। इनका नेतृत्व टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक तथा सीईओ श्री मसाकाजू योशिमुरा और टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन, जापान के भारत, मध्य पूर्व, पूर्वी एशिया और ओशिनिया के क्षेत्रीय सीईओ ने किया। उनके साथ कॉर्पोरेट प्लानिंग, वित्त, प्रशासन और विनिर्माण की देखरेख करने वाले उप प्रबंध निदेशक श्री स्वप्नेश आर मारू और बिक्री, सेवा, प्रयुक्त कारों और लेक्सस पोर्टफोलियो के लिए जिम्मेदार उप प्रबंध निदेशक श्री तदाशी असजुमा भी थे। उनकी सक्रिय भागीदारी ने कर्नाटक के सांस्कृतिक ताने-बाने के लिए टोयोटा के गहरे सम्मान और स्थानीय समुदाय के साथ संबंधों को मजबूत करने में कन्नड़ हब्बा की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। समारोह की जीवंतता को बढ़ाते हुए, श्री मसाकाजू योशिमुरा ने कन्नड़ में एक भावपूर्ण भाषण दिया, जिसकी वहां उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की तथा स्थानीय परंपराओं को अपनाने और मनाने के प्रति टोयोटा की सच्ची प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

पिछले कुछ वर्षों में कन्नड़ हब्बा एक वार्षिक आयोजन भर से कहीं आगे बढ़ गया है – यह समाज को कुछ देने, क्षेत्रीय परंपराओं का सम्मान करने और कर्नाटक के लोगों में एकता और गौरव की भावना को बढ़ावा देने के लिए टीकेएम के समर्पण की हार्दिक अभिव्यक्ति है। हर साल कन्नड़ हब्बा मनाकर टीकेएम राज्य के सांस्कृतिक ताने-बाने के प्रति अपने गहरे सम्मान और जीवन को समृद्ध बनाने तथा समुदायों को मजबूत बनाने वाले सार्थक, स्थायी प्रभाव पैदा करने में अपने दृढ़ विश्वास को रेखांकित करता है।

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