स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, आईआईटी मंडी ने हिमालयन बिजनेस समिट (एचआईबीएस) 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया

एआई आधारित एक परिवर्तनकारी व्यावसायिक
अनुभव के लिए एक मंच पर जुटे इंडस्ट्री के दिग्गज और विशेषज्ञ

मंडी, भारत – 23 जनवरी, 2025 – स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी (आईआईटी मंडी) ने 18-19 जनवरी, 2025 के दौरान हिमालयन बिजनेस समिट (एचआईबीएस) 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस शिखर सम्मेलन में उद्योग जगत के दिग्गज, प्रसिद्ध पेशेवर और अकादमिक विशेषज्ञ एक मंच पर जुटे और उन्होंने व्यवसायों के भविष्य को आकार देने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की परिवर्तनकारी क्षमता का पता लगाने के विषय पर गंभीर विचार-विमर्श किया।

आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने प्रमुख तकनीकी परिवर्तनों को  गहराई से समझने, विचारोत्तेजक चर्चाओं में शामिल होने और छात्रों और व्यवसाय के दिग्गजों के बीच परामर्श और सहयोग के अवसरों को सुविधाजनक बनाने के लिए एक गतिशील मंच के रूप में कार्य किया।

शिखर सम्मेलन का उद्घाटन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के चेयरपर्सन प्रोफेसर अंजन के. स्वैन के औपचारिक स्वागत भाषण से हुआ, जिन्होंने हिमालयन बिजनेस समिट के विजन के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही उन्होंने एआई और बिजनेस में अगली पीढ़ी के नेताओं को आकार देने में आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट की भूमिका का परिचय दिया। इसके बाद प्रोफेसर मनोज ठाकुर ने शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को दूर करने में संस्थान द्वारा उठाए गए कदमों का विस्तृत विवरण दिया।

विप्रो लिमिटेड के ग्लोबल सीआईओ श्री अनूप पुरोहित ने मुख्य वक्ता के तौर पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे संगठन नवाचार को बढ़ावा देने और डिजिटल परिवर्तन को बढ़ाने के लिए अपनी व्यावसायिक रणनीतियों के साथ एआई को जोड़ सकते हैं।

शिखर सम्मेलन में पहली पैनल चर्चा ‘एआई पावर्ड पर्सनलाइजेशन-टेलरिंग प्रॉडक्ट्स एंड सर्विसेज’ थीम पर आयोजित की गई। इस सत्र का संचालन श्री करुण जलाली (निदेशक, डेलोइट) ने किया। श्री नीलेश बिनिवाले (पैटर्न इंडिया), डॉ. तनुश्याम चट्टोपाध्याय (अदाणी एआई लैब्स) और श्री सरोश कुमार (कॉग्निजेंट) सहित प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने आज के प्रतिस्पर्धी बाजार में व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करने के लिए एआई का लाभ उठाने के महत्व पर एक जोरदार चर्चा की।

दिन की एक खास विशेषता मेंटरशिप सत्र था, जहां छात्रों ने इंडस्ट्री के दिग्गज लोगों के साथ बातचीत की और इस दौरान कैरियर के अवसरों, तकनीकी रुझानों और वास्तविक दुनिया के व्यावसायिक प्रथाओं पर चर्चा की। दिन का समापन एक आकर्षक सांस्कृतिक शाम के साथ हुआ, जिसमें पारंपरिक मंडियाली नृत्य, संगीत और अन्य के माध्यम से आईआईटी मंडी के छात्रों की विविध रचनात्मक प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया गया।

दूसरे दिन की शुरुआत डॉ. उमेश उदयप्रकाश (इनोवा सॉल्यूशंस) के मुख्य भाषण से हुई, जिन्होंने वैश्विक उद्योगों को नया रूप देने में एआई-संचालित इनोवेशन के बढ़ते प्रभाव पर जोर दिया।

डॉ. विनय कुमार द्वारा संचालित दूसरी पैनल चर्चा, “एआई-ड्रिवेन बिजनेस इंटेलिजेंस- अनलॉकिंग डेटा-ड्रिवेन इनसाइट्स” में श्री अभिजीत दत्ता (एक्सेंचर), श्री सुमन्यु पांडा (एसकेएलएएसएस.एआई) और श्री सिद्धार्थ बालकृष्ण (बीओडी कंसल्टिंग) जैसे पैनलिस्ट शामिल थे। उन्होंने प्रतिस्पर्धात्मक लाभ के लिए प्रारंभिक डेटा को कार्रवाई योग्य जानकारी में बदलने पर अपने विजन को साझा किया।

अंतिम पैनल चर्चा, “एआई एंड साइबर सिक्योरिटी-प्रोटेक्टिंग डिजिटल एसेट्स’’ थीम पर थी, जिसका संचालन श्री समीर दत्त (फाउंडेशन फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजीज) ने किया। श्री वेंकटगिरी (केफिन टेक्नोलॉजीज), श्री अजय सबनानी (जेनेक्सा.एआई) और श्री अर्नब बनर्जी (माइक्रोन टेक्नोलॉजी) सहित पैनलिस्टों ने बढ़ते साइबर खतरों के युग में संवेदनशील डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा पर विचार-विमर्श किया।

विभिन्न मामलों पर आधारित प्रतियोगिता शिखर सम्मेलन का मुख्य आकर्षण थी, जहां आईआईटी मंडी के एमबीए छात्रों ने समकालीन व्यावसायिक चुनौतियों के लिए अभिनव समाधान प्रस्तुत किए। उद्योग विशेषज्ञों से युक्त प्रतिष्ठित जूरी द्वारा उनके विश्लेषणात्मक कौशल और रणनीतिक सोच की प्रशंसा की गई।

कार्यक्रम का समापन डॉ. आशीष बोलिम्बाला के समापन भाषण के साथ हुआ, जिन्होंने हिमालयन बिजनेस समिट 2025 को एक शानदार तरीके से सफल बनाने में प्रतिभागियों, आयोजकों और सलाहकारों के सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की।

हिमालयन बिजनेस समिट 2025 ने एमबीए छात्रों के लिए सीखने और विकास के अवसरों के भरपूर अवसर पेश किए। इस कार्यक्रम ने सार्थक नेटवर्किंग अवसरों को बढ़ावा दिया, जिससे छात्रों को उद्योग के दिग्गजों से सीधे जुड़ने और उभरते रुझानों और व्यावसायिक रणनीतियों में मूल्यवान जानकारी हासिल करने का मौका मिला।

व्यक्तिगत मेंटरशिप सत्रों ने करियर मार्गदर्शन और वास्तविक दुनिया के व्यावसायिक संचालन की गहरी समझ के लिए एक मंच प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान चर्चाओं ने शिक्षा और उद्योग को जोड़ने के महत्व पर प्रकाश डाला और उद्योग की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों और व्यवसायों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। सांस्कृतिक संध्या के दौरान  विविधता, रचनात्मकता और टीम वर्क का जश्न मनाया गया, जिससे प्रतिभागियों के लिए समग्र अनुभव और भी यादगार बन गया।

हिमालयन बिजनेस समिट 2025 के बारे में अधिक पूछताछ या जानकारी के लिए, कृपया संपर्क करें-somoffice@iitmandi.ac.in

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