इंडोसैट ओरेडू हचिसन और आयोनोस ने इंडोनेशिया के एआई की विकास यात्रा के लिए हाथ मिलाया

ई दिल्ली,  जनवरी, 2025- भारत और इंडोनेशिया के बीच एक ऐतिहासिक गठबंधन के तहत आयोनोस और इंडोसैट ओरेडू हचिसन (इंडोसैट या आईओएच) ने इंडोनेशिया के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पारितंत्र को परिवर्तित करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। यह एमओयू दो देशों के बीच पहली वृहद स्तर की एआई केंद्रित साझीदारी का प्रतिनिधित्व करता है और नवप्रवर्तन, आर्थिक वृद्धि और सामाजिक सांस्कृतिक परिवर्तन को गति देने के लिए एआई की ताकत का उपयोग करने की एक साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

इंटरग्लोब और असाजो ग्रुप के बीच संयुक्त उपक्रम आयोनोस कारोबार को एआई नेतृत्व वाले उपक्रमों में तब्दील करने के लिए समर्पित है और इंडोसैट इंडोनेशिया की अग्रणी दूरसंचार सेवा प्रदाता है जो इंडोनेशिया के लोगों को सशक्त कर रही है।

यह गठबंधन एआई³ (इंडोनेशिया व भारत के लिए इइंडोसैट और आयोनोस से शक्ति प्राप्त एआई) को लेकर केंद्रित है। यह स्थानीय जरूरतों और चुनौतियों को लेकर इंडोसैट की गहरी समझ पर निर्मित एक साझा विजन है जिसमें आयोनोस की अनूठी एआई टेक्नोलॉजीज़ का उपयोग किया जाएगा। एआई³ का लक्ष्य विशेषकर पर्यटन, ज्ञान की अर्थव्यवस्था और टिकाऊ खेती जैसे क्षेत्रों में ऐसे परिवर्तनकारी सॉल्यूशंस तैयार करना है जो उस देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को नया आकार दे सकें और उसकी वैश्विक प्रतिस्पर्धी क्षमता मजबूत कर सकें।

एआई³ के रणनीतिक स्तंभ इस प्रकार हैं- इंडोनेशिया की यात्रा अर्थव्यवस्था में परिवर्तन- एआई³ का लक्ष्य विविध स्थानीय अनुभवों को बढ़ाकर और संपर्क सुधार कर जीडीपी में इंडोनेशिया के यात्रा क्षेत्र का योगदान बढ़ाना है। इस पहल से ना केवल स्थानीय कारोबारियों के लिए आय के अवसर व्यापक होंगे, बल्कि इसका लक्ष्य इंडोनेशिया की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक यात्रा नेटवर्क के साथ टिकाऊ ढंग से एकीकृत करना भी है। एक ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था का पोषण- इंडोनेशिया और भारत में शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के साथ गठबंधन में एआई³ एक एआई युक्त कार्यबल विकसित करने की तैयारी में है जो ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को गति देगा और वैश्विक परिदृश्य में एक भावी नेता के तौर पर इंडोनेशिया की स्थिति सुरक्षित करेगा। टिकाऊ खाद्य सुरक्षा को आगे बढ़ाना- इस साझीदारी के तहत उन्नत एआई और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस का उपयोग जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को देखते हुए कृषि उत्पादकता और लचीलापन बढ़ाने में किया जाएगा जिससे खाद्य सुरक्षा बढ़ेगी और स्थानीय किसान सशक्त होंगे।

आयोनोस के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीपी गुरनानी ने कहा, “यह गठबंधन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और “सभी के लिए एआई” पारितंत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एआई³ ना केवल गठबंधन, बल्कि एक आंदोलन का प्रतिनिधित्व करता है। यह एआई के जरिए इंडोनेशिया की संभावना का दोहन करने का एक विजन है। आयोनोस के एआई नवप्रवर्तन के साथ इंडोसैट की स्थानीय विशेषज्ञता का उपयोग कर इस पहल का लक्ष्य एआई कौशल के साथ इंडोनेशिया के लोगों को सशक्त करना, पर्यटन, टिकाऊ खेती जैसे प्रमुख क्षेत्रों में वृद्धि को गति देना और इंडोनेशिया की मानव पूंजी को मजबूत कर इसके डिजिटल परिवर्तन को गति देना है। प्रगति के सुचालक के तौर पर यह एक एंटरप्राइस स्तर के एआई प्लेटफॉर्म का निर्माण कर भारत की स्थिति मजबूत करता है और दुनियाभर में इसे उद्योग द्वारा अपनाने लायक बनाता है।”

इस गठबंधन के बारे में इंडोसैट ओरेडू हचिसन के अध्यक्ष निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रम सिन्हा ने कहा, “यह साझीदारी वास्तविक दुनिया की आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों से निपटने में एआई की परिवर्तनकारी ताकत को रेखांकित करती है। एआई³ (एआई क्यूब) इंडोनेशिया के डिजिटल परिदृश्य में क्रांति लाने के एक साझा विजन के साथ नवप्रवर्तन और वृद्धि को बढ़ावा देने की इंडोसैट की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। प्रतिभा विकास, खाद्य सुरक्षा और पर्यटन जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर इस पहल का लक्ष्य प्रौद्योगिकीय उन्नयन के जरिए इंडोनेशिया के गोल्डन विजन 2045 में सहयोग करना है।”

विक्रम ने कहा, “आयोनोस का इंडोसैट के साथ गठबंधन नवप्रवर्तन के प्रकाश स्तंभ की तरह है जो इंडोनेशिया और भारत के बीच संबंधों को मजबूती देगा और एआई संचालित प्रगति के लिए एक क्षेत्रीय केंद्र के तौर पर उभरने के लिए इंडोनेशिया के लिए मंच तैयार करेगा। हमारा मानना है कि यह साझीदारी साथ मिलकर ऐसे सॉल्यूशंस पेश करेगी जिससे इंडोनेशिया में लाखों लोग लाभान्वित होंगे।”

आयोनोस और इंडोसैट के बीच इस ऐतिहासिक एमओयू ने अंतरराष्ट्रीय टेक डिप्लोमैसी के लिए एक मानक भी स्थापित किया है और यह भी प्रदर्शित किया है कि कैसे सीमा पार का गठबंधन साझा समृद्धि को गति प्रदान करता है। पर्यटन, कौशल विकास और खाद्य सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ यह साझीदारी नवप्रवर्तन को रफ्तार देने, महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने और सार्थक आर्थिक प्रभाव पैदा करने की एआई की संभावना रेखाकित करती है। यह गठबंधन भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा और संभावनाओं के एक नए युग की शुरुआत करेगा जहां दोनों देश समुदायों में परिवर्तन के लिए सहयोग करने के साथ ही अनूठे एप्लीकेशंस का निर्माण करेंगे।

 

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