नई दिल्ली, जनवरी, 2025- नीति निर्माताओं, उद्योगपतियों और अकादमिक विशेषज्ञों ने ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ब्रिक्स सीसीआई) के एजुकेशन वर्टिकल द्वारा From Chalkboards to Chatbots: The Evolution of Digital Education and EdTech in Bridging Educational Gaps’ विषय पर आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में यह बात रेखांकित की कि कैसे डिजिटल नवप्रवर्तन शैक्षणिक अंतर पाट सकता है और सभी के लिए समावेशी सीख सुनिश्चित कर सकता है।
इस आयोजन में नई दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के उच्चायोग के प्रथम सचिव श्री पीटर महाफा और बोलिविया दूतावास के सिविल अटैच श्री क्रिस्टियन डब्लू विलैरियल दुरान सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हुए।
इस गोलमेज सम्मेलन के दौरान अपनी अंतर्दृष्टि साझा करने वाले उद्योग विशेषज्ञों में करियर गाइड की सीईओ सुश्री सुरभि देवरा, आईड्रीमकरियर के संस्थापक एवं सीईओ श्री आयुष बंसल, इनवोकॉन के सह-संस्थापक एवं सीईओ श्री तरणजीत सिंह, शारदा युनिवर्सिटी में डीएसटी आईटीबीआई टेक्निकल बिजनेस इनक्यूबेटर के सीईओ, एआईएम के मेंटर, साइकॉम इंडिया और एस्ट्रोकैंप ग्रुप के संस्थापक निदेशक श्री अनुराग पांडेय, टाइम्सप्रो के मुख्य डिजिटल स्ट्रैटेजी ऑफिसर, श्री अभिजीत मेहरोत्रा, उपाध्यक्ष, इमर्टिकस लर्निंग, श्री वरुण धामिजा, शिपरस्कूल्स के संस्थापक श्री अनुराग मिश्रा, स्किल सर्किल के संस्थापक और सीईओ श्री शिवम आहुजा, डिजिपरफॉर्म के सह संस्थापक वैभव वत्स और लाल बहादुर शास्त्री एजुकेशनल सोसाइटी को बोर्ड सदस्य श्री मुदित शास्त्री शामिल थे।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि एडसीआईएल (इंडिया) लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक (डिजिटल एजुकेशन सिस्टम) श्री पवन कुमार शर्मा ने कहा, “डिजिटल नवप्रवर्तन ने शिक्षा तक पहुंच के क्षेत्र में क्रांति ला दी है जिससे सीखने वालों को दीक्षा और स्वयं जैसे प्लेटफॉर्मों के जरिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रमों के मुताबिक क्यूरेटेड, उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट सुलभ कराए जा सके। सरकार, निजी क्षेत्र और शैक्षणिक संस्थानों के मध्य गठबंधन भारत में शिक्षा के लिए एक समावेशी, तकनीकी चालित भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
ब्रिक्स सीसीआई के सह अध्यक्ष और महानिदेशक डाक्टर बीबीएल मधुकर के मुताबिक, “सरकार, निजी क्षेत्र और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सामूहिक प्रयास, शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन को गति देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। साथ मिलकर हम ऐसे टिकाऊ मॉडल तैयार कर सकते हैं यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी सीखने वाला पीछे ना छूटे।”
ब्रिक्स सीसीआई के वाइस चेयरमैन समीप शास्त्री ने कहा, “हमें शैक्षणिक असमानता दूर करने के लिए नवप्रवर्तन और उद्यमशीलता की ताकत का दोहन करना होगा। एडटेक सॉल्यूशंस सीखने की विविध जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यक्तिगत और सहज अनुभव उपलब्ध करा सकते हैं।”
ब्रिक्स सीसीआई की कार्यकारी निदेशक और ब्रिक्स सीसीआई एजुकेशन वर्टिकल की अध्यक्ष शबाना नसीम ने कहा, “आज शिक्षा चौराहे पर खड़ी है और टेक्नोलॉजी हर सीखने वालों को गुणवत्तापूर्ण संसाधनों से जोड़कर इस अंतर को पाट सकती है, भले ही उस व्यक्ति की सामाजिक आर्थिक पृष्ठभूमि कैसी भी हो। ब्रिक्स सीसीआई में हम गठबंधन और नवप्रवर्तन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे इस मिशन को आगे बढ़ाया जा सके।”
इस गोलमेज सम्मेलन ने समावेशी शिक्षा के लिए डिजिटल नवप्रवर्तन का उपयोग करने के संबंध में सामूहिक रणनीतियां साझा करने का प्रतिभागियों को एक मंच प्रदान किया। प्रतिभागियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि शिक्षा एक वैश्विक अधिकार बने और टेक्नोलॉजी की ताकत से यह सभी की पहुंच में हो।