सावन साहिल समूह समाचार पत्र की संस्थापिका कमला देवी की 14वीं पुण्यतिथि सोमवार को

प्रतापगढ़। श्रेष्ठ गृहणी व कुशल समाज सेविका कमला देवी अपने आप में अद्वितीय रही है। सामान्य घराने में पैदा होकर उच्चकोटि के सपने देखना व उसे साकार रूप देने वाली कमला देवी के अतुलनीय प्रयास की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम ही है। जन्म से लेकर अपनी मृत्यु तक अपने प्रयास से अपने परिवार के साथ ही साथ समाज को भी नई दिशा देने का काम किया है उनके द्वारा किया गया सराहनीय प्रयास जो आज समाज में अविस्मरणीय है। रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तहसील पट्टी क्षेत्र के कठार गांव में पैदा हुई यशस्वी कमला देवी जिनका विवाह प्रतापगढ़ जिले के ही विकास खंड सदर के अंतर्गत भुवालपुर डोमीपुर ग्राम सभा के अंतर्गत पुरेउसरहा गांव में पीडब्ल्यूडी प्रतापगढ़ में नौकरी करने वाले श्री अमर बहादुर सिंह के साथ हुवा था। शादी के कुछ समय बाद ही प्राथमिक विद्यालय बीरापुर में शिक्षिका के पद पर 1970 में उनकी नियुक्ति हो गयी। उनके संस्कार व शिक्षण कार्य से बच्चे खासा प्रभावित रहने लगे। इधर शादी के बाद से ससुराल में भी रहने एवं पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते पांच वर्ष तक शिक्षण कार्य करने के बाद परिवार व जनसेवा की मंशा की सोच रखते हुए उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। और ससुराल में अधिकतर समय देने लगी। समय का चक्र बीतता गया और उनके सात संतानें हुई। जिनमें से पांच पुत्र कुलदीप सिंह, शील कुमार सिंह, कपिलदेव सिंह, संजीव सिंह व शैलेन्द्र सिंह के साथ दो पुत्री मिथलेश सिंह और सरिता सिंह हुई। सभी की परवरिश व पढ़ाई लिखाई में अपने वश तक कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी। परिवार की देखरेख के साथ बच्चों के पढ़ाई लिखाई के साथ ही साथ घर पर आसपास के बच्चों को निःशुल्क कोचिंग पढाना व उनको अच्छे सत्कर्म की दिशा में चलने के लिए प्रेरित करना उनके नित्य जीवन का एक हिस्सा बन गया था। गरीब व असहाय बच्चों का जीवन संवारते हुए व उनके लिए विद्यालय खोलने की दिशा में प्रयासरत होते हुए उन्होंने बच्चों के लिए जय भारती पब्लिक स्कूल व अमर चिल्ड्रेन एकेडमी मोहनगंज की स्थापना की वही बालिकाओं के लिए कमला गहलौत बालिका विद्यालय बढ़नी मोड़ प्रतापगढ़ में विद्यालय की भी स्थापना की। उक्त विद्यालय का संचालन कराते हुए इनकी जमीन की खरीददारी करवाकर बेहतर विद्यालय का निर्माण कर बच्चों की सेवा में समर्पित थी। इसी के साथ ही साथ प्रतापगढ़ जिले से प्रकाशित दैनिक सावन साहिल समाचार पत्र, न्यूज़ सावन साहिल साप्ताहिक व मासिक पत्रिका का भी स्थापना की। जिसका संचालन आज भी उनकी गैर मौजूदगी में बेहतर स्थित में संचालन किया जा रहा है। साठ वर्ष की उम्र में तमाम दायित्वों का निर्वाहन करते हुए गोलोकवासी हो गयी। आज उनकी कमियां उनके परिवार के साथ ही साथ स्वच्छ व स्वस्थ समाज को भी खल रही है।लोग आज भी टकटकी लगाए रहते है कि एक दिन जरूर कमला देवी स्वरूप कोई दूसरा कमल खिलेगा। और समाज मे प्रभावित हो रहे कार्य को एक बार फिर से गति मिलने से इनकार नहीं किया जा सकता। वही उच्चकोटि की समाजसेविका कमला देवी के द्वारा किये गए सामाजिक कार्य को प्रबुद्ध लोगों व समाज के द्वारा भुला पाना मुश्किल है। विदित हो कि पांच पुत्रों में दो सुयोग्य नातिन के साथ सात नाती भी हुए है जिनमें से सावन सिंह और साहिल सिंह नाम के दो नातियों के नाम पर सावन साहिल समाचार पत्र समूह है जो आज उतरोतर उन्नयन की दिशा में अग्रसर है।