बैंगलोर, मार्च, 2025: महिलाओं को सशक्त बनाने और ऑटोमोटिव उद्योग में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिये अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने हाल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के उपलक्ष्य में दो शानदार कार्यक्रम आयोजित किए। बिदादी में टीकेएम के विनिर्माण संयंत्र में 12 और 16 मार्च को आयोजित समारोह में 700 से अधिक महिला कर्मचारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। यह एक समावेशी और प्रेरक कार्य वातावरण बनाने के प्रति कंपनी के समर्पण का प्रदर्शन करता है।
इन कार्यक्रमों में टीकेएम ने प्रतिभा निखारने के साथ अपनी महिला कर्मचारियों के बीच कार्य-जीवन संतुलन को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों को प्रदर्शित किया गया। 12 मार्च को एक विशेष सत्र में विभिन्न शिफ्टों से 250 से अधिक महिला टीम के सदस्यों के साथ-साथ वरिष्ठ व अग्रणी लोगों ने भाग लिया और उन्हें “कार्य-जीवन संतुलन” के विषय पर सार्थक चर्चा में शामिल किया गया। कंपनी के अंदर की कई प्रमुख वरिष्ठ व अग्रणी महिलाओं ने अपने बहुमूल्य अनुभव के साथ अंतर्दृष्टि साझा की, युवा प्रतिभाओं को उनकी व्यक्तिगत और व्यावसायिक जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए मार्गदर्शन किया। इंटरैक्टिव क्विज़ और आकर्षक गतिविधियों ने एक ऊर्जावान माहौल बनाया और प्रतिभागियों के बीच सौहार्द को बढ़ावा दिया।
इसके अलावा, 16 मार्च को महिला दिवस समारोह ने और भी अधिक ऊंचाई हासिल की। टीकेएम के विनिर्माण शिफ्टों से 450 से अधिक महिला कर्मचारियों ने एक बड़े कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें कर्नाटक राज्य महिला आयोग की सचिव और बाल संरक्षण निदेशालय की निदेशक श्रीमती आर. लता (आईएएस) मुख्य अतिथि थीं। श्रीमती आर. लता ने भारतीय स्टेट बैंक में करियर शुरू करके एक कुशल आईएएस अधिकारी बनने के अपने अनुभव मौजूद लोगों के साथ साझा किए। उनके उत्साहवर्धक शब्दों ने कर्मचारियों को महत्वाकांक्षी करियर पथ की कल्पना करने और पारंपरिक करियर रूढ़ियों को तोड़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए मुख्य अतिथि, श्रीमती आर. लता (आईएएस), सचिव, कर्नाटक राज्य महिला आयोग और निदेशक, बाल संरक्षण निदेशालय ने कहा, “महिलाओं को सशक्त बनाना केवल अवसरों के बारे में नहीं है, यह आत्मविश्वास पैदा करने और उन्हें महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित करने के बारे में है। मुझे टोयोटा किर्लोस्कर मोटर को समावेशी संस्कृति बनाने में अग्रणी देखकर खुशी हो रही है, जो ऑटोमोटिव उद्योग के लिए एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में काम कर रही है। इस तरह की पहल न केवल महिलाओं को पेशेवर रूप से सशक्त बनाकर बल्कि बड़े पैमाने पर समाज में सकारात्मक योगदान देकर स्थायी प्रभाव पैदा करती है।“
इस कार्यक्रम में प्रतिभाशाली महिला कर्मचारियों द्वारा गायन, नृत्य और यक्षगान (तटीय कर्नाटक का एक पारंपरिक नाट्य रूप) सहित कई प्रस्तुतियों के माध्यम से टीकेएम की विविध सांस्कृतिक विरासत को याद किया गया। इन गतिविधियों ने संगठन के भीतर विविधता, समावेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने पर टीकेएम के फोकस को मजबूत किया।
इन समारोहों के समापन पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वित्त और प्रशासन के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, श्री जी शंकर ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में हम अपने महिला कर्मचारियों के योगदान को संजोते हैं और महत्व देते हैं। दोनों कार्यक्रमों में हमने जो उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी है, वह लैंगिक विविधता में हमारी बढ़ती ताकत को दर्शाती है, जो हमें 2030 तक 30% महिला प्रतिनिधित्व प्राप्त करने के हमारे लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है। महिला–अनुकूल कार्यस्थल अवसंरचना, करियर ब्रेक के बाद वापस लौटने वाली महिलाओं के लिए पुनः नियुक्ति नीतियाँ, दूरस्थ कार्य अवसर और हमारी प्रगतिशील विश्राम नीति जैसी पहलों के साथ, हम अपने समावेशी कार्यस्थल को लगातार बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।“
हाल की ये घटनाएँ टीकेएम की वर्तमान में चल रही व्यापक पहलों को रेखांकित करती हैं, जिसमें महिला-अनुकूल सुविधाओं के साथ डिज़ाइन किए गए अत्याधुनिक पी3 प्लांट का चल रहा निर्माण शामिल है, जिसका लक्ष्य 30% तक महिला कर्मचारियों को समायोजित करना है। ऐसी रणनीतिक पहलों का उद्देश्य ऑटोमोटिव विनिर्माण भूमिकाओं में महिलाओं को आकर्षित करना, बनाए रखना और उन्हें सशक्त बनाना है ताकि टीकेएम उद्योग में एक पसंदीदा नियोक्ता के रूप में स्थापित हो सके।
इन समारोहों और निरंतर प्रगतिशील नीतियों के साथ, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और ऑटोमोटिव विनिर्माण में लैंगिक विविधता, समानता और समावेशिता के लिए उद्योग मानक स्थापित करने के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।