मंत्री न्यातो दुकाम ने टी–टीईपी का उद्घाटन किया: छात्रों से सुविधा का पूरा उपयोग करने की अपील की
रोइंग, अप्रैल 2025: देश के ‘कौशल भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ मिशनों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) नेकौशल विकास और उद्यमिता विभाग के सहयोग से अपना 68वां टोयोटा तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम (टी-टीईपी) और “तकनीकी शिक्षा व मान्यता के लिए छात्रवृत्तिकार्यक्रम” [स्टार] पहल की शुरुआत की। यह शुरुआत टी-टीईपी के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), रोइंग, अरुणाचल प्रदेश में की गई है।
माननीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री न्यातो दुकम ने आज अत्याधुनिक ऑटोमोटिव प्रशिक्षण सुविधा का उद्घाटन करके और छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू करकेटी-टीईपी की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य छात्रों, विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित समुदायों से आने वाले छात्रों को ऑटोमोटिव क्षेत्र में नौकरी के लिए तैयारकरने वाले तकनीकी कौशल से युक्त करना है। इस अवसर पर कौशल विकास आयुक्त श्री सौगत बिस्वास; श्रीमती सौम्या सौरभ – उपायुक्त, लोअर दिबांग घाटी, श्री सिबो पासिंग – निदेशक, एसडीई, श्री रिंगू न्गुपोक, रोइंग के पुलिस अधीक्षक, रोइंग के सरकारी आईटीआई के प्रिंसिपल श्री आरसी दत्ता, टोयोटा किर्लोस्करमोटर के कंट्री हेड और एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री विक्रम गुलाटी उपस्थित थे।
टी-टीईपी एक व्यापक, साल भर चलने वाला प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो अंतिम वर्ष के आईटीआई और डिप्लोमा छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इसमें टोयोटाडीलरशिप पर ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) के साथ गहन कक्षा शिक्षण को जोड़ा गया है। यह दोहरा दृष्टिकोण छात्रों को ऑटोमोटिव सेवा प्रौद्योगिकियों मेंनवीनतम सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रदर्शन दोनों प्रदान करता है। आईटीआई रोइंग में, कार्यक्रम सामान्य तकनीशियन श्रेणी पर ध्यान केंद्रित करेगा, जोविशेष रूप से मेकैनिक मोटर वाहन (एमएमवी) और डीजल मैकेनिक ट्रेड्स के छात्रों के लिए है।
इस पहल का पूरक टी-टीईपी के तहत स्टार छात्रवृत्ति कार्यक्रम है। टीकेएम ने आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाले मेधावी छात्रों की सहायता के लिए इसकीशुरुआत की है ताकि वे तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर सकें। योग्य और पात्र छात्र इसके तहत प्रति वर्ष ₹51,000 तक की छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकते हैं, इसमेंछात्रावास शुल्क, शैक्षिक व्यय और परिवार का समर्थन शामिल है। इससे उन्हें वित्तीय बोझ के बिना अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।
1971 में स्थापित, सरकारी आईटीआई रोइंग अरुणाचल प्रदेश का सबसे पुराना तकनीकी संस्थान है जो कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के तहत संचालितहोता है। टीकेएम के साथ साझेदारी इस क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले व्यावसायिक प्रशिक्षण का केंद्र बनने की दिशा में इसकी यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ती है।
कैमडिर टोयोटा, इस प्रयास में एक प्रमुख साझेदार है। टी-टीईपी रोइंग पहल में यह बराबर का स्वामित्व साझा करता है और क्षेत्र में सामुदायिक विकास तथा युवासशक्तीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, स्टार छात्रवृत्ति कार्यक्रम में भी योगदान दे रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर, टी-टीईपी ने 13,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया है। इनमें से 70% से अधिक सफलतापूर्वक ऑटोमोटिव क्षेत्र में काम कर रहे हैं।टी-टीईपी रोइंग की कार्यशाला को संरचनात्मक रूप से फिर से तैयार किया गया है, साथ ही पारंपरिक इंजन, ऑटोमोबाइल घटकों और कई सिमुलेटर से प्रशिक्षणसहायता प्रदान की गई है जिसमें टोयोटा की नवीनतम हाइब्रिड तकनीक शामिल है। नवनिर्मित सुविधा में पूरी तरह सुसज्जित कार्यशाला, आधुनिक कक्षाएँ औरप्रशिक्षित संकाय शामिल हैं। पहले बैच में 20 छात्र शामिल हैं, जिन्हें दो प्रशिक्षकों द्वारा निर्देशित किया जाता है, जिनमें से तीन छात्रों को शैक्षणिक प्रदर्शन औरक्षमता के आधार पर स्टार स्कॉलर के रूप में चुना जाता है।
माननीय मंत्री श्री न्यातो दुकम ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और कैमडिर टोयोटा के साथ साझेदारी करने तथा अरुणाचल प्रदेश में टी–टीईपी गतिविधि लानेके लिए विभाग की सराहना की । “यह कार्यक्रम हमारे छात्रों के लिए प्रशिक्षण, उद्योग में अनुभव और करियर के अवसरों के वैश्विक मानकों को करीब लाता है।इन छात्रों में कई अरुणाचल प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से आते हैं। टी–टीईपी के तहत शुरू किया गया स्टार स्कॉलरशिप कार्यक्रम योग्य छात्रों पर वित्तीय बोझकम करके उन्हें पूरी तरह से अपनी ज्ञान यात्रा पर ध्यान केंद्रित करने योग्य बनाता है तथा इस तरह सहायता को और मजबूत करता है। हमारा मानना है कि यह पहलउद्योग–अकादमिक साझेदारी के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगी और पूरे क्षेत्र में कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कई और प्रयासों को प्रेरितकरेगी। हम पूर्वोत्तर के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए उनके विजन और प्रतिबद्धता के लिए टोयोटा के आभारी हैं।“
टोयोटा और कैमडिर टोयोटा द्वारा परियोजना के क्रियान्वयन की गति की सराहना करते हुए, कौशल विकास आयुक्त श्री सौगत बिस्वास ने कार्यक्रम को अन्यआईटीआई तक विस्तारित करने के लिए विभाग की भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। बिस्वास ने आगे बताया कि विभाग टोयोटा के अलावा टाटा, एलएंडटी, होंडा, एनएचपीसी जैसी विभिन्न शीर्ष कंपनियों के साथ सहयोग कर रहा है ताकि अरुणाचल प्रदेश से स्थायी रोजगार बढ़ाने के लिए कौशल औरप्रौद्योगिकी साझेदारी में सहयोग लाया जा सके। उन्होंने कहा, “हम आईटीआई के प्रिंसिपलों और आईटीआई के वरिष्ठ संकाय सदस्यों को क्षमता निर्माण औरप्रदर्शन के लिए जल्द ही बैंगलोर में टोयोटा प्लांट भेजेंगे।”
इस कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट मामले एवं गवर्नेंस) श्री विक्रम गुलाटी नेकहा “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने लंबे समय से माना है कि सच्ची प्रगति समावेशी विकास में निहित है – जहाँ हर क्षेत्र, हर समुदाय और हर व्यक्ति को फलने–फूलनेका अवसर मिलता है। आईटीआई रोइंग में टी–टीईपी सुविधा का शुभारंभ उस दिशा में एक और सार्थक कदम है। यह पहल केवल ऑटोमोटिव कौशल के बारे मेंनहीं है; यह आकांक्षाओं का निर्माण करने, आत्मनिर्भरता को सक्षम करने और नवाचार व गतिशीलता द्वारा आकार दिए गए भविष्य के लिए युवा दिमागों को तैयारकरने के बारे में है। ऐसे प्रयासों के माध्यम से, हम एक स्थायी प्रभाव बनाने की उम्मीद करते हैं – जहाँ उद्योग–अकादमिक साझेदारी युवाओं को सशक्त बनाने, स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को ऊपर उठाने और कुशल कार्यबल को मजबूत करने के लिए एक आधार के रूप में काम करती है जो भारत के भविष्य को आगेबढ़ाएगी।”
इस मौके पर कैमडिर टोयोटा के डीलरशिप प्रिंसिपल श्री तेली ताडा ने कहा, “कैमडिर टोयोटा में , हमने हमेशा समुदायों को बदलने के लिए शिक्षा और अवसरकी शक्ति में विश्वास किया है। उत्तर–पूर्व क्षेत्र, और विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश, युवा प्रतिभाओं से भरा हुआ है, जिन्हें अक्सर उद्योग–संबंधित प्रशिक्षण तकपहुंच की कमी होती है। इस पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य व्यावहारिक कौशल को बढ़ावा देकर और सार्थक रोजगार के रास्ते खोलकर उस अंतर को पाटना है।हम बुनियादी ढांचे और छात्रवृत्ति सहायता दोनों के माध्यम से इस मिशन का समर्थन करने और इस सुविधा के दरवाजे से आने वाले प्रत्येक छात्र की सफलतासुनिश्चित करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं।“
टीकेएम ने टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) और टी-टीईपी जैसी पहल के माध्यम से कौशल विकास को लगातार आगे बढ़ाया है। ये कार्यक्रम युवाप्रतिभाओं, खासकर वंचित क्षेत्रों से, को व्यावहारिक, भविष्य के लिए तैयार प्रशिक्षण प्रदान करके उद्योग-अकादमिक अंतर को पाटने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।ये पहल भारत सरकार के ‘कौशल भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ मिशनों में योगदान देने और पूरे देश में एक मजबूत, भविष्य के लिए तैयार कार्यबल बनाने के लिएटीकेएम के चल रहे प्रयासों को दर्शाती है।