गुरुग्राम, मई 2025: भारत का सबसे बड़ा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग, भूटान के दूरस्थ क्षेत्रों के उत्साही शिक्षकों का अपनी बढ़ती कम्युनिटी ‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ में स्वागत कर रहा है। यह एक अनूठा कम्युनिटी-नेतृत्व वाला प्रोग्राम है, जिसे शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों और प्रशासकों को सशक्त बनाकर शिक्षा को बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ कार्यक्रम, जो शिक्षकों को भविष्य की कक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रशिक्षण आयोजित करता है, दिसंबर 2024 में भारत में शुरू हुआ था। अब, भूटान के शिक्षक भी कार्यशालाओं और सहयोगी शिक्षण के जरिए उस आंदोलन में शामिल हैं, जो तकनीक और नए विचारों से कक्षाओं को बेहतर बना रहा है।
सैमसंग ने भूटान के दूरस्थ और वंचित समुदायों में सेवा देने वाले इन शिक्षकों के लिए गुरुग्राम में अपने एक्जीक्यूटिव बिजनेस सेंटर (ईबीसी) में ‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ इमर्शन प्रोग्राम का आयोजन किया। इस प्रोग्राम के दौरान, शिक्षकों ने गैलेक्सी इकोसिस्टम, जिसमें गैलेक्सी स्मार्टफोन, गैलेक्सी बुक, टैबलेट, फ्लिपबोर्ड और डिस्प्ले शामिल हैं, का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
साथ ही, उन्हें सैमसंग के शिक्षा में नए आविष्कारों, जैसे कि आधुनिक और सभी के लिए उपयुक्त गैलेक्सी डिवाइसेस और गैलेक्सी एआई ऐप्स के बारे में बताया गया। यह कार्यक्रम भूटान के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा विभाग और शिक्षक नेतृत्व प्रभाग (टीईएलडी) के साथ मिलकर आयोजित किया गया।
वांगदुए प्राइमरी स्कूल के शिक्षक खांडू ने कहा, “मैंने पहले कभी इंटरैक्टिव व्हाइटबोर्ड का उपयोग नहीं किया था। इसे कार्य करते देखकर मुझे अपने छात्रों के लिए पाठों को और आकर्षक बनाने के लिए कई विचार मिले।”
सैमसंग क्षेत्रीय मुख्यालय में आयोजित इमर्शन प्रोग्राम में भूटान के विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने भाग लिया, जिनमें खांडोथांग प्राइमरी स्कूल (सैम्त्से), पेलरिथांग हायर सेकेंडरी स्कूल (गेलेपू, सरपांग), लोबेसा लोअर सेकेंडरी स्कूल (पुनाखा ढोंगखाग), योएचेन सेंट्रल स्कूल (पेमा गत्शेल), फुंत्शोलिंग प्राइमरी स्कूल (फुंत्शोलिंग थ्रोम्डे), और छुखा जोंगखाग शामिल हैं।
पेलरिथांग हायर सेकेंडरी स्कूल (गेलेफू, सरपांग) के शैक्षणिक प्रमुख घाना श्याम ढुंगाना ने कहा, “आज हमने जो तकनीक देखी, उसने बताया कि कक्षाएँ कितनी रोमांचक और स्टूडेंट-फ्रेंडली हो सकती हैं। मैं सोच रहा हूँ कि हम अपने स्कूलों में छोटे-छोटे बदलाव कैसे लागू कर सकते हैं।”
टेक्नोलॉजी में दुनिया की प्रमुख कंपनी होने के नाते, सैमसंग भविष्य के लिए तैयार कक्षाएँ विकसित करके पढ़ाई के भविष्य को बदलने के लिए समर्पित है। ये कक्षाएं शिक्षकों को नई-नई तकनीक और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों को शामिल करने में सशक्त बनाती हैं। ‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ जैसे पहलों के माध्यम से, सैमसंग न केवल शिक्षकों का समर्थन करता है, बल्कि स्कूलों को शैक्षणिक नवाचार में अग्रणी बनने में भी मदद करता है।
सैमसंग इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “सैमसंग में, हम मानते हैं कि शिक्षक को सशक्त करना कक्षाओं को जिज्ञासा, रचनात्मकता और जुड़ाव से भरे जीवंत स्थानों में बदलने के बारे में है। ‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ के जरिए, हम एक ऐसी चिंगारी जलाना चाहते हैं जो भावी पीढ़ियों के दिमाग को आकार दे। हमें खुशी है कि यह कार्यक्रम भारत से बाहर भी अपनी पहुंच बढ़ा रहा है और सीखने व सहयोग का एक वैश्विक मंच बन रहा है।”
‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ कार्यक्रम शिक्षकों और स्कूलों दोनों के लिए निःशुल्क उपलब्ध है। यह सुनिश्चित करते हैं कि शैक्षणिक उन्नति के लिए मूल्यवान संसाधन वित्तीय बाधाओं के बिना सुलभ हों। यह निःशुल्क ऑनलाइन प्रशिक्षण, गैलेक्सी एम्पावर्ड साइट पर अपनी स्पीड मुताबिक चलने वाले कोर्सेस और फिजिकल बूट कैंप प्रदान करता है।
जिग्मेलिंग प्राइमरी स्कूल (तांग, बुमथांग) के कार्यवाहक प्रिंसिपल पेमा दोरजी ने कहा, “इस यात्रा ने मुझे याद दिलाया कि तकनीक केवल बड़े शहरों के लिए नहीं है। सही सपोर्ट मिलने से, सुदूर इलाकों में स्थित स्कूल भी इन नवाचारों से लाभ उठा सकते हैं।”
भारत में, ‘गैलेक्सी एम्पावर्ड’ के तहत, दिसंबर 2024 से अब तक 250 से अधिक स्कूलों के 4,800 से ज्यादा शिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए हैं। इस कार्यक्रम का लक्ष्य 2025 तक भारत के 600 स्कूलों में 20,000 शिक्षकों को सशक्त बनाना है।