दिल्ली गैंगरेप: उस दरिंदगी को सोच आज भी सिहर जाता है मन

वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना को बेशक एक महीना पूरा हो गया हो, मगर आज भी बर्बर घटना की याद मन में सिहरन पैदा कर देती है। पुलिस के अधिकारियों की मानें तो हाल के सालों में इतनी वीभत्स घटना उनके सामने नहीं आई। जिस प्रकार पूरी वारदात में एक नाबालिग की भूमिका सामने आई है उससे भी लोग सकते में है। अधिकारियों की मानें तो 23 वर्षीय फिजियोथेरेपिस्ट युवती के साथ हैवानियत में नाबालिग का अहम रोल रहा। यही वजह है कि पुलिस अधिकारी अब नाबालिग अपराधियों की आयु सीमा 18 से घटाकर 14 साल किए जाने की मांग कर रहे हैं।

इस पूरी घटना ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली और पुलिस गश्त प्रणाली का सच भी उजागर किया। किस प्रकार लोग रात में अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए बसों का इंतजार करते हैं, ऑटो चालकों की मनुहार करते हैं, इस घटना ने सामने ला दिया। किसी तरह ऑटो पकड़कर मुनीरका चौक पहुंचे युवती व उसके दोस्त को पालम मोड़ जाने के लिए एक बार फिर आधे घंटे तक बस का इंतजार करना पड़ा। जल्दी घर पहुंचने की परिजनों की चिंता को ध्यान में रखकर युवती और उसका दोस्त बिना रूट की उस चार्टर्ड बस में चढ़ने को विवश हुए जिसमें वहशी दरिंदे शिकार का इंतजार कर रहे थे। बस में सवार रामसिंह समेत छह दरिंदों- जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था- ने युवती के साथ वहशीपन का ऐसा घिनौना खेल खेला जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। युवक को पीटकर अधमरा करने के बाद युवती के साथ न सिर्फ सबने दुष्कर्म किया बल्कि उसके शरीर से संवेदनशील अंगों को भी नोच डाला।

उस रात के गुनाहगार

1. रामसिंह पता- झुग्गी नंबर जे 49, रविदास कैंप, आरके पुरम सेक्टर 3 काम- बस चालक

2. मुकेश कुमार पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- ड्राइवर कम हेल्पर (नोट- रामसिंह का भाई है)

3. अक्षय कुमार सिंह उर्फ ठाकुर मूल निवासी- औरंगाबाद, बिहार काम- बस पर हेल्पर

4. पवन गुप्ता पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- फल विक्रेता

5. विनय शर्मा पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- जिम में हेल्पर

वारदात में शामिल छठा आरोपी नाबालिग है।

इस पूरे घटनाक्रम पर एक नजर

वसंत विहार गैंगरेप- 16 दिसंबर से अब तक

16 दिसंबर-

-वसंत विहार में रात साढ़े 9 बजे चार्टर्ड बस में एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म व उसके दोस्त की पिटाई।

-रात को ही युवती को सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराया गया।

17 दिसंबर-

-पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया।

18 दिसंबर-

-घटना का पता चलने पर लोगों ने वसंत विहार थाने के बाहर किया प्रदर्शन।

-घटना का पता चलने पर दिल्ली उच्च न्यायालय की महिला वकीलों के एक दल ने उच्च न्यायालय से की मामले में खुद ही संज्ञान लेने की अपील।

-पीड़िता की हालत बिगड़ी और उसकी दो सर्जरी की गई।

-पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी रामसिंह को गिरफ्तार कर साकेत कोर्ट में पेश किया और उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।

19 दिसंबर-

-पुलिस ने गैंगरेप के तीन आरोपियों विनय, पवन और मुकेश को गिरफ्तार कर साकेत कोर्ट में पेश किया।

-अदालत में विनय और पवन ने अपनी गलती स्वीकार की और विनय ने अपने लिए फांसी की सजा की मांग की।

-गैंगरेप पीड़िता के दोस्त ने अदालत में अपने बयान दर्ज कराए

-वसंत विहार गैंगरेप मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस से मामले की रिपोर्ट मांगी और घटना के दौरान बस के रास्ते में पड़ने वाले तीन पुलिस नाकों पर तैनात रहे पुलिसकर्मियों की सूची और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट दो दिन में मांगी।

-गैंगरेप की घटना को लेकर लोगों ने जंतर-मंतर व विभिन्न जगहों पर किया प्रदर्शन।

20 दिसंबर-

-तिहाड़ जेल में गैंगरेप के आरोपी मुकेश की शिनाख्त परेड कराई गई।

-लोगों ने जंतर-मंतर, इंडिया गेट और कई जगहों पर किया प्रदर्शन।

21 दिसंबर-

-दिल्ली हाईकोर्ट में गैंगरेप को लेकर पुलिस ने अपनी रिपोर्ट दाखिल की।

-हाईकोर्ट ने रिपोर्ट से असहमति जताते हुए घटना वाली रात ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के नाम कमिश्नर से मांगे।

22 दिसंबर-

-युवती की हालत में सुधार होने पर एसडीएम ने अस्पताल में जाकर बयान दर्ज किए।

-राष्ट्रपति भवन का प्रदर्शनकारियों ने किया घेराव

-पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले भी छोड़े। प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी भी की।

-प्रदर्शन के दौरान पुलिस के हमले से 70 लोग घायल।

-प्रदर्शनकारियों ने सरकारी वाहनों से की तोड़-फोड़

23 दिसंबर-

-मामले के आरोपियों की पिटाई के लिए साकेत कोर्ट में इकट्ठा हुई हजारों की भीड़।

-पुलिस ने आरोपियों को चोरी छिपे पेश किया

-रविवार को इंडिया गेट पर गैंगरेप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवकों और पुलिसकर्मियों में मारपीट

-इसी दौरान प्रदर्शनकारियों का पीछा कर रहा कांस्टेबल सुभाष तोमर गिर गया और उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया।

24 दिसंबर-

-पुलिस ने गैंगरेप के मामले में बाकी के दो आरोपियों अक्षय और राजू को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया।

-इंडिया गेट पर हुए बलवे को लेकर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा करने, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने, हत्या का प्रयास व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में तिलक मार्ग थाना में केस दर्ज किया और आठ लोगों को गिरफ्तार किया।

-सभी आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिल गई।

-एसडीएम ने बयान दर्ज करने के दौरान पुलिस की डीसीपी छाया शर्मा व दो एसीपी पर व्यवधान डालने का आरोप लगाया। मंडल आयुक्त ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भेजी।

-गैंगरेप के आरोपी राम सिंह की तिहाड़ में कैदियों ने पिटाई की।

25 दिसंबर-

-जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही युवतियों को संसद मार्ग की ओर जाने पर पुलिस ने हिरासत में लिया और चार घंटे के बाद रिहा किया।

-अस्पताल में दाखिल दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल सुभाष तोमर ने दम तोड़ा।

-निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ दाह संस्कार

-पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले से हुई कांस्टेबल की मौत

26 दिसंबर-

-आरएमएल के चिकित्सा अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि कांस्टेबल के शरीर पर नहीं था कोई चोट का निशान। उसकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई।

-पुलिस अपने बयान पर अड़ी और क्राइम ब्रांच ने चिकित्सा अधीक्षक को नोटिस भेजा।

-पीड़िता की हालत बिगड़ी और उसे एयर एम्बुलेंस के जरिये सिंगापुर स्थित माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भेजा गया।

27 दिसंबर-

-पीड़िता की हालत और अधिक बिगड़ी

-सिंगापुर के डाक्टरों द्वारा जांच के दौरान पीड़िता के सिर में गंभीर दिमागी चोट पाई गई।

-सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में छात्राओं ने निजामुद्दीन में नीला गुंबद के पास प्रदर्शन कर पैदल मार्च निकाला

-पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के छठे आरोपी को अदालत से एक दिन के रिमांड पर लिया ताकि वारदात के समय के उसके कपड़े बरामद किए जा सके।

28 दिसंबर-

-चिकित्सकों ने लंदन के एक विशेषज्ञ डाक्टर को पीड़िता की जांच के लिये बुलाया।

-देर शाम पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हुई।

-इंडिया गेट पर धारा 144 लगाकर रास्ते बंद करने की पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर।

-जंतर-मंतर पर लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।

29 दिसंबर

– रात सवा दो बजे पीड़िता ने दम तोड़ दिया

– दिल्ली में हाईअलर्ट

30 दिसंबर

पूरे देश में शोक की लहर। मुंबई में बॉलीवुड ने दी श्रद्धांजलि। शोक सभा आयोजित। पूरे देश में प्रदर्शन शुरू। श्रद्धांजलि और शोक सभा। पीएम और सोनिया शव देखने पहुंचे। आनन-फानन में दाह संस्कार।

31 दिसंबर

पूरे देश में नहीं दिखा न्यू इयर का जोश। दिल्ली में शोक की लहर।

01 जनवरी

पीड़िता का अस्थि विसर्जन।

02 जनवरी

फास्ट ट्रैक कोर्ट का उद्घाटन

03 जनवरी

1000 पेज की चार्जशीट साकेट कोर्ट में पेश।

5 जनवरी

अदालत ने पांच आरोपियों के खिलाफ दाखिल आरोप पत्र का संज्ञान लिया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 [हत्या], 307 [हत्या का प्रयास], 376 [2जी] सामूहिक बलात्कार, 377 [अप्राकृतिक अपराध], 395 [डकैती], 396 [डकैती के दौरान हत्या], 394 [डकैती के दौरान चोट पहुंचाना], 201 [सबूतों को नष्ट करना] 120 बी [षड्यंत्र] आदि के तहत आरोप लगाए गए ।

7 जनवरी

गैंगरेप के पांच आरोपियों राम सिंह, मुकेश, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर की साकेत कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट में सुनवाई चली और फिर कोर्ट ने कहा कि दिल्ली गैंगरेप की सुनवाई बंद कमरे में होगी। इस मामले में सभी आरोपियों को चार्जशीट भी उपलब्ध कराई गई।

पुलिस ने जिन धाराओं को इसमें जोड़ा है उनमें से करीब 11 में रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस के तहत फांसी की सजा प्रावधान है। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि अब आरोपियों की जिंदगी की उलटी गिनती शुरू हो गई है।

11 जनवरी

हाईकोर्ट ने दिल्ली गैंग रेप मामले की सुनवाई की रिपोर्टिग करने देने की मांग संबंधी याचिका पर दिल्ली सरकार और पुलिस को नोटिस जारी किया।

15 जनवरी

7 जनवरी को गैंगरेप मामले में नाबालिग आरोपी की जूलेनाइल जस्टिस बोर्ड में भी सुनवाई टल गई जो अब 15 जनवरी को हुई। नाबालिग के गांव के स्कूल के पूर्व और वर्तमान प्रधानाध्यपक आए और उसकी बोर्ड में पेश हुए। नाबालिग आरोपी के बीमार होने की वजह से फैसला टला।

गैंगरेप मामले में अगली सुनवाई 17 जनवरी को होगी

वसंत विहार सामूहिक दुष्कर्म की घटना को बेशक एक महीना पूरा हो गया हो, मगर आज भी बर्बर घटना की याद मन में सिहरन पैदा कर देती है। पुलिस के अधिकारियों की मानें तो हाल के सालों में इतनी वीभत्स घटना उनके सामने नहीं आई। जिस प्रकार पूरी वारदात में एक नाबालिग की भूमिका सामने आई है उससे भी लोग सकते में है। अधिकारियों की मानें तो 23 वर्षीय फिजियोथेरेपिस्ट युवती के साथ हैवानियत में नाबालिग का अहम रोल रहा। यही वजह है कि पुलिस अधिकारी अब नाबालिग अपराधियों की आयु सीमा 18 से घटाकर 14 साल किए जाने की मांग कर रहे हैं।

इस पूरी घटना ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली और पुलिस गश्त प्रणाली का सच भी उजागर किया। किस प्रकार लोग रात में अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए बसों का इंतजार करते हैं, ऑटो चालकों की मनुहार करते हैं, इस घटना ने सामने ला दिया। किसी तरह ऑटो पकड़कर मुनीरका चौक पहुंचे युवती व उसके दोस्त को पालम मोड़ जाने के लिए एक बार फिर आधे घंटे तक बस का इंतजार करना पड़ा। जल्दी घर पहुंचने की परिजनों की चिंता को ध्यान में रखकर युवती और उसका दोस्त बिना रूट की उस चार्टर्ड बस में चढ़ने को विवश हुए जिसमें वहशी दरिंदे शिकार का इंतजार कर रहे थे। बस में सवार रामसिंह समेत छह दरिंदों- जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था- ने युवती के साथ वहशीपन का ऐसा घिनौना खेल खेला जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। युवक को पीटकर अधमरा करने के बाद युवती के साथ न सिर्फ सबने दुष्कर्म किया बल्कि उसके शरीर से संवेदनशील अंगों को भी नोच डाला।

उस रात के गुनाहगार

1. रामसिंह पता- झुग्गी नंबर जे 49, रविदास कैंप, आरके पुरम सेक्टर 3 काम- बस चालक

2. मुकेश कुमार पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- ड्राइवर कम हेल्पर (नोट- रामसिंह का भाई है)

3. अक्षय कुमार सिंह उर्फ ठाकुर मूल निवासी- औरंगाबाद, बिहार काम- बस पर हेल्पर

4. पवन गुप्ता पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- फल विक्रेता

5. विनय शर्मा पता- रविदास कैंप, आरकेपुरम सेक्टर 3 काम- जिम में हेल्पर

वारदात में शामिल छठा आरोपी नाबालिग है।

इस पूरे घटनाक्रम पर एक नजर

वसंत विहार गैंगरेप- 16 दिसंबर से अब तक

16 दिसंबर-

-वसंत विहार में रात साढ़े 9 बजे चार्टर्ड बस में एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म व उसके दोस्त की पिटाई।

-रात को ही युवती को सफदरजंग अस्पताल में दाखिल कराया गया।

17 दिसंबर-

-पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया।

18 दिसंबर-

-घटना का पता चलने पर लोगों ने वसंत विहार थाने के बाहर किया प्रदर्शन।

-घटना का पता चलने पर दिल्ली उच्च न्यायालय की महिला वकीलों के एक दल ने उच्च न्यायालय से की मामले में खुद ही संज्ञान लेने की अपील।

-पीड़िता की हालत बिगड़ी और उसकी दो सर्जरी की गई।

-पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी रामसिंह को गिरफ्तार कर साकेत कोर्ट में पेश किया और उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।

19 दिसंबर-

-पुलिस ने गैंगरेप के तीन आरोपियों विनय, पवन और मुकेश को गिरफ्तार कर साकेत कोर्ट में पेश किया।

-अदालत में विनय और पवन ने अपनी गलती स्वीकार की और विनय ने अपने लिए फांसी की सजा की मांग की।

-गैंगरेप पीड़िता के दोस्त ने अदालत में अपने बयान दर्ज कराए

-वसंत विहार गैंगरेप मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस से मामले की रिपोर्ट मांगी और घटना के दौरान बस के रास्ते में पड़ने वाले तीन पुलिस नाकों पर तैनात रहे पुलिसकर्मियों की सूची और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की रिपोर्ट दो दिन में मांगी।

-गैंगरेप की घटना को लेकर लोगों ने जंतर-मंतर व विभिन्न जगहों पर किया प्रदर्शन।

20 दिसंबर-

-तिहाड़ जेल में गैंगरेप के आरोपी मुकेश की शिनाख्त परेड कराई गई।

-लोगों ने जंतर-मंतर, इंडिया गेट और कई जगहों पर किया प्रदर्शन।

21 दिसंबर-

-दिल्ली हाईकोर्ट में गैंगरेप को लेकर पुलिस ने अपनी रिपोर्ट दाखिल की।

-हाईकोर्ट ने रिपोर्ट से असहमति जताते हुए घटना वाली रात ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के नाम कमिश्नर से मांगे।

22 दिसंबर-

-युवती की हालत में सुधार होने पर एसडीएम ने अस्पताल में जाकर बयान दर्ज किए।

-राष्ट्रपति भवन का प्रदर्शनकारियों ने किया घेराव

-पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले भी छोड़े। प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी भी की।

-प्रदर्शन के दौरान पुलिस के हमले से 70 लोग घायल।

-प्रदर्शनकारियों ने सरकारी वाहनों से की तोड़-फोड़

23 दिसंबर-

-मामले के आरोपियों की पिटाई के लिए साकेत कोर्ट में इकट्ठा हुई हजारों की भीड़।

-पुलिस ने आरोपियों को चोरी छिपे पेश किया

-रविवार को इंडिया गेट पर गैंगरेप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवकों और पुलिसकर्मियों में मारपीट

-इसी दौरान प्रदर्शनकारियों का पीछा कर रहा कांस्टेबल सुभाष तोमर गिर गया और उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया।

24 दिसंबर-

-पुलिस ने गैंगरेप के मामले में बाकी के दो आरोपियों अक्षय और राजू को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया।

-इंडिया गेट पर हुए बलवे को लेकर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बलवा करने, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने, हत्या का प्रयास व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में तिलक मार्ग थाना में केस दर्ज किया और आठ लोगों को गिरफ्तार किया।

-सभी आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिल गई।

-एसडीएम ने बयान दर्ज करने के दौरान पुलिस की डीसीपी छाया शर्मा व दो एसीपी पर व्यवधान डालने का आरोप लगाया। मंडल आयुक्त ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भेजी।

-गैंगरेप के आरोपी राम सिंह की तिहाड़ में कैदियों ने पिटाई की।

25 दिसंबर-

-जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही युवतियों को संसद मार्ग की ओर जाने पर पुलिस ने हिरासत में लिया और चार घंटे के बाद रिहा किया।

-अस्पताल में दाखिल दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल सुभाष तोमर ने दम तोड़ा।

-निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ दाह संस्कार

-पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले से हुई कांस्टेबल की मौत

26 दिसंबर-

-आरएमएल के चिकित्सा अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि कांस्टेबल के शरीर पर नहीं था कोई चोट का निशान। उसकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई।

-पुलिस अपने बयान पर अड़ी और क्राइम ब्रांच ने चिकित्सा अधीक्षक को नोटिस भेजा।

-पीड़िता की हालत बिगड़ी और उसे एयर एम्बुलेंस के जरिये सिंगापुर स्थित माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भेजा गया।

27 दिसंबर-

-पीड़िता की हालत और अधिक बिगड़ी

-सिंगापुर के डाक्टरों द्वारा जांच के दौरान पीड़िता के सिर में गंभीर दिमागी चोट पाई गई।

-सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में छात्राओं ने निजामुद्दीन में नीला गुंबद के पास प्रदर्शन कर पैदल मार्च निकाला

-पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के छठे आरोपी को अदालत से एक दिन के रिमांड पर लिया ताकि वारदात के समय के उसके कपड़े बरामद किए जा सके।

28 दिसंबर-

-चिकित्सकों ने लंदन के एक विशेषज्ञ डाक्टर को पीड़िता की जांच के लिये बुलाया।

-देर शाम पीड़िता की हालत बेहद नाजुक हुई।

-इंडिया गेट पर धारा 144 लगाकर रास्ते बंद करने की पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर।

-जंतर-मंतर पर लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।

29 दिसंबर

– रात सवा दो बजे पीड़िता ने दम तोड़ दिया

– दिल्ली में हाईअलर्ट

30 दिसंबर

पूरे देश में शोक की लहर। मुंबई में बॉलीवुड ने दी श्रद्धांजलि। शोक सभा आयोजित। पूरे देश में प्रदर्शन शुरू। श्रद्धांजलि और शोक सभा। पीएम और सोनिया शव देखने पहुंचे। आनन-फानन में दाह संस्कार।

31 दिसंबर

पूरे देश में नहीं दिखा न्यू इयर का जोश। दिल्ली में शोक की लहर।

01 जनवरी

पीड़िता का अस्थि विसर्जन।

02 जनवरी

फास्ट ट्रैक कोर्ट का उद्घाटन

03 जनवरी

1000 पेज की चार्जशीट साकेट कोर्ट में पेश।

5 जनवरी

अदालत ने पांच आरोपियों के खिलाफ दाखिल आरोप पत्र का संज्ञान लिया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 [हत्या], 307 [हत्या का प्रयास], 376 [2जी] सामूहिक बलात्कार, 377 [अप्राकृतिक अपराध], 395 [डकैती], 396 [डकैती के दौरान हत्या], 394 [डकैती के दौरान चोट पहुंचाना], 201 [सबूतों को नष्ट करना] 120 बी [षड्यंत्र] आदि के तहत आरोप लगाए गए ।

7 जनवरी

गैंगरेप के पांच आरोपियों राम सिंह, मुकेश, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर की साकेत कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट में सुनवाई चली और फिर कोर्ट ने कहा कि दिल्ली गैंगरेप की सुनवाई बंद कमरे में होगी। इस मामले में सभी आरोपियों को चार्जशीट भी उपलब्ध कराई गई।

पुलिस ने जिन धाराओं को इसमें जोड़ा है उनमें से करीब 11 में रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस के तहत फांसी की सजा प्रावधान है। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि अब आरोपियों की जिंदगी की उलटी गिनती शुरू हो गई है।

11 जनवरी

हाईकोर्ट ने दिल्ली गैंग रेप मामले की सुनवाई की रिपोर्टिग करने देने की मांग संबंधी याचिका पर दिल्ली सरकार और पुलिस को नोटिस जारी किया।

15 जनवरी

7 जनवरी को गैंगरेप मामले में नाबालिग आरोपी की जूलेनाइल जस्टिस बोर्ड में भी सुनवाई टल गई जो अब 15 जनवरी को हुई। नाबालिग के गांव के स्कूल के पूर्व और वर्तमान प्रधानाध्यपक आए और उसकी बोर्ड में पेश हुए। नाबालिग आरोपी के बीमार होने की वजह से फैसला टला।

गैंगरेप मामले में अगली सुनवाई 17 जनवरी को होगी

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