मुंबई, जून, 2025 – डीएसपी म्यूचुअल फंड ने डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड यह दो नए फंड लॉन्च किए हैं । इन फंडों का उद्देश्य निवेशकों को व्यापक शेयर बाजार की तुलना में अपने लचीलेपन के लिए जाने जाने वाले क्षेत्रों में भाग लेने का एक आसान तरीका प्रदान करना है।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और हेल्थकेयर जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों ने ऐतिहासिक रूप से व्यापक शेयर बाजार के सापेक्ष कम बीटा प्रदर्शित किया है। इसका मतलब है कि, ये दोनों क्षेत्र बाजार में गिरावट या आर्थिक संकट या भू-राजनीतिक घटनाओं से अपेक्षाकृत अप्रभावित रहे हैं। उदाहरण के लिए, वैश्विक वित्तीय संकट (जनवरी-अक्टूबर 2008) और कोविड-19 महामारी (जनवरी-मार्च 2020) के दौरान, निफ्टी हेल्थकेयर और निफ्टी आईटी सूचकांकों ने मामूली गिरावट का अनुभव किया और व्यापक निफ्टी 500 सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन करते हुए तेजी से वापसी की।1
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र विविध वैश्विक राजस्व से लाभान्वित होते हैं, जिससे घरेलू आर्थिक चक्रों पर उनकी निर्भरता कम हो जाती है। एक सांख्यिकीय उदाहरण के तौर पे, निफ्टी आईटी इंडेक्स में शामील कंपनियों के कुल राजस्व का ~96 प्रतिशत भारत के अलावा अन्य वैश्विक बाजारों से आता है।2 इसी तरह, निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में शामील कंपनियों के कुल राजस्व का ~52 प्रतिशत वैश्विक बाजारों से आता है। इसके विपरीत, निफ्टी फिफ्टी इंडेक्स में शामील कंपनियों को वैश्विक बाजारों से अपने राजस्व का केवल ~25 प्रतिशत प्राप्त होता है।3
डीएसपी निफ़्टी आईटी इंडेक्स फंड का लक्ष्य निफ़्टी आईटी इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करना या उसका अनुकरण करना है। यह फंड उन कंपनियों में निवेश करेगा जो बाजार पूंजीकरण के मामले में शीर्ष 10 आईटी कंपनियों में शामिल हैं। भारतीय आईटी क्षेत्र ने आय में अपेक्षाकृत कम अस्थिरता दिखाई है और स्थिर वृद्धि दिखाई है। नतीजन, आय के मामले में कुछ आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिले हैं। पिछले 12 वर्षों में, निफ़्टी आईटी इंडेक्स ने लगातार कई अन्य क्षेत्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है। हालाँकि हाल के वर्षों में आईटी क्षेत्र ने व्यापक बाजार की तुलना में विशेष रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन इस क्षेत्र में ऐतिहासिक चक्र बदलने की संभावना है। इसलिए, निवेशकों के लिए क्षेत्र-विशिष्ट निवेशों पर विचार करने का यह सही समय है।
डीएसपी निफ़्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड निफ़्टी हेल्थकेयर इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा। यह इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराने की भी कोशिश करेगा। यह फंड उन कंपनियों में निवेश करेगा जो बाजार पूंजीकरण के मामले में शीर्ष 20 हेल्थकेयर कंपनियों में शामिल हैं। कुल बाजार पूंजीकरण के प्रतिशत के रूप में भारत का हेल्थकेयर बाजार पूंजीकरण विकसित और उभरते बाजारों में सबसे कम है। भारत का विकसित होता स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचा, बढ़ती बीमा पहुंच और विस्तारित चिकित्सा नवाचार महत्वपूर्ण विकास संभावनाएं प्रदान करते हैं।
दोनों फंड 2 जून से 16 जून 2025 तक निवेश (एनएफओ) के लिए खुले रहेंगे।
नए फंड के लॉन्च के अवसर पर बोलते हुए, डीएसपी म्यूचुअल फंड के सीएफए और पैसिव इन्वेस्टमेंट्स एंड प्रोडक्ट्स के प्रमुख अनिल घेलानी ने कहा, “डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड योजनाएं निवेशकों को ऐसे क्षेत्रों में भाग लेने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करती हैं जो विकास के साथ-साथ लचीलेपन को भी जोड़ते हैं। मौजूदा अनिश्चित बाजार परिवेश में, आईटी और हेल्थकेयर जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों में कम गिरावट देखी गई है। इसलिए, इन क्षेत्रों में आकर्षक रिटर्न देने की क्षमता है।”
इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए, डीएसपी म्यूचुअल फंड के पैसिव फंड्स के बिजनेस हेड गुरजीत कालरा ने कहा, “अपने निवेश में आईटी और हेल्थकेयर जैसे कम बीटा वाले क्षेत्रों को रणनीतिक रूप से शामिल करके, निवेशक अधिक लचीला और कुशल पोर्टफोलियो बना सकते हैं। इससे उन्हें शेयर बाजार में जोखिम को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करते हुए रिटर्न बढ़ाने में मदद मिल सकती है। वर्तमान में, रक्षात्मक क्षेत्रों का व्यापक सूचकांकों में कम प्रतिनिधित्व है। इतिहास से पता चलता है कि आईटी और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्र, जो सूचकांक में कम मूल्यांकित हैं, भविष्य में शेयर बाजार से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। हमारे अनुशासित अप्रत्यक्ष निवेश प्रबंधन दृष्टिकोण का उद्देश्य इन क्षेत्रों को बहुत बारीकी से ट्रैक करना है। इससे निवेशकों को कम अस्थिरता बनाए रखते हुए संरचनात्मक विकास हासिल करने में मदद मिलती है।”