रायपुर, 27 जून 2025: भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) रायपुर, जो देश में उद्यमशील नेतृत्व निर्माण के लिए जाना जाता है, ने रायपुर स्थित सेंटर फॉर स्टडीज ऑन होलिस्टिक डेवलपमेंट (सीएसएचडी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता संयुक्त अनुसंधान, प्रशिक्षण, सामाजिक पहल और अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार काकानी और सेंटर फॉर स्टडीज ऑन होलिस्टिक डेवलपमेंट के सचिव श्री सतीश गोकुल पांडा ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य विकास अर्थशास्त्र, शासन व्यवस्था, स्थिरता और ग्रामीण उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना है। इस साझेदारी के अंतर्गत बहुविषयक शोध, नेतृत्व विकास और प्रभावशाली नीतिगत पहलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मुख्य सहयोग क्षेत्र:
• संयुक्त शोध परियोजनाएं, नीति संक्षेप (Policy Briefs) और कार्यपत्र (Working Papers)
• फील्ड-आधारित अध्ययन और क्षेत्रीय केस स्टडी
• युवाओं और प्रशासकों के लिए प्रशिक्षण व नेतृत्व कार्यशालाएं
• छात्रों की सामाजिक पहल और स्टार्टअप्स के लिए मेंटरशिप
• संगोष्ठियों, सम्मेलनों और नीति संवादों का आयोजन
• पाठ्यक्रम विकास में विशेषज्ञों की भागीदारी
• एक-दूसरे के अकादमिक व डेटा संसाधनों का साझा उपयोग
प्रो. राम कुमार काकानी, निदेशक, आईआईएम रायपुर ने कहा, “सेंटर फॉर स्टडीज ऑन होलिस्टिक डेवलपमेंट के साथ हमारी यह साझेदारी शैक्षणिक उत्कृष्टता को ज़मीनी हकीकतों से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक कदम है। हमारा मानना है कि प्रबंधन शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होनी चाहिए। इस सहयोग के माध्यम से हम ज्ञान निर्माण, सामाजिक रूप से उत्तरदायी नेतृत्व और समुदाय आधारित विकास को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य है – ऐसा विकास मॉडल तैयार करना जो स्थानीय ज़रूरतों पर आधारित हो, शोध से पोषित हो और राष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी सिद्ध हो।”
यह रणनीतिक साझेदारी आईआईएम रायपुर की क्षेत्रीय विकास, नीतिगत नवाचार और अकादमिक गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता को और भी मजबूत बनाती है, जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप है।
