हर छोटी जीत अब बनेगी बड़ी कहानी: माज़ा ने लॉन्च किया ‘मेरी छोटी वाली जीत’ प्लेटफॉर्म

नई दिल्लीजुलाई 2025: कोका-कोला इंडिया का लोकप्रिय देसी आम आधारित ड्रिंक माज़ा अब लेकर आया है एक खास एआई-पावर्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म — ‘मेरी छोटी वाली जीत’, जो जिंदगी की उन छोटी-छोटी खुशियों को सेलिब्रेट करता है जिन्हें अक्सर हम अनदेखा कर देते हैं। ओगिल्वी इंडिया द्वारा विकसित इस प्लेटफॉर्म पर यूज़र्स को बस अपनी एक फोटो अपलोड करनी होती है और अपनी ‘छोटी वाली जीत’ की एक छोटी-सी कहानी शेयर करनी होती है। इसके बदले में माज़ा की खास स्टाइल में एक पर्सनलाइज़्ड एनीमेटेड वीडियो तैयार होता है, जो उन पलों को खास और यादगार बना देता है।

एक ऐसी दुनिया में, जहां बड़ी उपलब्धियों को ही अधिक अहमियत दी जाती है, माज़ा ने एक अलग सोच अपनाई है। चाहे वह कोई पुराना अधूरा काम पूरा करना हो, गिटार पर नया गाना सीखना हो या ऑफिस में अच्छा प्रेज़ेंटेशन देना — माज़ा मानता है कि हर छोटी जीत भी सेलिब्रेशन की हकदार है। और जब वो पल आए… तो माज़ा हो जाए!

कोका-कोला इंडिया और साउथ वेस्ट एशिया में न्यूट्रिशन कैटेगरी के मार्केटिंग डायरेक्टर अजय कोनाले ने कहा, “इस साल की शुरुआत में हमने माज़ा की नई पोजिशनिंग पेश की —रोज़मर्रा की छोटी-छोटी जीतों के लिए एक अनपेक्षित ट्रीट के रूप में। ‘मेरी छोटी वाली जीत’ प्लेटफॉर्म इसी सोच को आगे बढ़ाता है। यह एक ऐसा अनुभव है जो सहज, आनंददायक और सोशल मीडिया पर शेयर करने लायक है। हमारे उपभोक्ता जिस तरह डिजिटल होते जा रहे हैं, माज़ा भी उसी गति से खुद को ढाल रहा है — अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए उन्हें छोटी लेकिन कीमती खुशियों का स्वाद देने के लिए।”

माज़ा ने इस कैंपेन के लिए रितेश और जेनेलिया देशमुख को ब्रांड फेस बनाया है, जो इस भावना को बखूबी पेश करते हैं — साथ होने और छोटी बातों में भी खुशी ढूंढ़ने का जज़्बा।

जेनेलिया देशमुख ने कहा, “ज़िंदगी के सबसे खूबसूरत पल अक्सर बड़ी उपलब्धियों से नहीं, बल्कि उन छोटी-छोटी जीतों से बनते हैं — जैसे बच्चों को नया डांस स्टेप सिखाना या अधूरी पेंटिंग को पूरा करना। ‘मेरी छोटी वाली जीत’ इसी भाव को सेलिब्रेट करता है। एक मां और कामकाजी महिला होने के नाते मैंने सीखा है कि हर छोटी जीत की अपनी अहमियत होती है। यह प्लेटफॉर्म उन पलों को खास बनाने का एक प्यारा जरिया है, जो अक्सर नज़रअंदाज़ हो जाते हैं लेकिन हमारे दिल के बेहद करीब होते हैं।”

रितेश देशमुख ने कहा, “आज के समय में हर जगह सिर्फ बड़ी उपलब्धियों की ही चर्चा होती है। लेकिन सच कहूं तो असली खुशी तो उन्हीं छोटे-छोटे लम्हों में छिपी होती है—जैसे कोई नई रेसिपी बनाना सीख जाना या फुटबॉल की कोई ट्रिक सही से कर पाना। ऐसे छोटे-छोटे जीत के पल ही दिल को अच्छा अहसास कराते हैं। मैं माज़ा के इस कदम की सराहना करता हूं कि वह हर किसी को अपनी इन मामूली-सी दिखने वाली जीतों को भी सेलिब्रेट करने का मौका दे रहा है।”

यह कैंपेन ओगिलवी इंडिया द्वारा, डब्ल्यूपीपी के ओपनएक्स नेटवर्क के तहत तैयार किया गया है। सुकेश नायक, चीफ क्रिएटिव ऑफिसर, ओगिलवी इंडिया ने कहा, “माज़ा का छोटी-छोटी जीतों को सेलिब्रेट करने का विचार इस सरल सोच से जुड़ा है कि आज की जटिल दुनिया में असली खुशी अक्सर छोटी-छोटी बातों में ही मिलती है। यह प्लेटफॉर्म एक डिजिटल सलाम है उन साधारण पलों को, जो हमारे चेहरे पर मुस्कान लाते हैं। यह लोगों को अपनी छोटी जीतों को पहचानने, उन्हें सराहने और दुनिया से साझा करने का मौका देता है—क्योंकि इन्हीं लम्हों में छुपी होती है असली खुशी और आत्मिक संतोष।”

असली और रसीले अल्फांसो आमों से बनी माज़ा दशकों से भारत की सबसे पसंदीदा मैंगो ड्रिंक रही है। अब इस नए डिजिटल अनुभव के ज़रिए ब्रांड अपने उपभोक्ताओं के साथ रिश्ते को और गहरा कर रहा है — जहाँ लोग अपनी रोज़मर्रा की छोटी-छोटी जीतों को एक नए अंदाज़ में देख और सेलिब्रेट कर सकते हैं।

 

Leave a Comment

This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

error: Content is protected !!