गुरुग्राम, जुलाई, 2025 – सैमसंग सेमीकंडक्टर इंडिया रिसर्च (एसएसआईआर) ने कर्नाटक के कोलार गोल्ड फील्ड्स में गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक में अपना पहला “सैमसंग स्किल डेवलपमेंट सेंटर” शुरू किया। अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के तहत, एसएसआईआर ने पांच आधुनिक प्रयोगशालाओं को बनवाने में मदद की है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग (एआई/एमएल), साइबरसिक्योरिटी, ऑटोमेशन, रोबोटिक्स और कोर इंजीनियरिंग जैसे विषयों में छात्रों को व्यावहारिक तरीके से सीखने का मौका देंगी।
यह पहल सैमसंग का देश के दूरदराज इलाकों में युवाओं को सशक्त बनाने और स्टूडेंट्स में इंजीनियरिंग व नई-नई तकनीकों में रुचि जगाने का प्रयास है। इन प्रयोगशालाओं में आधुनिक उपकरण हैं, जो छात्रों को उद्योग के लिए जरूरी कौशल सिखाने में मदद करेंगे। इस सहयोग से सैमसंग युवाओं को ताकत देना, शिक्षा को बेहतर करना और पूरे देश में वैज्ञानिक जिज्ञासा व नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहता है।
नई शुरू की गई पांच प्रयोगशालाओं में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित सुविधाएं हैं। इससे छात्रों के लिए नवाचार का एक इकोसिस्टम तैयार होगा, जिससे उन्हें अपनी शैक्षिक पाठ्यक्रम के तहत उद्योग-क्षमता वाले कौशल विकसित करने में मदद मिलेगी। यहां छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा।
बालाजी सोवरीरजन, ईवीपी और एमडी, एसएसआईआर, ने कहा, “यह पहल ग्रामीण कर्नाटक के छात्रों को व्यावहारिक अनुभव देने का एक बड़ा कदम है। हम भारत सरकार के कौशल विकास मिशन का पूरा समर्थन करते हैं और डिजिटल अंतर को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एआई, ओईओटी और नई तकनीकों का ज्ञान देकर हम छात्रों को सशक्त बनाना चाहते हैं, ताकि उनके लिए ढेर सारे अवसर बनें और भारत वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में आगे बढ़े।”
उद्घाटन समारोह में डॉ. रूपकला एम शशिधर, चेयरपर्सन, कर्नाटक स्टेट हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन; श्रीमती मंजुश्री एन, कमिश्नर, कॉलेजिएट और तकनीकी शिक्षा विभाग; श्रीमती गीतांजलि एस, प्राचार्य, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक केजीएफ के साथ-साथ 500 से अधिक छात्र, शिक्षक और सैमसंग व कर्नाटक सरकार के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
यह पहल सैमसंग इनोवेशन कैंपस के तहत एसएसआईआर के पूर्व सहयोग पर आधारित है, जिसके माध्यम से कंपनी ने कर्नाटक सरकार के साथ साझेदारी कर 37 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 1,000 से अधिक छात्रों और शिक्षकों को एआई और आईओटी प्रशिक्षण प्रदान किया। SIC पहल में बुनियादी ढांचा समर्थन, प्रायोगिक किट और पाठ्यक्रम-आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल थे, जिन्हें राज्य भर में तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।