देवास । मध्यप्रदेश का देवास शहर स्वच्छता के क्षेत्र में देशभर के लिए मिसाल बन गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में 3 लाख की आबादी वाले शहरों में देवास को फाइव स्टार रेटिंग मिली है। राष्ट्रपति द्वारा 17 जुलाई को दिल्ली में नगर निगम को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह उपलब्धि देवास के लिए गर्व का क्षण है, जो वर्षों की सतत मेहनत, तकनीकी नवाचार और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी का परिणाम है।
देवास नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई अभिनव कदम उठाए। शहर में सीवरेज लाइनों की सफाई के लिए आधुनिक मशीनों और उपकरणों का उपयोग शुरू किया गया, जिससे सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई और सफाई प्रक्रिया तेज व असरदार बनी। जल प्रबंधन के क्षेत्र में भी शहर ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। “Water+” अवार्ड प्राप्त करने के लिए घरेलू और व्यावसायिक जल का ट्रीटमेंट कर उसे फव्वारों, बागवानी और कृषि में दोबारा उपयोग किया जा रहा है। इससे ताजे पानी की बचत के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी संभव हुआ। शहर के 16 सामुदायिक और 11 सार्वजनिक शौचालयों का नियमित रखरखाव किया जाता है, जिससे खुले में शौच की समस्या लगभग समाप्त हो गई है।
ठोस कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में देवास ने नवाचार और जागरूकता को हथियार बनाया। घर-घर से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग इकट्ठा किया जाता है। इसके लिए नगर निगम की टीम ने नागरिकों को जागरूक किया और कचरा पृथक्करण को जन आंदोलन का रूप दिया। एकत्रित कचरे से खाद और अन्य उपयोगी उत्पाद बनाए जा रहे हैं, जिससे सफाई के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित हो रहा है। स्वच्छता ऐप के माध्यम से नागरिकों की भागीदारी को बढ़ावा दिया गया है। शिकायतों का त्वरित समाधान और फीडबैक सिस्टम ने व्यवस्था को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाया है।
शहर में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए स्कूलों, सामाजिक संगठनों और मीडिया की मदद ली गई। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर वर्ग ने स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझा और इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। नगर निगम द्वारा सफाई व्यवस्था की सतत निगरानी की जाती है और शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाता है। इसी का परिणाम है कि देवास को लगातार ODF++ सर्टिफिकेट भी मिलते रहे हैं, जो खुले में शौच मुक्त और ठोस कचरा प्रबंधन में उत्कृष्टता का प्रमाण है।
देवास नगर निगम के कमिश्नर रजनीश कसेरा का कहना है, “यह उपलब्धि पूरे देवास की है। नागरिकों की जागरूकता, टीम वर्क और तकनीकी नवाचार ने यह संभव बनाया है। हमने हर घर तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाया और कचरा पृथक्करण को जन आंदोलन बनाया। हमारा लक्ष्य सिर्फ पुरस्कार नहीं, बल्कि स्वच्छ, स्वस्थ और सुंदर देवास बनाना है।”
देवास की यह ऐतिहासिक सफलता नगर निगम, प्रशासन और नागरिकों के सामूहिक प्रयासों, तकनीकी नवाचारों और सतत जागरूकता का परिणाम है। यह उपलब्धि न केवल देवास, बल्कि देश के अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा है कि समर्पण, तकनीक और जनभागीदारी से कोई भी शहर स्वच्छता की ऊँचाइयों को छू सकता है।