नई दिल्ली, 15 जुलाई, 2025- वाई-फाई, ऑप्टिकल फाइबर और 5जी जैसे अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञ भारत की अग्रणी दूरसंचार कंपनी देशभर के शैक्षणिक संस्थानों के लिए डिजिटल पहुंच में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही है। शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को उन्नत बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत एचएफसीएल ने दिल्ली विश्वविद्यालय, इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी दिल्ली) और केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसे देश के कुछ प्रतिष्ठित अकादमिक संस्थानों के कैंपस की अनूठी जरूरतों के मुताबिक अत्याधुनिक कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने के लिए इनसे साझीदारी की है। एचएफसीएल के उन्नत नेटवर्किंग सॉल्यूशंस इन कैंपस को आधुनिक शिक्षा की सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद कर रहे हैं जहां इंटरनेट तक पहुंच अपर्याप्त और अविश्वसनीय है।
आज के इस युग में जहां डिजिटल कनेक्टिविटी सर्वोच्च प्राथमिकता है, विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्टिविटी शिक्षा के लिए बुनियादी जरूरत है जहां पाठ्य पुस्तकें और कक्षाएं सबकुछ डिजिटल हैं। यूनेस्को के मुताबिक, विश्व के 43 प्रतिशत विद्यार्थियों के घर में इंटरनेट की सुविधा नहीं है जिससे इस अंतर को पाटने में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित होती है। एचएफसीएल का दृष्टिकोण हार्डवेयर इंस्टालेशन से परे है। यह कंपनी नवप्रवर्तन को ताकत प्रदान करते हुए और इस दुनिया तक विद्यार्थियों की पहुंच सुलभ बनाने हुए निर्बाध शिक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।
आईआईआईटी दिल्ली के कल्चरल फेस्ट में बैंडविथ की अड़चनों को दूर किया
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) में ओडिसी सांस्कृतिक उत्सव के दौरान मौजूदा वाई-फाई नेटवर्क डेटा यूसेज को संभालने में नाकाम रहा जहां 40,000 से अधिक विद्यार्थी देशभर से एकत्रित हुए थे। एचएफसीएल ने प्रमुख स्थानों पर हाई-स्पीड वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट स्थापित कर निर्बाध रूप से उच्च निष्पादन वाली कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई। इस नेटवर्क ने 500 एमबीपीएस से अधिक की इंटरनेट स्पीड को सपोर्ट दिया और 16,000 से अधिक यूज़र्स ने इस दो दिवसीय आयोजन ने इसका उपयोग किया। एक सुरक्षित कैप्टिव पोर्टल से युक्त तुरंत और सुरक्षित लॉग-इन सुविधा के साथ ही रीयल टाइम आधार पर शेयरिंग, स्ट्रीमिंग और इंटरैक्शन की सुविधा इन विद्यार्थियों को मिली। आईआईआईटी की आयोजन टीम के मुताबिक, एचएफसीएल के वाई-फाई ने इस उत्सव को सही मायने में सफल बनाया।
केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में कनेक्टिविटी अंतर को खत्म किया
केरल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के 310 एकड़ के कैंपस में 2,500 से अधिक विद्यार्थियों को प्रतिदिन कनेक्टिविटी की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। एचएफसीएल ने वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट और एक केंद्रीयकृत हार्डवेयर कंट्रोलर स्थापित किया जिससे कक्षाओं, पुस्तकालयों, छात्रावासों और फैकल्टी जोन में निरंतर हाई स्पीड इंटरनेट सुनिश्चित हुआ। इस केंद्रीयकृत प्रबंधन प्रणाली ने रीयल टाइम ट्रैफिक निगरानी, बैंडविथ ऑप्टिमाइजेशन, कंटेंट फिल्टरिंग और सुरक्षित व नीतिगत पहुंच सुगम बनाया। इस परिवर्तन ने अध्यापकों को बिना किसी बाधा के ऑनलाइन सत्र चलाने की सुविधा दी तो वहीं विद्यार्थियों को डिजिटल संसाधनों तक बिना अवरोध के पहुंच की सुविधा दी जिससे अकादमिक अनुभव काफी अच्छा हुआ।
नेक्स्ट-जेन वाई-फाई के साथ दिल्ली युनिवर्सिटी में फ्चूयर प्रूफिंग हॉस्टल
दिल्ली युनिवर्सिटी 4,00,000 विद्यार्थियों और 92 कॉलेजों के साथ पुराने पड़ चुके वाई-फाई ढांचे से जूझ रहा था। एचएफसीएल ने सभी कैंपस और छात्रावासों में 11,600 वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट स्थापित कर इस युनिवर्सिटी के डिजिटल ढांचे का आधुनिकीकरण किया। यह नेटवर्क अब एआर/वीआर आधारित सीख, स्मार्ट क्लासरूम और जी सुइट इंटीग्रेशन जैसे एडवांस्ड यूज़ केसेस को सपोर्ट करता है और ये सभी एसएएमएल आधारित सिंगल साइन ऑन (एसएसओ) के जरिए पूरी तरह सुरक्षित हैं। सेंट्रलाइज्ड, क्लाउड आधारित प्रबंधन रीयल टाइम नेटवर्क दृश्यता और त्वरित मुद्दे का समाधान उपलब्ध कराता है, जबकि एडवांस्ड सिक्युरिटी सिस्टम्स अकादमिक डेटा की सुरक्षा करता है। इसका परिणाम है कि इंटरनेट की गति तेजी है, सपोर्ट के लिए कम अनुरोध आते हैं, एक्सेस सुरक्षित है और युनिवर्सिटी डिजिटल रूप में पूरी तरह से सशक्त है।
एचएफसीएल के वाई-फाई कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस इस वैश्विक शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण और बढ़ती जरूरत पूरी कर रहे हैं। जैसा कि यह दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है, विश्वसनीय इंटरनेट तक पहुंच आधुनिक शिक्षा के लिए आवश्यक हो गया है। वैश्विक ई-लर्निंग बाजार वर्ष 2026 तक बढ़कर 457.8 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। एचएफसीएल के सॉल्यूशंस यह सुनिश्चित करते हैं कि शैक्षणिक संस्थान ऑनलाइन और हाइब्रिड लर्निंग मॉडलों के लिए विश्वसनीय पहुंच उपलब्ध करा सकते हैं। एचएफसीएल के सॉल्यूशंस उच्च गुणवत्ता के इंटरनेट तक पहुंच की पेशकश करने के लिए संस्थानों को सशक्त करते हैं जिससे डिजिटल रूप से समावेशी शिक्षा प्रणाली के लिए भारत के विजन को सपोर्ट मिलता है।