11वें स्थापना दिवस पर बीएस प्रोग्राम हॉस्टल, कैफ़े हब कॉम्प्लेक्स एवं रंगाबती ओपन थिएटर का उद्घाटन
राष्ट्रीय, 03 अक्तूबर, 2025: आईआईएम सम्बलपुर ने शैक्षणिक उत्कृष्टता, संस्थागत विकास और नवाचार के दस वर्षों का जश्न मनाया। इस अवसर पर संस्थान की तीन नई परिसरीय सुविधाओं का उद्घाटन हुआ और उसके बाद 11वें स्थापना दिवस का आयोजन केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। इन गौरवशाली दस वर्षों ने आईआईएम सम्बलपुर की यात्रा को एक उभरते संस्थान से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित प्रबंधन विद्यालय के रूप में स्थापित किया है।
कार्यक्रम के दौरान नए बीएस प्रोग्राम हॉस्टल, रंगाबती ओपन थिएटर और कैफ़े हब कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया गया। सुरम्य परिसर में निर्मित ये सुविधाएं विद्यार्थियों के आवास, सांस्कृतिक गतिविधियों और सामाजिक सहभागिता जैसे जीवन के विविध पहलुओं को दर्शाती हैं। यह आईआईएम सम्बलपुर की विद्यार्थियों को समग्र जीवन अनुभव उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करती हैं।
दूसरे दशक की शुरुआत करते हुए संस्थान ने संकल्प व्यक्त किया कि वह विविध शैक्षणिक कार्यक्रमों को सशक्त करेगा और अपने दृष्टिकोण — ट्रिपल क्राउन मान्यता प्राप्त, वैश्विक स्तर पर रैंकिंग वाले प्रबंधन संस्थान बनने — को साकार करेगा।
स्वागत भाषण में आईआईएम सम्बलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जेसवाल ने संस्थान की 10 महत्वपूर्ण उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में आईआईएम सम्बलपुर ने देश के 21 आईआईएम में अपनी अलग पहचान बनाई है। मात्र 2 वर्षों में विश्वस्तरीय कैंपस का निर्माण कर 35 करोड़ रुपये की बचत की गई। एनआईआरएफ 2025 रैंकिंग में आईआईएम सम्बलपुर ने 16 पायदान की छलांग लगाते हुए प्रबंधन संस्थानों में 50वें स्थान से 34वें स्थान पर पहुँचकर वर्ष की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की। आईआईएम सम्बलपुर दुनिया का पहला संस्थान है जिसने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) सक्षम क्लासरूम और शिक्षण मॉड्यूल्स को अपनाया है, जिससे शिक्षकों की भूमिका लेक्चरर से सक्रिय अधिगम के फ़ैसिलिटेटर की बनी है। संस्थान ने 2019 से लगातार एमबीए बैचों में लैंगिक विविधता सुनिश्चित की है और मौजूदा द्वितीय वर्ष बैच में 76% छात्राएं अध्ययनरत हैं। आईआईएम सम्बलपुर एएसीएसबी, बीजीए/एएमबीए और ईएफएमडी/ईक्विस जैसी अंतरराष्ट्रीय ‘ट्रिपल क्राउन’ मान्यताओं के उन्नत चरण में है। मास्टर वीवर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम के अंतर्गत अब तक 80 बुनकरों को प्रशिक्षित किया गया है, जो आज डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपने उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं।”
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने इस अवसर पर चयनित विद्यार्थियों को 1-1 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “आईआईएम सम्बलपुर को इन 10 वर्षों में विश्वस्तरीय संस्थान बनाने में निदेशक प्रो. महादेव जेसवाल की भूमिका सराहनीय है। मैं विद्यार्थियों को भी बधाई देता हूँ कि उन्होंने बहुआयामी व्यक्तित्व का विकास किया है। अच्छे संस्थान एकरस नहीं होते, वे केस स्टडीज़ तैयार करते हैं और आईआईएम सम्बलपुर इसका एक उदाहरण है।”
उन्होंने आगे कहा कि आईआईएम सम्बलपुर ने क्षेत्रीय बुनकरों को सशक्त बनाने की जो अनूठी पहल की है, वह प्रशंसनीय है। श्री प्रधान ने इस अवसर पर मास्टर वीवर्स को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए और आईआईएम सम्बलपुर से आग्रह किया कि वह संबलपुर की समृद्ध कला, संस्कृति और धरोहर पर एक केस स्टडी तैयार करे।
इस अवसर पर रबी नारायण नायक, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं पेयजल, ओडिशा सरकार; सिद्धेश्वर बळीराम बोंदार, आईएएस, ज़िला मजिस्ट्रेट एवं कलेक्टर, सम्बलपुर; हिमांशु कुमार लाल, पुलिस महानिरीक्षक, सम्बलपुर; मुकेश कुमार भामू, पुलिस अधीक्षक, सम्बलपुर तथा रेहान ख़त्री, नगर आयुक्त, सम्बलपुर भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान एमबीए 2024–26 बैच के शीर्ष विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन आईआईएम सम्बलपुर के सीएओ अमृत फाल्गुनी मोहंती द्वारा प्रस्तुत किया गया।