आईआईटी मंडी ने टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन पर जोर देते हुए एनसीसी एयर विंग का शुभारंभ किया

15 अक्टूबर, 2025; हिमाचल प्रदेश: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने अपने पहले नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) यूनिट का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया, जो मिलिटरी डिसिप्लिन और उन्नत टेक्निकल एजुकेशन के समन्वय में एक महत्वपूर्ण कदम है। नया एयर एनसीसी दल 1 HP एयर स्क्वाड्रन एनसीसी, कुल्लू के अंतर्गत कार्य करेगा और इसमें एरोमॉडलिंग, ड्रोन सिस्टम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और एंटरप्रेन्योरियल वेंचर्स जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उद्घाटन समारोह में प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा, डायरेक्टर, आईआईटी मंडी; डॉ. तुषार जैन, डीन ऑफ स्टूडेंट्स; और विंग कमांडर कुणाल शर्मा, कमांडिंग ऑफिसर, 1 HP एयर स्क्वाड्रन एनसीसी की प्रमुख उपस्थिति रही।
इस पहल का उद्देश्य भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की नवोन्मेषी क्षमताओं को नेशनल सर्विस और डिफेंस एडवांसमेंट की दिशा में निर्देशित करना है। प्राथमिक लक्ष्य ऐसे एनसीसी कैडेट्स तैयार करना है, जो टेक्नोलॉजिकल प्रॉविनेंस और अनुशासित पैट्रियोटिज़्म दोनों का उदाहरण प्रस्तुत करें।
आईआईटी मंडी के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने कहा कि संस्थान में पहली एनसीसी यूनिट की स्थापना से उन्हें अत्यंत खुशी है। उन्होंने टेक्निकल थिंकिंग और पैट्रियोटिक स्पिरिट के संयोजन को नेशन बिल्डिंग के लिए एक शक्तिशाली शक्ति के रूप में महत्व दिया। डॉ. जैन ने टीम और विंग कमांडर शर्मा के सहयोग की सराहना की, जिन्होंने इस यूनिट की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विंग कमांडर शर्मा ने आईआईटी मंडी स्टूडेंट्स के उत्साह की प्रशंसा की और उनके मिलिटरी ट्रेनिंग तथा राष्ट्रीय आदर्शों के प्रति समर्पण को सराहा। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया के दौरान कैडेट्स के फॉरवर्ड-थिंकिंग आइडियाज़ यह साबित करते हैं कि भारत का भविष्य सक्षम और दूरदर्शी हाथों में है।
इस एनसीसी यूनिट के गठन से आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं जैसे ऑल इंडिया वायु सैनिक कैंप (AIVSC) और रिपब्लिक डे कैंप (RDC) में एनसीसी ग्रुप हेडक्वार्टर शिमला और PHHP&C डायरेक्टोरेट का प्रदर्शन बढ़ने की उम्मीद है।

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