सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को सार्वजनिक स्थानों पर मूर्तियों के निर्माण के लिए अनुमति देने से रोका है। यह फैसला इस बहस के बीच आया है कि क्या नेताओं को जनता के पैसे का इस्तेमाल अपनी या अपने पार्टी विचारकों की मूर्तियां स्थापित करने के लिए किया जाना चाहिए?
हालांकि अभी कोर्ट का फैसला विस्तारपूर्वक नहीं आया है, लेकिन कयास कि फैसला बसपा अध्यक्ष मायावती के लिए स्पष्ट संकेत है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते हुए लखनऊ और नोएडा में हजारों करोड़ रुपये लगाकर पार्क का निर्माण कराया था और उसमें अपनी, अपने पार्टी के संस्थापक कांशीराम एवं पार्टी के चुनाव चिह्न हाथी की मूर्तियां लगवाई थीं