मुंबई, नवंबर, 2025: डीएसपी म्यूचुअल फ़ंड ने आज चार नई पैसिव स्कीम – डीएसपी निफ़्टी मिडकैप 150 इंडेक्स फ़ंड, डीएसपी निफ़्टी मिडकैप 150 ईटीएफ़, डीएसपी निफ़्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स फ़ंड और डीएसपी निफ़्टी स्मॉलकैप 250 ईटीएफ़ को लॉन्च करने की घोषणा की है। इन ऑफ़र्स की मदद से मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट का नियम-आधारित, कम लागत वाला ऐक्सेस पाकर डीएसपी के पैसिव इंवेस्टमेंट सुइट को मज़बूती मिलती है। ये एक साथ भारत के सबसे व्यापक और सबसे गतिशील कॉर्पोरेट यूनिवर्स का प्रतिनिधित्व करती हैं।
निफ़्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में निफ़्टी 500 से भारत की 101वीं से 250वीं सबसे बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं, जबकि निफ़्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स निफ़्टी 500 से भारत की 251वीं से 500वीं तक की कंपनियों को कवर करता है। ऐतिहासिक डेटा से मालूम होता है कि दोनों सूचकांकों ने व्यापक बाज़ार की तुलना में सार्थक रूप से उच्च लॉन्ग-टर्म रिटर्न दिया है।
31 अक्टूबर, 2025 तक सूचकांक व्यवहार के विश्लेषण के अनुसार, 10 साल की अवधि में, निफ़्टी मिडकैप 150 ट्राई ने 16.2% का औसत रोलिंग रिटर्न जनरेट किया है, जो निफ़्टी 500 ट्राई की ओर से किए गए 12.6% से काफ़ी ज़्यादा है। स्मॉलकैप इंडेक्स ने इंवेस्टर्स को लंबे समय तक इनाम दिया है, निफ़्टी स्मॉल-कैप 250 ट्राई ने निफ़्टी 500 ट्राई के लिए 12.6% की तुलना में 13.5% औसत 10-वर्षीय रोलिंग रिटर्न दिया है। व्यापक बाज़ार सूचकांकों की तुलना में दोनों सूचकांकों में अधिक गिरावट हो सकती है; हालाँकि जैसे-जैसे होल्डिंग अवधि लंबी होती है, दोनों सूचकांकों में ग़ैर-नकारात्मक रिटर्न की संभावना में सुधार होता है।
ये दो सूचकांक उन क्षेत्रों और उद्योगों को भी एक्सपोज़र देते हैं जहाँ लार्जकैप का प्रतिनिधित्व सीमित है। स्मॉलकैप 250 की कैपिटल मार्केट्स, इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स, हेल्थकेयर इक्विपमेंट, बिल्डिंग मैटेरियल्स, टेक्सटाइल्स और अन्य बेहतर सेगमेंट जैसे क्षेत्रों में मौजूदगी साफ़-साफ़ दिखाई देती है। यह शीर्ष 250 कंपनियों से आगे उभरते नेतृत्व के महत्व को रेखांकित करते हुए कई श्रेणी के नेताओं की भी मेज़बानी करता है।
इस बीच, मिडकैप 150 व्यापक स्मॉलकैप यूनिवर्स की तुलना में अधिक स्थिर कमाई प्रोफ़ाइल देता है और व्यापकता-आधारित बाज़ार भागीदारी की अवधि के दौरान महत्वपूर्ण विस्तार में योगदान करता है।
दोनों सूचकांक ऐक्टिव फ़ंड श्रेणियों के साथ कम ओवरलैप बनाए रखते हैं, जो भौतिक रूप से अलग एक्सपोज़र देते हैं। मिडकैप 150 के शेयर ऐक्टिव मिडकैप फ़ंड के साथ सिर्फ़ 32% ओवरलैप हैं, जबकि स्मॉलकैप 250 में ऐक्टिव स्मॉलकैप फ़ंड के पोर्टफ़ोलियो के साथ 18% का और भी कम ओवरलैप है। यह संरचनात्मक अंतर पक्का कर सकता है कि सूचकांक-आधारित इंवेस्टमेंट ऐक्टिव रणनीतियों के साथ एक पूरक और विविध बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में काम कर सकता है।
नए फ़ंड ऑफ़र (NFO) 24 नवंबर से 08 दिसंबर 2025 तक खुले रहेंगे।
डीएसपी म्यूचुअल फ़ंड के ऐक्टिव इंवेस्टमेंट और प्रोडक्ट हेड, सीएफ़ए, अनिल घेलानी ने कहा, “मिडकैप और स्मॉलकैप भारत में नवाचार और विकास के चौराहे पर हैं। हमारे शोध से पता चलता है कि स्टॉक पिकिंग के बजाए अनुशासित, नियम-आधारित एक्सपोज़र ने ऐतिहासिक रूप से उन इंवेस्टर्स को इनाम दिया है जो चक्रों के ज़रिए इंवेस्टमेंट करते रहते हैं। ये प्रोडक्ट्स इंवेस्टर्स को व्यापकता–आधारित बाज़ार के विस्तार में भाग लेने का एक आसान तरीका मुहैया करवाते हैं।”