चार दोस्तों की नादानी से तीन परिवारों में अंधेरा छा गया। रविवार शाम लिंक रोड थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव के रेलवे टै्रकपर फोटो खिंचवाते समय चारों ट्रेन की चपेट में आ गए। उनमें तीन की मौत हो गई और एक घायल हो गया। दो युवकों की तो मौके पर ही मौत हो गई और एक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। रेलवे पुलिस के अनुसार, हादसा दिल्ली की ओर से आ रही राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुआ।
रेल दुर्घटना से आहत महाराजपुर गांव के ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। बड़ी संख्या में ग्रामीण टै्रक पर बैठ गए। अधिकारियों के समझाने पर भी नहीं उठे। बाद में किसी तरह उनको ट्रैक से हटाया गया। शाहदरा की जनता कॉलोनी में रहने वाले रोहित, मोनू , ईश्वर और कमल रामप्रस्थ कॉलोनी में पंफलेट बांटने आए थे।
शाम को करीब चार बजे सभी दिल्ली जाने के लिए रेलवे ट्रैक पर आ गए। इस बीच कमल ने अपने साथियों से रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर चलती ट्रेन को बैकग्राउंड में लेते हुए फोटो खींचने के लिए कहा।
फोटो खिंचवाने के लिए ईश्वर व मोनू रेलवे टै्रक पर खड़े हो गए। कमल व रोहित दूसरे ट्रैक पर थे। वे फोटो खींचने में लगे थे। इतने में दोनों ही ट्रैक पर गाड़ियां आ गईं, जिससे यह हादसा हो गया।
ईयरफोन ने लील ली एक जान
लोनी थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर बंद फाटक पर ईयरफोन लगाकर ट्रैक पार कर रहे युवक की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई।
परिजनों के अनुरोध पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव सौंप दिया। रविवार दोपहर करीब साढ़े चार बजे पुष्पा गार्डन बेहटा हाजीपुर निवासी सोनू उर्फ राशिद (27) पुत्र जाकिर हुसैन गांव के पास स्थित बड्डद फाटक के पास अपने मित्र के साथ किसी काम से गया था। उसने ईयरफोन लगाया हुआ था।
वह रेलवे ट्रैक को पार कर रहा था। वह सहारनपुर की ओर से दिल्ल्ी जा रही माल गाड़ी की चपेट में आ गया। उसका शरीर कई टुकड़ों में कट गया।