उद्योगपति अनिल अंबानी जब मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना महात्मा गांधी, सरदार पटेल व अपने पिता धीरुभाई अंबानी जैसी शख्सियतों से करते हों तो मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
राजकोट की एक महिला वकील ने अपनी जमापूंजी व संपत्ति मुख्यमंत्री मोदी के नाम पर कर दी है। इससे मोदी के कद व जनता में उनकी विश्वसनीयता का भी पता चलता है।
राजकोट में पिछले एक दशक से दीवानी मामलों में वकालत कर रही अधिवक्ता मीरा रावल मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की फैन है, मोदी की जनकल्याण के लिए किए काम हों या फिर राज्य के विकास के काम मीरा उनकी गुड गवर्नेस को देश के लिए भी मॉडल बताती हैं। इतना ही नहीं मोदी से प्रभावित इस महिला वकील ने अपनी जमा पूंजी करीब 12 लाख रुपए की फिक्स्ड डिपोजिट व अचल संपत्ति भी मोदी के नाम लिख दी है। मीरा मुख्यमंत्री मोदी को अपना बड़ा भाई मानती हैं और उनका कहना है कि मोदी समाज की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं और वे खुद इसमें भागीदार होना चाहती हैं।
मीरा का कहना यदि किसी दुर्घटना में मेरी मौत हो जाती है तो मेरी सारी संपत्ति मुख्यमंत्री मोदी को मिल जाए। मीरा ने अपनी वसीयत में मोदी को अपना बड़ा भाई बताते हुए लिखा है कि वे खुद अविवाहित हैं और उनकी मौत के बाद उनकी संपत्ति समाज के काम आनी चाहिए। वसीयत के मुताबिक उनकी मौत के बाद एफडी व अचल संपत्ति मुख्यमंत्री मोदी को मिले और उस धन का उपयोग विकास, पर्यटन के विकास व रखरखाव और राजकोट पुलिस की बेहतरी के लिए किया जाए। वह बताती है कि भविष्य में वह अपनी अचल संपत्ति भी बेचेंगी जिसकी रकम भी वे इसी तरह जनकल्याण के काम के लिए मुख्यमंत्री मोदी के नाम करने वाली हैं।
गुजरात में मोदी की हैट्रिक से लोकप्रियता का अंदाजा देश व दुनिया को पहले ही हो चुका है। मीरा अविवाहित हैं और वसीयत में मोदी को अपना बड़ा भाई बताते हुए उनकी विकास यात्रा की भागीदार बनने की खातिर यह वसीयत लिखने की बात कही है। हालांकि वसीयत में उनका यह भी दावा है कि उनकी संपत्ति मोदी को मुख्यमंत्री के रूप में ही मिलेंगी। मोदी के प्रति दीवानगी व लोकप्रियता का यह पहला नमूना नहीं है इससे पहले भी कई बार लोग कई कीमती वस्तुएं मोदी को भेंट कर चुके हैं जिनको नीलाम कर आय होने वाली रकम कन्या शिक्षा पर खर्च की जाती है। गौरतलब है कि मोदी पिछले 11 साल से मिलने वाले सभी भेंट व उपहारों को भी नीलाम कर उस रकम को कन्या शिक्षा पर खर्च करते हैं जो अपनी तरह का एकमात्र उदाहरण है। इतना ही नहीं किसी सेलिब्रिटी की तरह मुख्यमंत्री मोदी को समारोह या कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बुलाने पर मोदी बड़ी साफगोई से उसकेबदले अपने कन्या शिक्षा कोष के लिए मदद मांगने से गुरेज नहीं करते हैं, और लोग भी दिल खोल कर देते हैं जब मोदी मूल के साथ सूद भी कन्या शिक्षा व जनकल्याण पर खर्च करने का संकल्प दिखाते हैं।