पति ने कव्वाली सुनने से मना किया, तो दे दी जान

suicide 2013-2-14नोएडा [जासं]। संगीत किसी को पागलपन की हद तक दीवाना बना दे, यह तो आपने खूब सुनी होगी, लेकिन कव्वाली की कशिश से दूरी किसी को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दे, यह विरले ही होता है। नयागांव में ऐसा ही हुआ। पति महाशय काम से घर लौटे थे, पत्‍‌नी कव्वाली सुन रही थी। पति ने उसे मना किया। पत्‍‌नी नहीं मानी। गुस्से में आकर पति ने मोबाइल से कव्वाली को डिलीट कर दिया। पत्‍‌नी इससे ऐसी खफा हुई कि कुछ देर बाद ही उसने घर के अंदर फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फेज टू पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मूलत: हजारीबाग, झारखंड निवासी परवेज आलम फेज टू की एक कंपनी में काम करता है। यहां अपनी पत्‍‌नी आसमां खातून के साथ रहता है। बुधवार रात को जब परवेज काम से लौटा तो पत्‍‌नी मोबाइल पर कव्वाली सुन रही थी। इस पर परवेज गुस्सा गया मोबाइल से कव्वाली को डीलीट कर दिया। इसपर दोनों में कहासुनी हो गई। कुछ देर के बाद परवेज कमेटी की बैठक में चला गया। देर रात जब लौटा तो अंदर से दरवाजा बंद था। दरवाजा तोड़ा तो अंदर वह पंखे से लटकी हुई थी। परेवज की शादी आसमां से 2008 में हुई थी और दो बच्चे हैं।

सीओ थर्ड राजकुमार मिश्र का कहना है कि आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है और मृतका के घरवालों को इसकी जानकारी दे दी गई है।

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