अब प्रशांत भूषण की जमीन को खतरा

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जागरण ब्यूरो, शिमला। योग गुरु बाबा रामदेव के बाद अब वकील प्रशांत भूषण हिमाचल प्रदेश में भूमि विवाद की जद में आ सकते हैं। राज्य सरकार जिला कांगड़ा के कंडबाड़ी (पालमपुर) में अन्ना हजारे के सहयोगी रहे वकील प्रशांत भूषण को धारा-118 के तहत दी गई जमीन की जांच में जुट गई है।

बताते हैं कि प्रशांत भूषण को स्थानीयवासी द्वारा बेची गई 122 कनाल जमीन बेचे जाने योग्य ही नहीं थी। किसी बाहरी व्यक्ति को वह जमीन नहीं बेची जा सकती है। चाय बागान की प्रकृति वाली भूमि और चाय के बाग को धारा-118 के तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति को खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है। न ही ऐसी भूमि पर अन्य कोई काम किया जा सकता है। लेकिन, प्रशांत भूषण ने कुमुद भूषण एजूकेशन सोसायटी बनाई है।

हिमाचल प्रदेश के राजस्व, स्वास्थ्य एवं कानून मंत्री ठाकुर कौल सिंह आधिकारिक रूप से पुष्टि करते हैं कि प्रशांत भूषण को पालमपुर में दी गई भूमि पर सरकार कानूनी सलाह ले रही है। यदि इस खरीद-फरोख्त में कुछ गलत सामने आया तो सौदा रद भी हो सकता है। उन्होंने माना कि टी गार्डन पर अन्य काम नहीं किया जा सकता है, लिहाजा मामले की जांच की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक प्रशांत भूषण ने 122 कनाल भूमि मनोरमा देवी से पालमपुर में 8 लाख 61650 रुपये की राशि की स्टांप ड्यूटी अदा कर खरीदी है। इस भूमि की बाजारी कीमत एक करोड़ 72 लाख 32 हजार 704 रुपये राजस्व विभाग द्वारा आंकी गई है। सेल कांसिडरेशन 45 लाख उक्त भूमि की और 67 ए की अनुमति मामले पर सरकार से भू अधिनियम की धारा-118 के तहत है। 4 मार्च 2010 को खरीदी गई इस भूमि को प्रशांत भूषण ने गैर परंपरागत प्रयोग के लिए खरीदा है। नियमों के जिस उद्देश्य से भूमि को खरीदा गया है, उस उद्देश्य को मुताबिक दो साल में पूरा किया गया या नहीं इस बाबत भी सरकार जांच कर रही है।

सूत्रों के अनुसार, संबंधित फाइल को भू राजस्व महकमे के अधिकारी खंगाल रहे हैं और जिलाधीश कांगड़ा को भी मामले पर विशेष दिशा-निर्देश जारी हुए हैं। संबंधित एसडीएम को स्पॉट इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं। चर्चा है कि सोमवार को पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। इसी मामले को देखते हुए जिले के कई बड़े नेताओं को भी जमीन की खरीद फरोख्त के लिए कांग्रेस सरकार ने मंजूरी नहीं दी है।

ठाकुर कौल सिंह ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश भाजपा शासनकाल में बेनामी भू-सौदे हुए है। हमीरपुर के एक मामले में तो करोड़ों की भूमि कसौली में खरीदी गई। कई मामलों में स्टांप ड्यूटी का भी उल्लंघन हुआ है। सरकार इन पर कानूनी सलाह ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रशांत भूषण की जमीन की भी जांच सरकार करने जा रही है। खरीद-फरोख्त में कुछ गलत हुआ है तो सरकार कार्रवाई करेगी। कानूनी सलाह ली जा रही है।

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