राज के काफिले पर पथराव के बाद उग्र हुई मनसे

raj-thakre 2013-2-28मुंबई। मंगलवार की शाम अहमदनगर में राज ठाकरे के काफिले पर पथराव के बाद से महाराष्ट्र

नवनिर्माण सेना एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक संघर्ष शुरू हो गया है। मनसे कार्यकर्ताओं ने राकांपा के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की एवं राज्य भर में कई स्थानों पर दुकानें भी बंद करवाईं।

राज ठाकरे इन दिनों अपने चुनावी अभियान के दौरान पूरे महाराष्ट्र में अपनी सभाएं कर रहे हैं। इन सभाओं में वह अक्सर राकांपा नेता एवं राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को राज्य में पड़े भीषण सूखे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी नकल उतारते हैं। 70,000 करोड़ के सिंचाई घोटाले के लिए भी वह उन्हें और उनके चाचा केंद्रीय कृषिमंत्री शरद पवार को जिम् मेदार ठहराते हैं। राज ठाकरे की सभाओं में उमड़ रही भीड़ से राकांपा और कांग्रेस दोनों क्षुब्ध नजर आ रही हैं।

इसी कड़ी में मंगलवार को जब राज ठाकरे अपनी बीड की सभा समाप्त कर अहमद नगर पहुंचे, तो वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकताओं ने उनके काफिले पर पथराव किए । कुछ पत्थर राज ठाकरे की गाड़ी पर भी फेंके गए। राज के काफिले पर हुए पथराव की प्रतिक्रिया तुरंत ही पूरे राज्य में नजर आने लगी ।

मुंबई के दादर, माहिम, सायन कोलीवाड़ा, बांद्रा, गोरेगांव इत्यादि क्षेत्रों में मंगलवार रात ही मनसे कार्यकर्ताओं ने राकांपा के छोटे-मोटे कार्यालयों को निशाना बनाना शुरू कर दिया । बुधवार सुबह 11 बजे मनसे कार्यकर्ता मुंबई महानगरपालिका मु ख्यालाय स्थित राकांपा कार्यालय में घुस गए और वहां अजीत पवार की तस्वीर पर कालिख पोती। ठाणे में भी राकांपा नेता जीतेंद्र आह्वाड के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। मुंबई सहित राज्य के कई शहरों में मनसे कार्यकर्ता बुधवार सुबह से ही दुकानें बंद करवाते देखे गए । कई जगह उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुतले भी फूंके गए हैं। मनसे के उग्र प्रदर्शनों को देखते हुए राकांपा के नरीमन प्वाइंट मुख्यालय सहित अन्य कार्यालयों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ानी पड़ी है।

इस बीच दोनों दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जोर पकड़ रही है। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने एक टीवी चैनल पर बोलते हुए आरोप लगाया कि मनसे विधायक राम कदम ने एक बीयर बार में अपने कार्यकर्ताओं को शराब पिलाकर उन्हें तोड़फोड़ करने के निर्देश दिए। इसके जवाब में राम कदम ने नवाब मलिक के आरोप को झूठ करार देते हुए उन पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा ठोंकने की धमकी दी है। दोनों दलों के इस झगड़े में आश्चर्यजनक रूप से शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे अपने चचेरे भाई राज ठाकरे का पक्ष

लेते दिखाई दिए। उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों को संबोधित करते हुए राज द्वारा सत्ता पक्ष पर लगाए जा रहे आरोपों को सही बताया और कहा कि सत्ता पक्ष यदि ऐसे आरोपों के जवाब में पत्थरबाजी करता है, तो उसे माकूल जवाब दिया जाना चाहिए।

 

 

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