नई दिल्ली: त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में सत्तारूढ़ दल एवं गठबंधन फिर से सत्ता में आसीन होने की ओर बढ़ रहे हैं।
त्रिपुरा में सत्तारूढ़ गठबंधन लगातार पांचवीं बार सरकार बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है। उसने 60 सदस्यीय विधानसभा की 35 सीटों पर बढ़त बना ली है, जबकि कांग्रेस महज चार सीटों पर बढ़त बना सकी है।
उपलब्ध रुझानों के अनुसार, वाम मोर्चे का प्रमुख घटक माकपा 32 और भाकपा एक सीट पर आगे चल रहे हैं।
माकपा उम्मीदवार पांच सीटों पर पीछे चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस 20 स्थानों पर पीछे है। कांग्रेस की सहयोगी आईएनपीटी चार स्थानों पर पीछे चल रही है।
माकपा के कई प्रमुख उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। राज्य के वित्त मंत्री बादल चौधरी हरीशियामुख सीट, उच्च शिक्षा मंत्री अनिल सरकार प्रतापगढ़ सीट और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री जीतेंद्र चौधरी मानू (सुरक्षित) सीट पर आगे चले हैं। कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुदीप रे बर्मन अगरतला में बढ़त बनाए हुए हैं।
मेघालय में सत्तारूढ़ कांग्रेस-यूडीपी गठबंधन 60 सीटों में से 14 स्थानों पर आगे। कांग्रेस को नौ और यूडीपी को पांच सीटों पर बढ़त मिली हुई है।
नागालैंड में भी यही स्थिति है। सत्तारूढ़ नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) 15 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि कांग्रेस चार, जद (यू) एक और अन्य दो स्थानों पर आगे हैं। नागालैंड में कुल विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं।