सरेआम लूट, चिप व रिमोट से कर रहे पेट्रोल की चोरी

salesman-cheating-petrol-by-chip-and-remote-at-petrol-pump 2013-3-1मानसा। पंजाब के मानसा जिले में पेट्रोल पंपों पर हाइटेक तरीके से तेल चोरी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह सेल्समैनों से साठ-गांठ कर पेट्रोल पंपों की मशीनों में अपना ‘ठग यंत्र’ [चिप] फिट कर देता है। फिर वाहन में तेल डालने के दौरान सेल्समैन रिमोट से तेल की मात्रा कम कर देता है, जबकि उपभोक्ता को रीडिंग पूरी दिखाई देती है। इसके बदले में गिरोह पेट्रोल पंपों से मोटी रकम वसूलता है।

पुलिस ने लंबे समय से यह गोरखधंधा चला रहे गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर चिप व अन्य सामान बरामद किया है। इनका जाल उत्तर प्रदेश, पंजाब और मुंबई से लेकर देश के अन्य हिस्सों तक फैला हुआ है। गुरुवार को पत्रकार वार्ता में एसएसपी नरिंद्र भार्गव ने बताया कि पंजाब में इस गिरोह द्वारा मानसा के अलावा लोहियां [जालंधर], पीरमुहम्मद [फिरोजपुर], बल्ला [अमृतसर] व श्री मुक्तसर साहिब आदि क्षेत्रों में पेट्रोल पंपों पर तेल चोरी चल रही थी। पुलिस इन पंपों को सील कर जांच कर रही है। पुलिस के शक के दायरे में तेल कंपनियों के अधिकारियों के अलावा कई पंप मालिक हैं। भार्गव ने बताया कि पुलिस ने विनोद पाल के बुढलाडा स्थित पेट्रोल पंप पर छापा मारा तो मशीन में यंत्र लगा पाया। इस दौरान विनोद फरार हो गया। वह पहले किसी पंप पर सेल्समैन था। बाद में इस यंत्र से ठगी कर उसने बुढलाडा में अपना पेट्रोल पंप लगाया और खूब पैसे कमाए।

यूपी में करीब हर पंप पर यंत्र की आशंका

एसएसपी ने बताया कि पंजाब के अलावा गिरोह का बड़ा अड्डा उत्तर प्रदेश है, जहां करीब-करीब हर पेट्रोल पंप पर यह यंत्र लगे होने की आशंका जाहिर की जा रही है। इस यंत्र की खोज मुंबई से हुई। उत्तर प्रदेश के बाद सेल्समैनों के जरिये ठगी का जाल पंजाब तक पहुंचा। पुलिस ने बुढलाडा के पेट्रोल पंप से गिरोह के मुखिया अंकुर वर्मा निवासी रेलवे कॉलोनी, कानपुर और सुनील कुमार निवासी परागपुर आइना, औरैया को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने कबूल किया कि वे पंजाब भर में करीब 150 पेट्रोल पंपों पर यह यंत्र लगा चुके हैं। इनसे पूछताछ के बाद मुबंई निवासी आनंद व कानपुर निवासी संतोष पाल को भी गिरफ्तार किया गया। एक निजी कंपनी में इंजीनियर अंकुर ने इन्हीं दोनों के मार्फत यह यंत्र मुंबई से खरीदा था। इसके बदले वह पेट्रोल पंप मालिकों से 30 से 40 हजार रुपये वसूलता था।

ऐसे होती है ठगी

पेट्रोल पंपों की मशीनों के अंदर चिप फिट कर दिया जाता है, जो एक छोटे रिमोट के साथ जुड़ा होता है। यह रिमोट पेट्रोल पंप का सेल्समैन अपने हाथ में या जेब में रखे रहता है। वाहन में पेट्रोल डालते वक्त वह एक बटन दबाता है तो मशीन में से वाहन की टंकी में कम पेट्रोल गिरता है, जबकि रीडिंग सही आती है। अगर कोई व्यक्ति पेट्रोल की मात्रा चेक करने वाला मिल जाता है तो रिमोट का बटन दोबारा दबाते ही उसे नार्मल कर दिया जाता और टंकी में पूरा तेल चला जाता है। यानी पकड़े जाने की गुंजाइश बहुत कम।

 

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