नई दिल्ली। वसंत विहार में गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद पूरे देश में महिलाएं अपनी सुरक्षा व बराबरी के हक की मांग को लेकर सड़कों पर उतरीं हैं। इस दौरान उन्हें लाठियों व आंसू गैस के गोलों का भी सामना करना पड़ा है। आज भले ही प्रदर्शन की रफ्तार कम हो गई हो, लेकिन इंसाफ के आस की लौ आज भी जगमगा रही है। जंतर-मंतर पर पीड़िता की तस्वीर पर फूलों की माला, उसके इर्द-गिर्द फैले सूखे पत्ते,अगरबत्तियों व मोमबत्तियों के अवशेष उस लौ को जलाए हुए हैं। इस बात की आस है कि न्याय होगा व दरिंदों को सजा मिलेगी।
पीड़िता के लिए न्याय की आस में जंतर-मंतर पर लगातार अनशन व प्रदर्शन करने वाले फर्रुखाबाद के बाबू सिंह ने कहा, पीड़िता के साहस को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी मिशेल ओबामा द्वारा पुरस्कार की घोषणा सुनकर अच्छा लगा। बहादुर बेटी के दोषियों को जब तक सजा नहीं मिलेगी मैं सत्याग्रह जारी रखूंगा।
वहीं जंतर-मंतर पर कई दिनों से प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे अरनव ने कहा कि हमारी मांग है कि बलात्कारी को सजा दो। साथ ही इस बात पर भी जोर है कि सिर्फ कागजों पर ही सजा न रह जाए। बल्कि जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए।