नई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह के आत्महत्या के बाद एक बार फिर दिल्ली के आरके पुरम की झुग्गी झोपड़ी कॉलोनी की ओर एकाएक सभी की निगाहें चली गई है। पिछले वर्ष 16 दिसंबर की रात चलती बस में हुए गैंगरेप के बाद यह कॉलोनी सुर्खियों में आ गई थी, आज एक बार फिर राम सिंह का घर खबरों में है। फर्क सिर्फ इतना है कि आज इस घर में खामोशी पसरी है और यहां रहने वाले इस घर को बेहद घृणा की नजरों से देखते हैं।
राम सिंह इससे पहले भी लड़कियों से छेड़छाड़ लूटपाट गुंडागर्दी मारपीट जैसे मामलों में लिप्त पाया गया था। दिल्ली गैंगरेप मामले के बाद आपराधिक प्रवृति का राम सिंह अपनी मौत को लेकर बेहद सहमा हुआ था। तिहाड़ में मौजूद अन्य कैदी भी इस मामले के सभी आरोपी को नफरत की नजरों से देखते थे। जेल के अन्य कैदी राम सिंह को मेंटल बुलाते थे क्योंकि वो काफी शॉर्ट टेंपर था और जल्दी ही बिफर जाता था। उसे जल्दी गुस्सा आ जाता था। इन दिनों जेल में वो काफी दुखी और उदास रहने लगा था।
राम सिंह के बारे में कॉलोनी के लोगों का कहना था कि वो पहले से ही ऐसा था। कॉलोनी की लड़कियों को सड़क चलते छेड़ना, उनसे बदतमीजी करना ये उसका रोज का काम था। राम सिंह के घर में कोई नहीं है,वो अकेला रहता था। लंबे समय से ही वो ड्राइविंग करता है। उसके घर में उसकी मरी हुई पत्नी की फोटो लगी हुई है। वो रोज ही घर में शराब पीकर आता था और गली मुहल्ले में लोगों से मारपीट करता था।
पुलिस ने दिल्ली गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी के तौर पर ड्राइवर राम सिंह को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि बस को जब्त करने के बाद सबसे पहले राम सिंह को पकड़ा गया है। राम सिंह ने पुलिस को बताया कि बस के पिछले हिस्से में तीन लोगों ने रेप किया था। हालांकि राम सिंह ने अपने उपर लगाए सभी आरोपों को खारिज किया था। राम सिंह ने पुलिस को बताया कि वारदात के बाद लड़का और लड़की के कपड़े उतारने के बाद उन्हें नीचे फेंकते वक्त उसने गाड़ी की स्पीड कम कर ली थी।
पुलिस ने बताया कि राम सिंह ने अपने बाकी साथियों के नाम बताए। राम सिंह राजस्थान का रहने वाला है। राम सिंह ने आज तिहाड़ जेल में अपने कपड़ें को फांसी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जेल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।