देश पर लुटाई जान का नेताओं के लिए मोल नहीं

shree nagar shahid 2013-3-15श्रीनगर। आत्मघाती हमले में शहीद हुए अपने पांच साथियों की अंतिम विदाई के मौके पर गुरुवार को सीआरपीएफ के जवान भावुक हो उठे। उन्हें इस बात का गुस्सा व रंज था कि शहीदों के प्रति सम्मान जताने जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक नेतृत्व अंतिम विदाई के मौके पर नहीं आया। अपने गुस्से का इजहार करते हुए जवानों ने कहा, हम देश के लिए अपनी जान देते हैं लेकिन नेताओं के लिए हमारे जीवन का कोई मूल्य नहीं है। कम से कम मुख्यमंत्री को तो हमें देखने के लिए आना चाहिए था।

बुधवार को हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए यह कार्यक्रम पुलिस नियंत्रण कक्ष परिसर में आयोजित किया गया था, जहां सीआरपीएफ के महानिदेशक प्रणय सहाय तथा राज्य पुलिस के महानिदेशक अशोक प्रसाद की अगुवाई में अधिकारियों-जवानों ने शहीद सहकर्मियों को अंतिम विदाई दी। यहां पर राज्य सरकार का कोई भी मंत्री या अन्य किसी राजनीतिक दल का नेता उपस्थित नहीं हुआ। सीआरपीएफ के जवानों में इसी को लेकर नाराजगी थी। उनमें कुछ अपनी भावनाओं को काबू में नहीं रख पाए और उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपने गुस्से का इजहार किया। जवानों ने कहा, अगर कोई पत्थरबाज मारा जाता है या हिंसा में शामिल कोई अन्य व्यक्ति मरता है तो राज्य के नेता उसके घर जाते हैं, संवेदना व्यक्त करते हैं। लेकिन हमारे मारे जाने का किसी को दुख नहीं है।

यहां पर कुछ जवानों ने राज्य सरकार के उस फैसले पर भी रोष व्यक्त किया जिसमें अर्धसैनिक बलों के जवानों को हथियार लेकर न चलने और केवल लाठी से कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए कहा गया है। लाठी से ही हिंसक भीड़ और पत्थरबाजों से निपटने के लिए कहा जाता है। लेकिन सीआरपीएफ के महानिरीक्षक बीएस यादव ने स्पष्ट किया है कि तैनाती के दौरान एक तिहाई जवान हमेशा हथियारों से लैस होते हैं, बुधवार को भी यह स्थिति थी। विदित हो कि हमले में सहायक उप निरीक्षक एबी सिंह, कांस्टेबल ओमप्रकाश, एल पारमोल, सुभाष और सतीश शाह शहीद हुए थे।

सीआरपीएफ के जवानों की नाराजगी की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से शहीदों के शव दिल्ली भेजे जाने थे। मुख्यमंत्री ने वहां पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शवों को दिल्ली रवाना किया गया। शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने वहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब शवों को शहीदों के पैतृक स्थान भेजा जाएगा।

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