नई दिल्ली। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचे नीतीश कुमार की अधिकार रैली में काले झंडे दिखाए जाने के बाद वहां पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा। उन्होंने नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अभी यह पता नहीं चला है कि यह शख्स कौन है और इसके पीछे इसकी क्या मंशा थी।
जदयू की प्रदेश इकाई ने रैली को कामयाब बनाने को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष दलबीर ठाकुर ने दावा किया है कि रैली में एक लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे और बिहार का हक केंद्र सरकार से मांगेंगे।
शनिवार को दिल्ली पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस रैली को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जदयू के शक्ति प्रदर्शन के रूप में न देखा जाए। यह विशेष राज्य का दर्जा पाने के लिए लड़ी जा रही लड़ाई है। इससे अन्य पिछड़े राज्यों को भी फायदा होगा। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के साथ के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी एक साथ है। इस पर किसी प्रकार का भ्रम नहीं है।
वहीं, रैली को लेकर जदयू नेताओं ने शनिवार को पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जोरदार अभियान चलाकर बिहारी लोगों को इससे जोड़ने की कोशिश की। इसके लिए एक पखवाड़े से दल के दिग्गज नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। जदयू नेताओं को दावा है कि राजधानी में बिहार से लगभग 35 हजार लोग शनिवार को ही आ चुके थे। बिहार से आने वाली तकरीबन सभी ट्रेनों में तीन से चार बोगियां रैली के लिए बुक करवाई गई हैं। दल की तरफ से रैली में पहुंचने वालों के लिए भोजन, पीने का पानी, 14 एंबुलेंस व दमकल के वाहन की व्यवस्था की गई है। बिहार से आने वाले लोगों के लिए बुराड़ी आश्रम, उदासीन आश्रम, अंबेडकर भवन, बरात घर में रहने की व्यवस्था की गई है।