नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने 20 साल पहले 12 मार्च को मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाके में शामिल दोषियों को सजा देते हुए अपना अंतिम फैसला कल गुरुवार को सुना दिया। इस बम धमाके में 257 लोग मारे गए और सात सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इन धमाकों में हताहतों की संख्या हजार के पार जा सकती थी अगर मुंबई पुलिस को जंजीर का साथ नहीं मिलता। यह वही जंजीर है जिसने धमाकों के दिन कई हजार किलो के आरडीएक्स व विस्फोटक बरामद ढूंढ निकाले थे।
जंजीर नाम का कुत्ता मुंबई पुलिस का एक मशहूर डॉग स्क्वायड था जिसने अपनी सूझबूझ से उस दिन पूरे मुंबई तत्कालीन बंबई में 3329 किलोग्राम विस्फोटक आरडीएक्स, 600 डेटनेटर, 249 हैंड ग्रेनेंड्स और 6406 जिंदा युद्ध सामग्री को ढूंढ निकाला। अगर जंजीर ने ऐसा कारनामा नहीं किया होता तो देश की इस आर्थिक राजधानी में और कई धमाके होते और हजारों लोग मारे जाते। सुनहरे रंग का लैब्राडोर नाम का यह कुत्ता अपनी बहादुरी से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया था। मुंबई पुलिस का वह सबसे लाडला डॉग स्क्वायड बन गया। हालांकि आज वह इस दुनिया में नहीं है। 17 नवंबर 2000 को बोन कैंसर के कारण जंजीर की मौत हो गई थी। मुंबई पुलिस ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ हजारों की जान बचाने वाले इस हीरो का अंतिम संस्कार कर दिया। जब उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा है उस दौरान मुंबई पुलिस के कई आला अफसर मौजूद थे।