नई दिल्ली। मुंबई बम धमाकों में याकूब मेमन को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद फांसी की कतार में ऐसे अपराधियों की सूची लंबी हो गई है। आतंकी हमलों में मौत की सजा पाए ऐसे लोगों पर नजर जिनका फांसी का फंदा इंतजार कर रहा है प्रमुख मामले: संथन, मुरुगन और पेरारीवालन: राजीव गांधी के इन हत्यारों की दया याचिका पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल अगस्त, 2011 में ही लौटा चुकी हैं। फांसी देने की तारीख 9 सितंबर, 2011 तय थी, लेकिन मद्रास हाईकोर्ट ने रोक लगाई।
-बलवंत सिंह राजौना: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का हत्यारा। 31 मार्च, 2012 को फांसी की तारीख निर्धारित, लेकिन भारी विरोध के बीच फांसी टली। मार्च 2012 में दया याचिका भेजी।
-देविंदर पाल सिंह भुल्लर: दिल्ली में 1993 के कार बम धमाकों के दोषी को अगस्त, 2001 में मौत की सजा। मई, 2001 में दया याचिका राष्ट्रपति द्वारा अस्वीकृत। सितंबर, 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने सजा के खिलाफ दूसरी अपील की अनुमति दी।
-सिमोन, ज्ञान प्रकाश, मीसीकार और बिलवंद: वीरप्पन के सहयोगी रहे इन चारों द्वारा 1993 में किए गए धमाके में 23 पुलिस वाले मारे गए।