गुड़गांव। कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आए कांग्रेसी विधायक व पूर्व मंत्री की महिला प्रोफेसर सुनील डबास पर पहनावे को लेकर की गई टिप्पणी से शुक्रवार को बवंडर खड़ा हो गया। टिप्पणी से आहत सुनील बेहोश हो गईं। उन्हें अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया गया। यह देख छात्रों ने हंगामा किया तो विधायक कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ कालेज के पीछे वाले गेट से निकल गए। हंगामे को देखते हुए अस्पताल के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। रेलवे रोड स्थित द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में यह घटना शुक्रवार दोपहर 12 बजे घटित हुई। कॉलेज में मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। जिसमें विधायक व पूर्व मंत्री राव धर्मपाल (बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र) बतौर मुख्य अतिथि आए थे। उसी दौरान कालेज की महिला प्रोफेसर (शारीरिक शिक्षा) व भारतीय महिला कबड्डी टीम की कोच द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित सुनील डबास से भी विधायक का परिचय हुआ। परिचय के बाद विधायक आगे बढ़ गए फिर पीछे लौटने के बाद उन्होंने सुनील के पहनावे पर टिप्पणी की। सुनील के भाई राकेश के मुताबिक विधायक ने अभद्रता से कहा कि जो आपने पहन रखा है यह भारतीय संस्कृति नहीं है। समय व मौके की नजाकत देख कपड़े पहना करें।
जिसे सुन जींस व शर्ट पहनी हुई सुनील भौचक्का रह गई। विधायक की टिप्पणी पर कुछ कॉलेज स्टाफ ने भी हां में हां मिलाया। वहीं सुनील कॉलेज के ही एक कमरे में आकर बैठ गई। करीब दस मिनट बाद एक छात्रा ने स्टेज के पास जाकर उसके बेहोश होने की सूचना दी। कुछ छात्रों ने हंगामा करना शुरू किया।
बेहोश हुई सुनील को दो सौ मीटर दूर स्थित शीतला अस्पताल के आइसीयू में दाखिल किया गया। वहां से हालत गंभीर बता मेदांता के लिए रेफर किया गया। इलाज करने वाले चिकित्सक ने कहा कि मैडम होश में तो आ गईं लेकिन हालत सामान्य नहीं है।
महिला कोच सुनील डबास के भाई राकेश व भाभी इंदू ने कहा कि सुनील फुल बांह का शर्ट पैंट (जींस) पहनी हुई थी। जबकि वह अधिकतर ट्रेक सूट में ही कॉलेज जाती थी। कार्यक्रम को देखते हुए उन्होंने पैंट शर्ट डाल रखा था। वह मौके पर तो नहीं थे लेकिन होश में आने के बाद उन्होंने यही कहा कि भाई मेरे कपड़े क्या बुरे थे। यह कहकर वह फिर असामान्य हो गई।
मैंने कुछ गलत नहीं कहा: विधायक
विधायक व पूर्व मंत्री राव धर्मपाल ने कहा, मैंने कोच सुनील डबास से कहा, बेटा तुम पर देश नाज करता है। मैं भी गर्व करता हूं, इसलिए कपड़े अच्छे पहना करो। उसे मैं बेटा मानता हूं और बड़े के नाते सलाह दी थी। कोई गलत नहीं कहा। कुछ लोग राजनैतिक रूप देकर हमारे खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
खेल मंत्री ने नहीं तोड़ी चुप्पी
सूचना पाकर प्रदेश के खेल मंत्री सुखवीर कटारिया महिला कोच को देखने अस्पताल आए। परिजनों से बातचीत कर इलाज ठीक से करने के निर्देश देकर वह मीडिया से बचकर निकल गए। जबकि कॉलेज प्रिंसिपल आरके यादव ने कहा, मैडम की तबियत खराब हुई तो उन्हें अस्पताल लाया गया। विधायक ने क्या कहा था, वह आगे होने के चलते सुन नहीं पाए।